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#moral story #🌙 गुड नाईट #❤️Love You ज़िंदगी ❤️
moral - {  4H एक देवरानी ओर जेठानी मे ক্কি किसी बात पर जोरदार बहस  ओर दोनों मे बात इतनी बढ़ गर्ई दोनों ने एक ச 56 ஈக 7 दरूसरे देखने की कसम खा ली ओर अपने अपने कमरे मेंजा कर दरवाजा बंद कर लिया। थोड़ी देर बाद जेठानी के कमरे के दरवाजे पर खट खट हुई।  3aul ಗ जेठानी तनिक ऊँची बोली कोन हे॰ बाहर से आवाज आई दीदी मैे।़ जेठानी ने जोरसे दरवाजा  खोला ओर बोली अभी तो बड़ी 4m 11 ಛ 1s '1l 3 46i ஐ 35 51? देवरानी ने कहा दीदी सोच  कर तो वही गई॰थी॰ परन्तु माँ की कही एक बात याद आ गई कि जब कभी  ম ক্রুত  कहा सुनी हो जाए तो उसकी अच्छाइयों को याद करो ओर मैने किसी भी बही किया ओर मुझे आपका दिया हुआ प्यार ही प्यार याद आया ओर मे आपके लिए चाय ले कर आ गई। बस फिर क्या था दोनों रोते रोते एक दूसरे . के गले लग गई ओर साथ बेठ कर चाय पीने लगी।  जीवन में कोध को क्रोध से नहीं जीता जा सकता बोधःसेःजीता जा सकता हे। अग्नि अग्नि से नहीं बुझती जल से बुझती है। समझदार व्यक्ति बड़ी से बड़ी  बिगड़ती स्थितियों को दो शब्द प्रेम के बोलकर संभाल लेते हे। हर स्थिति मे संयम ओर बड़ा दिल रखना ही श्रेष्ठ हे। {  4H एक देवरानी ओर जेठानी मे ক্কি किसी बात पर जोरदार बहस  ओर दोनों मे बात इतनी बढ़ गर्ई दोनों ने एक ச 56 ஈக 7 दरूसरे देखने की कसम खा ली ओर अपने अपने कमरे मेंजा कर दरवाजा बंद कर लिया। थोड़ी देर बाद जेठानी के कमरे के दरवाजे पर खट खट हुई।  3aul ಗ जेठानी तनिक ऊँची बोली कोन हे॰ बाहर से आवाज आई दीदी मैे।़ जेठानी ने जोरसे दरवाजा  खोला ओर बोली अभी तो बड़ी 4m 11 ಛ 1s '1l 3 46i ஐ 35 51? देवरानी ने कहा दीदी सोच  कर तो वही गई॰थी॰ परन्तु माँ की कही एक बात याद आ गई कि जब कभी  ম ক্রুত  कहा सुनी हो जाए तो उसकी अच्छाइयों को याद करो ओर मैने किसी भी बही किया ओर मुझे आपका दिया हुआ प्यार ही प्यार याद आया ओर मे आपके लिए चाय ले कर आ गई। बस फिर क्या था दोनों रोते रोते एक दूसरे . के गले लग गई ओर साथ बेठ कर चाय पीने लगी।  जीवन में कोध को क्रोध से नहीं जीता जा सकता बोधःसेःजीता जा सकता हे। अग्नि अग्नि से नहीं बुझती जल से बुझती है। समझदार व्यक्ति बड़ी से बड़ी  बिगड़ती स्थितियों को दो शब्द प्रेम के बोलकर संभाल लेते हे। हर स्थिति मे संयम ओर बड़ा दिल रखना ही श्रेष्ठ हे। - ShareChat