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#मां दुर्गा #मंदिर
मां दुर्गा - n a लाना चाहते हैं॰ उद्यमों को इनोवेशन के नए अबसरों के साथ सशक्त बनाने भारत के डिजिटल विकास में योगदान देना चाहते हैं। देवी मन्दिर এাভব ক্রালীন মা ரி श्रद्धालुओं की भीड़ दुर्गा देवी मन्दिर  फर्रुखनगर , ३० सितम्बर ( ब्यूरो ) : पांडव कालीन मां कारोला मे शारदीय नवरात्रों के बीच सोमवार व मंगलवार को श्रृद्धालुओं  द्वारा पूरे बिधिविधान के अनुसार पूजा अर्चना जारी है। श्रृद्धालुओं पर नवरात्रों का रंग पूरी तरह से चढा हुआ नजर आया। दूरदराज क्षेत्रों से आए श्रृद्धालुओं ने माता रानी के दर्शन करने ब अपनी  पांडव कालीन माता मंदिर पहुंच रहे है। लिए मनोकामना पूरी करने के श्रद्धालुओं को २४ घंटे माता के दर्शन की व्यवस्था मंदिर ट्रस्ट के द्वारा की गई है। पांडव कालीन दुर्गा माता ट्रस्ट कारोला ने बताया कि मंदिर काफी प्राचीन है। कारोला गांव को बसे लगभग ७५५ वर्ष हो चुके हैं जबकि यह मंदिर उससे भी काफी पुराना है।जिसे देवी माता मंदिर के नाम से जाना जाता है।यह शीतला माता का रूप बताया जाता है। उन्होंने बताया कि॰ यहां हर नवरात्रि में छठ को जागरण तथा सप्तमी को भंडारे का आयोजन समस्त ग्रामवासी व ट्रस्ट की तरफ से किया जाता हैं।इस पांडव कालीन माता मंदिर पर दूरदराज से हजारों की संख्या में लोग अपनी फरियाद दुर्गा लेकर पहुंचते है। अधिकांश लोग छठ को ही अपनी मनोकामना पूर्ण करने पहुंचते हैं। यहां पर नवविवाहित के {7  तथा माता के दर्शन करने के गठजोड़ की जात व छोटे बच्चों के बाल भी उतरवाए जाते हैं।जो श्रद्धालु १ दिन पहले या रात को आए हुए श्रद्धालुओं के लिए रहने खाने- पीने नहाने धोने की व्यवस्था मंदिर कमेटी की तरफ से निशुल्क की जाती है। मंदिर के रख रखाव का कार्य ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। n a लाना चाहते हैं॰ उद्यमों को इनोवेशन के नए अबसरों के साथ सशक्त बनाने भारत के डिजिटल विकास में योगदान देना चाहते हैं। देवी मन्दिर এাভব ক্রালীন মা ரி श्रद्धालुओं की भीड़ दुर्गा देवी मन्दिर  फर्रुखनगर , ३० सितम्बर ( ब्यूरो ) : पांडव कालीन मां कारोला मे शारदीय नवरात्रों के बीच सोमवार व मंगलवार को श्रृद्धालुओं  द्वारा पूरे बिधिविधान के अनुसार पूजा अर्चना जारी है। श्रृद्धालुओं पर नवरात्रों का रंग पूरी तरह से चढा हुआ नजर आया। दूरदराज क्षेत्रों से आए श्रृद्धालुओं ने माता रानी के दर्शन करने ब अपनी  पांडव कालीन माता मंदिर पहुंच रहे है। लिए मनोकामना पूरी करने के श्रद्धालुओं को २४ घंटे माता के दर्शन की व्यवस्था मंदिर ट्रस्ट के द्वारा की गई है। पांडव कालीन दुर्गा माता ट्रस्ट कारोला ने बताया कि मंदिर काफी प्राचीन है। कारोला गांव को बसे लगभग ७५५ वर्ष हो चुके हैं जबकि यह मंदिर उससे भी काफी पुराना है।जिसे देवी माता मंदिर के नाम से जाना जाता है।यह शीतला माता का रूप बताया जाता है। उन्होंने बताया कि॰ यहां हर नवरात्रि में छठ को जागरण तथा सप्तमी को भंडारे का आयोजन समस्त ग्रामवासी व ट्रस्ट की तरफ से किया जाता हैं।इस पांडव कालीन माता मंदिर पर दूरदराज से हजारों की संख्या में लोग अपनी फरियाद दुर्गा लेकर पहुंचते है। अधिकांश लोग छठ को ही अपनी मनोकामना पूर्ण करने पहुंचते हैं। यहां पर नवविवाहित के {7  तथा माता के दर्शन करने के गठजोड़ की जात व छोटे बच्चों के बाल भी उतरवाए जाते हैं।जो श्रद्धालु १ दिन पहले या रात को आए हुए श्रद्धालुओं के लिए रहने खाने- पीने नहाने धोने की व्यवस्था मंदिर कमेटी की तरफ से निशुल्क की जाती है। मंदिर के रख रखाव का कार्य ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। - ShareChat