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#🎙️मशहूर शायरों की शायरी✍️ #💞Heart touching शायरी✍️ #बेहतरीन उर्दू शायरी✍️ #✨उर्दू शायरी #💔पुराना प्यार 💔
🎙️मशहूर शायरों की शायरी✍️ - Best lines of Urdu Poetry Mirza Galib रफ्तार कुछ इस तरह तेज हो गई है ज़िंदगी की, के सुबह का दर्द शाम को पुराना लगता है। Jaun Elia:- तुम्हे तो ज़िंदगी के हर दुख बताए थे, ತತ೯ ಹTl तुम्हारा तो हक नहीं था Allama Iqbaal: दर्द तो वही देते है जिन्हें हक दिया जाता है, वरना गैर तो धक्का लगने पर भी माफी मांगते है। Best lines of Urdu Poetry Mirza Galib रफ्तार कुछ इस तरह तेज हो गई है ज़िंदगी की, के सुबह का दर्द शाम को पुराना लगता है। Jaun Elia:- तुम्हे तो ज़िंदगी के हर दुख बताए थे, ತತ೯ ಹTl तुम्हारा तो हक नहीं था Allama Iqbaal: दर्द तो वही देते है जिन्हें हक दिया जाता है, वरना गैर तो धक्का लगने पर भी माफी मांगते है। - ShareChat