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#❤️Love You ज़िंदगी ❤️ #💓 मोहब्बत दिल से
❤️Love You ज़िंदगी ❤️ - IIUTTIII 02 ।ाश्री राधारमणो विजयते।। स्तुति Il সানম Il ब्रह्मादि देवोंद्वारा भगवान की स्तुति II Il जय जय सुरनायक जन सुखदायक प्रनतपाल भगवंता  गो द्विज हितकारी जय असुरारी सिंधुसुता प्रिय कंता II पालन सुर धरनी अद्भुत करनी मरम न जानइ कोई  जो सहज कृपाला दीनदयाला करउ अनुग्रह सोईII जय जय अबिनासी सब घट बासी ब्यापक परमानंदा अबिगत गोतीतं चरित पुनीतं मायारहित मुकुंदा Il जेहि लागि बिरागी अति अनुरागी बिगत मोह मुनिबृंदा निसि बासर ध्यावहिं गुनगन गावहिं जयति सच्चिदानंदा  जेहिं सृष्टि उपाई त्रिबिध बनाई संग सहाय न दूजा  सो करउ अघारी चिंत हमारी जानिअ भगति न पूजा II जो भव भय भंजन मुनि मन रंजन गंजन बिपति बरूथा मन बच क्रम बानी छाड़ि सयानी सरन सकल सुरजूथा II श्रुति सेषा रिषय असेषा जा कहुँ कोउ नहिं जाना " सारद जेहि दीन पिआरे बेद द्रवउ सो श्रीभगवाना Il पुकारे सब बिधि सुंदर गुनमंदिर सुखपुंजा  भव बारिधि मंदर  मुनि सिद्ध सकल सुर परम भयातुर नमत नाथ पद कंजा ।I जानि सभय सुर भूमि सुनि बचन समेत सनेह गगनगिरा गंभीर भइ हरनि सोक संदेह Il IIUTTIII 02 ।ाश्री राधारमणो विजयते।। स्तुति Il সানম Il ब्रह्मादि देवोंद्वारा भगवान की स्तुति II Il जय जय सुरनायक जन सुखदायक प्रनतपाल भगवंता  गो द्विज हितकारी जय असुरारी सिंधुसुता प्रिय कंता II पालन सुर धरनी अद्भुत करनी मरम न जानइ कोई  जो सहज कृपाला दीनदयाला करउ अनुग्रह सोईII जय जय अबिनासी सब घट बासी ब्यापक परमानंदा अबिगत गोतीतं चरित पुनीतं मायारहित मुकुंदा Il जेहि लागि बिरागी अति अनुरागी बिगत मोह मुनिबृंदा निसि बासर ध्यावहिं गुनगन गावहिं जयति सच्चिदानंदा  जेहिं सृष्टि उपाई त्रिबिध बनाई संग सहाय न दूजा  सो करउ अघारी चिंत हमारी जानिअ भगति न पूजा II जो भव भय भंजन मुनि मन रंजन गंजन बिपति बरूथा मन बच क्रम बानी छाड़ि सयानी सरन सकल सुरजूथा II श्रुति सेषा रिषय असेषा जा कहुँ कोउ नहिं जाना " सारद जेहि दीन पिआरे बेद द्रवउ सो श्रीभगवाना Il पुकारे सब बिधि सुंदर गुनमंदिर सुखपुंजा  भव बारिधि मंदर  मुनि सिद्ध सकल सुर परम भयातुर नमत नाथ पद कंजा ।I जानि सभय सुर भूमि सुनि बचन समेत सनेह गगनगिरा गंभीर भइ हरनि सोक संदेह Il - ShareChat