ShareChat
click to see wallet page
search
#✒ गुलज़ार की शायरी 🖤 #💓 दिल के अल्फ़ाज़ #✒ शायरी #📃लाइफ कोट्स ✒️ #✍️ अनसुनी शायरी
✒ गुलज़ार की शायरी 🖤 - ` 4387 T4T 0 वो गुज़र गई, बो क्या गुज़री सब ठहर गया. . Gulzar ` 4387 T4T 0 वो गुज़र गई, बो क्या गुज़री सब ठहर गया. . Gulzar - ShareChat