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#😇 સુવિચાર #👌બેસ્ટ સ્ટેટ્સ📱 #✍️ જીવન કોટ્સ #📱 Whastapp લવ સ્ટેટસ #જીવનગાથા
😇 સુવિચાર - धोख़ा ही उसने दिया, जिस पर सबसे ज्यादा ऐतबार था... वो हर चीज की जिससे मुझे बहुत दर्द होने लगा, %< 3H फिर खुद बहुत रोका एक हद तक को खामोश करना ही सही 100 লেযা और भीतर से टूटना तो बने मेरा, मैंने धोख़ा ही वहाँ से खाया, जहां सबसे ज्यादा विश्वास किया, हम मानते रहे उसे अपना, वो तो कब का पीठ पीछे किसी और से जुड़ता  गया, मुझे बोलता रहा सिर्फ़ तुम्हारा हूँ, ना जाने इतना प्यारा धोख़ा कैसे देता रहा. मोहब्बत अब तो सोचकर भी दर्द होता है, जिस नफरत रही ना लिए हम ' इंसान के मरने तक भी तैयार थे उससे जीते जी भी साथ निभाया ना गया, बड़े पागल ೩೯, जो हमसे उसका ೩೯' असली पहचाना नी गया, मासूम ही इतना दिखता था, पीठ पीछे का वार उसका कभी पकडा ही नहीं गया, चलाये पीठ पीछे हजारों कंजर दिन रात उसने पर कभी शक तक भी नही होने दिया, और आख़िरी बार जब किसी और के साथ मिलकर सामने आया मेरे, तो बड़ा दुख होता है किस बेवफ़ा से दिल 6#...!! 1@ लगाया kuchalfaaz @dil.ke_ 41>^;711-;+>7 धोख़ा ही उसने दिया, जिस पर सबसे ज्यादा ऐतबार था... वो हर चीज की जिससे मुझे बहुत दर्द होने लगा, %< 3H फिर खुद बहुत रोका एक हद तक को खामोश करना ही सही 100 লেযা और भीतर से टूटना तो बने मेरा, मैंने धोख़ा ही वहाँ से खाया, जहां सबसे ज्यादा विश्वास किया, हम मानते रहे उसे अपना, वो तो कब का पीठ पीछे किसी और से जुड़ता  गया, मुझे बोलता रहा सिर्फ़ तुम्हारा हूँ, ना जाने इतना प्यारा धोख़ा कैसे देता रहा. मोहब्बत अब तो सोचकर भी दर्द होता है, जिस नफरत रही ना लिए हम ' इंसान के मरने तक भी तैयार थे उससे जीते जी भी साथ निभाया ना गया, बड़े पागल ೩೯, जो हमसे उसका ೩೯' असली पहचाना नी गया, मासूम ही इतना दिखता था, पीठ पीछे का वार उसका कभी पकडा ही नहीं गया, चलाये पीठ पीछे हजारों कंजर दिन रात उसने पर कभी शक तक भी नही होने दिया, और आख़िरी बार जब किसी और के साथ मिलकर सामने आया मेरे, तो बड़ा दुख होता है किस बेवफ़ा से दिल 6#...!! 1@ लगाया kuchalfaaz @dil.ke_ 41>^;711-;+>7 - ShareChat