ShareChat
click to see wallet page
search
#🙏 જય જિનેન્દ્ર #🧘‍ જૈન મુનિ #📖જૈન ધર્મ💮 #જૈન દેરાસર #🙏 જૈન દેરાસર
🙏 જય જિનેન્દ્ર - क्रोघरकी सर्वोचसाचिकित्सा ह्रै मौन सकल्ख मनरमे कभी भी अभिमान की की भावना मत रखो पर भनुभव  सभी जिन तीर्थी की भावना जलररखना। महोमन्त्र व्पोकि अभिमान के अनुसार क सरक्षण लिए वपवित्रता के किसी की॰गी जरूरत नही होती ते संकल्प णमोकार  नेकिन व्ढी अनुभय कहता हे रकी মমত্র এ থুল ক্রী  fl তাঙনে  महामनएकजाप एकजाप पड सकती हे। ७५ जय जिनेन्द्र महावीर जय MTn10 . uEaEu ஏபேப] पमी 8षधियाप ٥٥٤٥ rmkir4  ULIGIIg एसो पंच णमोक्कारो , सव्वपावष्पणाराणो। मंगलाणं च सव्वेरिं , पढगं हवइ नंगलं ।l अहिंसा , र्संयम औरूहाप ही धर्म है क्रोघरकी सर्वोचसाचिकित्सा ह्रै मौन सकल्ख मनरमे कभी भी अभिमान की की भावना मत रखो पर भनुभव  सभी जिन तीर्थी की भावना जलररखना। महोमन्त्र व्पोकि अभिमान के अनुसार क सरक्षण लिए वपवित्रता के किसी की॰गी जरूरत नही होती ते संकल्प णमोकार  नेकिन व्ढी अनुभय कहता हे रकी মমত্র এ থুল ক্রী  fl তাঙনে  महामनएकजाप एकजाप पड सकती हे। ७५ जय जिनेन्द्र महावीर जय MTn10 . uEaEu ஏபேப] पमी 8षधियाप ٥٥٤٥ rmkir4  ULIGIIg एसो पंच णमोक्कारो , सव्वपावष्पणाराणो। मंगलाणं च सव्वेरिं , पढगं हवइ नंगलं ।l अहिंसा , र्संयम औरूहाप ही धर्म है - ShareChat