ShareChat
click to see wallet page
search
#सेवा निवृत्त #आर्डनरी #कैप्टन
सेवा - ऑर्डिनरी कैप्टन से सेवानिवृत्त होकर पैतृक गांव पहुंचने पर किया स्वागत डस को। उन्होंने कहा कि बह मां बाप फर्रुख नगर 3 सितम्बर (ज): खंड के गांव अलोमुदीनपुर में महावीर  होते हं। जिनका खशनसीब  రెక్తగె यादव के भारतीय सेना में साधारण सेना में ३० साल सेवा करके பரI ऑर्डिनरी कैप्टन) हंसी खुशी अपने घर पहुंचा है।उन्होंने से कप्तान सेवानिवृत्त होकर अपने पैतृक गांव कहा कि मैं महाबीर से कहना चाहूंगा 31 ক্ি ওান নাল সসমস নঙ্ক ওাপন নড় महुंचने पर महाबोर यादव कागर्मजोशी के साथ गणमान्य लोगों व आसपास बुजुर्गों का आशीर्वाद व सलाह लेकर  की सरदारी ने स्वागत किया। समाजमें बढ़ चढकर हिस्सा लेते रहे। 4 37 महबीर यादव का बिरहेडा़ मोड़ समाज के लिए नेक काम करते रहे। ক্ষা নি पहुंचनेपरसमाजसेवीसेवी बालकिशन सेवानिवृत्त ऑर्डिनरी केप्टन महावीर  साइट फाजिलपुर बादली की अगुवाई  यादव ने कहा कि॰में अगस्त १९९५ यादव থিনি में सेना में भर्ती हुआ था। वहां मेरे में जोरदार अभिनंदन किया गया। ٦٩ सीनियर साथियों ने मुझे गाईड  সম্ানী মোনন কাসীনাযস মানন;  सभी कैप्टन  आर्डिनरी से सेवानिवृत्त होकर पैतृक गांव पहुंचने पर स्वागत करते। सत्यनारायण शर्मा सिवाडी, इमरत लाईन दो और आगे बढने के लिए 11,07 उपहार   दिए गए और दौरान समाजसेवी बालकिशन यादव प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बडे 77 बहुमूल्य यादव है, कर खुशी मनाई  की धर्मपत्नी ब्रहम देवी ने महाबीर की कहावत है कि बच्चों को आतिशबाजी छोड़ बुजुर्गो  ब्रहम यादव তিলাি संस्कार उसके घर से मिलता है। मुझे फूलमालाओं  गई। महाबीर यादव को बिरहेडा़ मोड़ यादव की धर्मपत्नो बबली देवी व ಶಕತ್ उन्हा भी मेरे घर सेव मेरे गांव से हमेशा पगड़ी नोटेंकी } ]6 से डोजे बाजे व गाडयिों के काफिले उसकी माता जो का शॉल ओढ़ाकर  किया के साथ गांव तक लाया गया। सबसे सम्मान किया। इस दोरान समाजसेवो इतने अच्छे संस्कार मिलते रहे कि॰ माला Ff पुष्पगुच्छ से पहले   उन्होंने बालकिशन यादव ने महाबीर यादव हमेशा मेरी उम्मोद आगे बढने की बाबा   बलदव दस बाल उदासीन आश्रम पहुंचे बहां पर उन्होंने रही। आज अपनी सर्विस के ३० साल के भारतीय सेना ने बेदाग ३० वर्ष के भव्य स्वागत 117 TTIST ४ दिन पूरे करके अपने घर लौटा हूं। #4TI 5= माथा टेका और आशीर्वाद लिया।इस कार्यकाल पूरा करने के लिए सराहना 12 M [27 ऑर्डिनरी कैप्टन से सेवानिवृत्त होकर पैतृक गांव पहुंचने पर किया स्वागत डस को। उन्होंने कहा कि बह मां बाप फर्रुख नगर 3 सितम्बर (ज): खंड के गांव अलोमुदीनपुर में महावीर  होते हं। जिनका खशनसीब  రెక్తగె यादव के भारतीय सेना में साधारण सेना में ३० साल सेवा करके பரI ऑर्डिनरी कैप्टन) हंसी खुशी अपने घर पहुंचा है।उन्होंने से कप्तान सेवानिवृत्त होकर अपने पैतृक गांव कहा कि मैं महाबीर से कहना चाहूंगा 31 ক্ি ওান নাল সসমস নঙ্ক ওাপন নড় महुंचने पर महाबोर यादव कागर्मजोशी के साथ गणमान्य लोगों व आसपास बुजुर्गों का आशीर्वाद व सलाह लेकर  की सरदारी ने स्वागत किया। समाजमें बढ़ चढकर हिस्सा लेते रहे। 4 37 महबीर यादव का बिरहेडा़ मोड़ समाज के लिए नेक काम करते रहे। ক্ষা নি पहुंचनेपरसमाजसेवीसेवी बालकिशन सेवानिवृत्त ऑर्डिनरी केप्टन महावीर  साइट फाजिलपुर बादली की अगुवाई  यादव ने कहा कि॰में अगस्त १९९५ यादव থিনি में सेना में भर्ती हुआ था। वहां मेरे में जोरदार अभिनंदन किया गया। ٦٩ सीनियर साथियों ने मुझे गाईड  সম্ানী মোনন কাসীনাযস মানন;  सभी कैप्टन  आर्डिनरी से सेवानिवृत्त होकर पैतृक गांव पहुंचने पर स्वागत करते। सत्यनारायण शर्मा सिवाडी, इमरत लाईन दो और आगे बढने के लिए 11,07 उपहार   दिए गए और दौरान समाजसेवी बालकिशन यादव प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बडे 77 बहुमूल्य यादव है, कर खुशी मनाई  की धर्मपत्नी ब्रहम देवी ने महाबीर की कहावत है कि बच्चों को आतिशबाजी छोड़ बुजुर्गो  ब्रहम यादव তিলাি संस्कार उसके घर से मिलता है। मुझे फूलमालाओं  गई। महाबीर यादव को बिरहेडा़ मोड़ यादव की धर्मपत्नो बबली देवी व ಶಕತ್ उन्हा भी मेरे घर सेव मेरे गांव से हमेशा पगड़ी नोटेंकी } ]6 से डोजे बाजे व गाडयिों के काफिले उसकी माता जो का शॉल ओढ़ाकर  किया के साथ गांव तक लाया गया। सबसे सम्मान किया। इस दोरान समाजसेवो इतने अच्छे संस्कार मिलते रहे कि॰ माला Ff पुष्पगुच्छ से पहले   उन्होंने बालकिशन यादव ने महाबीर यादव हमेशा मेरी उम्मोद आगे बढने की बाबा   बलदव दस बाल उदासीन आश्रम पहुंचे बहां पर उन्होंने रही। आज अपनी सर्विस के ३० साल के भारतीय सेना ने बेदाग ३० वर्ष के भव्य स्वागत 117 TTIST ४ दिन पूरे करके अपने घर लौटा हूं। #4TI 5= माथा टेका और आशीर्वाद लिया।इस कार्यकाल पूरा करने के लिए सराहना 12 M [27 - ShareChat