জাতি ও ধর্মভেদের অবসান: সন্ত রামপাল জির सतलोक আশ্রমে প্রতিদিন নিঃশুল্ক ভাণ্ডার হয় যেখানে সব জাতি, ধর্ম ও শ্রেণির মানুষ একসাথে বসে ভোজন করেন, এতে সামাজিক সম্প্রীতি বাড়ে ও ভেদাভেদ দূর হয়।
जाति और धर्म के भेदभाव का अंत: संत रामपाल जी के सतलोक आश्रमों में प्रतिदिन निःशुल्क भंडारे का आयोजन होता है, जहां हर वर्ग, जाति और धर्म के लोग एक साथ बैठकर भोजन करते हैं, जिससे सामाजिक सौहार्द बढ़ता है और भेदभाव समाप्त होता है। #🙂ভক্তির সকাল😇 #🙂ভক্তি😊 #🙏ভক্তি ভজন🎵