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Hansraj Harinkhede #✍मेरे पसंदीदा लेखक
✍मेरे पसंदीदा लेखक - कर्म ही धर्म है अच्छे के साथ अच्छे बनें, पर बुरे के साथ बुरे नहीं। क्योंकि हीरे से हीरा तो तराशा जा सकता है लेकिन कीचड़ से कीचड़ सा़फ नहीं किया जा सकता। कोई मेरा बुरा करे वो उसका कर्म है # ক্িমী ক্া ন্তুয়া ন ক্র্য यह मेरा धर्म है ! Hansaraj B Harinkhede Harinkhede Electronic And Farnichar Balaji Chowk Kalimatil कर्म ही धर्म है अच्छे के साथ अच्छे बनें, पर बुरे के साथ बुरे नहीं। क्योंकि हीरे से हीरा तो तराशा जा सकता है लेकिन कीचड़ से कीचड़ सा़फ नहीं किया जा सकता। कोई मेरा बुरा करे वो उसका कर्म है # ক্িমী ক্া ন্তুয়া ন ক্র্য यह मेरा धर्म है ! Hansaraj B Harinkhede Harinkhede Electronic And Farnichar Balaji Chowk Kalimatil - ShareChat