ShareChat
click to see wallet page
search
#premi premika #wife #qoute
premi premika - प्रेमिका का त्याग महांन है लोग कहते हैं पत्नी का त्याग धन्य है. क्योकि वह अपने माता-पिता को छोड़कर हमेशा के लिए पति के घर में आती है ये त्याग कोई प्रेमिका नहीं कर सकती , मुझे बताओ पत्नी जब अपने पिता का घर छोड़कर आती हैे तो क्या जिंदगी में कभी मायके लौटकर नहीं जाती हे ? आखिर किस बात का त्याग बलिदान कर देती हे ? सननुरIल जाने के बाद रोजनरोज फोन पर मायके वालों से वीडियो कॉल बात ही तो तीज ,में मायके में करती रहती है दिवाली दशहरा से गेहूं चावल आना जाना लगाा रहताा है वहाँ  GIGI राशन का सामान ससुराल में ले आती हे जब तक बूढ़े मातानपिता बीमार रहते हें तब तक मायके ्में एक गिलास पानी तक उन्हे देने नहीं जाती पर जेसे ही वो मर जाते हें तो भाई भाभी से प्रॉपटी में अपना हिस्सा लेने मुँह उठाए मायके पहुंच जाती हे त्याग बूलिदान तो वो प्रेमिका करती है जो प्रेमी के विवह के बाद सदा के जीवन से चली जाती हेेना कॉल , ना वीडियो लिए कॉल , ना मिलना जुलना पता नहीं कि किस जन्म में प्रेम डूब मिलेंगे या फिर समय के अंधकार में उसका जाएगा | प्रेमिका का त्याग महांन है लोग कहते हैं पत्नी का त्याग धन्य है. क्योकि वह अपने माता-पिता को छोड़कर हमेशा के लिए पति के घर में आती है ये त्याग कोई प्रेमिका नहीं कर सकती , मुझे बताओ पत्नी जब अपने पिता का घर छोड़कर आती हैे तो क्या जिंदगी में कभी मायके लौटकर नहीं जाती हे ? आखिर किस बात का त्याग बलिदान कर देती हे ? सननुरIल जाने के बाद रोजनरोज फोन पर मायके वालों से वीडियो कॉल बात ही तो तीज ,में मायके में करती रहती है दिवाली दशहरा से गेहूं चावल आना जाना लगाा रहताा है वहाँ  GIGI राशन का सामान ससुराल में ले आती हे जब तक बूढ़े मातानपिता बीमार रहते हें तब तक मायके ्में एक गिलास पानी तक उन्हे देने नहीं जाती पर जेसे ही वो मर जाते हें तो भाई भाभी से प्रॉपटी में अपना हिस्सा लेने मुँह उठाए मायके पहुंच जाती हे त्याग बूलिदान तो वो प्रेमिका करती है जो प्रेमी के विवह के बाद सदा के जीवन से चली जाती हेेना कॉल , ना वीडियो लिए कॉल , ना मिलना जुलना पता नहीं कि किस जन्म में प्रेम डूब मिलेंगे या फिर समय के अंधकार में उसका जाएगा | - ShareChat