#🙏ଜୟ ଶ୍ରୀ କ୍ରୀଷ୍ଣ🙏 #📀 ଭଜନ ଧମାକା🎶 #🚩ସନାତନ ଧର୍ମ💪 #🙏ପ୍ରାର୍ଥନା🎶 #jay sree radha Krishna 🙏🚩🚩 अध्याय 6 श्लोक 10🌹⚘️)*
*🌸🏵योगी युञ्जीत सततमात्मानं रहसि स्थितः ।*
*एकाकी यतचित्तात्मा निराशीरपरिग्रहः ॥🌸🏵*
*🌷💐योगी बसे एकांत में नित मन लगावे ध्यान में।*
*आशारहित संग्रह बिना जित इन्द्रि निज के ज्ञान में।।🌷💐*
*🍁🌺मन और इन्द्रियों सहित शरीर को वश में रखने वाला, आशारहित और संग्रहरहित योगी अकेला ही एकांत स्थान में स्थित होकर आत्मा को निरंतर परमात्मा में लगाए॥10॥🍁🌺*
*💮🌿🌻Let the Yogi try constantly to keep the mind steady, remaining in solitude, alone, with the mind and the body controlled, and free from hope and greed💮🌿🌻*
*🙏🌴☘🌿🌱🍃🍀🌲🌳जय श्रीकृष्ण🙏🌹🌷🌺🌻🌸🏵⚘️💐*


