ShareChat
click to see wallet page
search
#🙏श्रीमद्भागवत गीता📙 #🙏गीता सार #🙏गीता ज्ञान🛕 #🙏श्री कृष्ण वचन🌹 #🌸 जय श्री कृष्ण😇
🙏श्रीमद्भागवत गीता📙 - Ravindr Prajapati गीता श्लोक ध्यायतो विषयान्पुंसः सङ्गस्तेषूपजायते। सङ्गात्संजायते कामः कामात्क्रोधोउभिजायते II अर्थात- विषयों वस्तुओं के बारे में सोचते रहने से मनुष्य को उनसे आसक्ति हो जाती है। इससे उनमें इच्छा पैदा होती है और इच्छा में विघ्न आने से क्रोध की उत्पत्ति होती है। Ravindr Prajapati गीता श्लोक ध्यायतो विषयान्पुंसः सङ्गस्तेषूपजायते। सङ्गात्संजायते कामः कामात्क्रोधोउभिजायते II अर्थात- विषयों वस्तुओं के बारे में सोचते रहने से मनुष्य को उनसे आसक्ति हो जाती है। इससे उनमें इच्छा पैदा होती है और इच्छा में विघ्न आने से क्रोध की उत्पत्ति होती है। - ShareChat