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आपका दिन शुभ हो ।🙏🙏 #❤️Love You ज़िंदगी ❤️
❤️Love You ज़िंदगी ❤️ - बचपन में गांव में वैद्य जी आते थे और बिना किसी स्वार्थ ؟ के सबका उपचार करते थे, जो उनके एक धर्म था। वे कभी किसी पारिवार से उपचार के बदले पैसे की अपेक्षा लेकिन अगर कोई पैसे या थोड़ा अनाज नही रखते थे देना चाहता था तो वे उसे स्वीकार कर लेते थे। वे सबको लोटे से पानी पीने की सलाह देते थे और कहते थे कि इससे आंतों की बीमारी कम होती है। आजकल , कई लोग पाइल्स से पीड़ित हैं, लेकिन हमें यह की जरूरत है समझने कि हमारे पूर्वजों की स्वास्थ्य संबंधी सलाहें कितनी तरह, सुबह उठते ही बिस्तर इकट्ठा महत्वपूर्ण थीं। হ্মী fg करने की आदत हमें अपने कार्यों को खुद करने के प्रेरित करती थी। भारतीय सनातन संस्कृति की उत्कृष्ट स्थिति है और धीरे-धीरे हमें इसकी महत्ता समझ में आ रही है बचपन में गांव में वैद्य जी आते थे और बिना किसी स्वार्थ ؟ के सबका उपचार करते थे, जो उनके एक धर्म था। वे कभी किसी पारिवार से उपचार के बदले पैसे की अपेक्षा लेकिन अगर कोई पैसे या थोड़ा अनाज नही रखते थे देना चाहता था तो वे उसे स्वीकार कर लेते थे। वे सबको लोटे से पानी पीने की सलाह देते थे और कहते थे कि इससे आंतों की बीमारी कम होती है। आजकल , कई लोग पाइल्स से पीड़ित हैं, लेकिन हमें यह की जरूरत है समझने कि हमारे पूर्वजों की स्वास्थ्य संबंधी सलाहें कितनी तरह, सुबह उठते ही बिस्तर इकट्ठा महत्वपूर्ण थीं। হ্মী fg करने की आदत हमें अपने कार्यों को खुद करने के प्रेरित करती थी। भारतीय सनातन संस्कृति की उत्कृष्ट स्थिति है और धीरे-धीरे हमें इसकी महत्ता समझ में आ रही है - ShareChat