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#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - वो हूं मैं... गुज़ार दिए होंगे कई दिन, महीने, साल. तुमने, जो काट ना सकोगे वो एक रात हूँ मैं।  की होगी गुफ़्तगू तुमने कई दफ़ा कई लोगों से, दिल पर जो लगेगी वो एक बात हूँ मैं। भीड़ में जब तन्हा, ख़ुदको तुम पाओगे , अपनेपन का एहसास जो करा दे, वो एक साथ हूँ मैं। बिताए होंगे तुमने कई हसीन पल सबके साथ में , याद हूँ मैं। वो एक 1 जो भुला नहीं पाओगे , वो हूं मैं... गुज़ार दिए होंगे कई दिन, महीने, साल. तुमने, जो काट ना सकोगे वो एक रात हूँ मैं।  की होगी गुफ़्तगू तुमने कई दफ़ा कई लोगों से, दिल पर जो लगेगी वो एक बात हूँ मैं। भीड़ में जब तन्हा, ख़ुदको तुम पाओगे , अपनेपन का एहसास जो करा दे, वो एक साथ हूँ मैं। बिताए होंगे तुमने कई हसीन पल सबके साथ में , याद हूँ मैं। वो एक 1 जो भुला नहीं पाओगे , - ShareChat