ShareChat
click to see wallet page
search
🪔 दीपावली: अंधकार से प्रकाश की ओर — भारतीय संस्कृति की आत्मा का पर्व ✍️ एडवोकेट प्रहलाद राय व्यास पूर्व सदस्य, स्थायी लोक अदालत, भीलवाड़ा भारत के असंख्य त्यौहारों में दीपावली सबसे उज्ज्वल, सबसे प्रेरणादायक और सबसे लोकप्रिय पर्व है। यह केवल रोशनी का त्योहार नहीं, बल्कि मानव जीवन में उजियारे की तलाश का प्रतीक है। दीपावली हमें बताती है कि हर अंधकार के अंत में प्रकाश का विजय गीत गूँजता है। 🏛️ ऐतिहासिक महत्व दीपावली का इतिहास मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन से जुड़ा है। जब वे चौदह वर्ष के वनवास और रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटे, तब नगरवासियों ने दीपों की पंक्तियाँ जलाकर उनका स्वागत किया। यह दिन न्याय, धर्म और मर्यादा की पुनर्स्थापना का प्रतीक बन गया। 📖 पौराणिक महत्व विभिन्न पुराणों में दीपावली का स्वरूप बहुवर्णी है — समुद्र मंथन से लक्ष्मीजी का प्राकट्य इसी दिन हुआ। भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध किया, जिससे बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश मिला। जैन धर्म में यह महावीर स्वामी के निर्वाण दिवस के रूप में पूज्य है। सिख धर्म में यह ‘बंदी छोड़ दिवस’ के रूप में मनाया जाता है, जब गुरु हरगोविंद सिंह जी ने 52 राजाओं को मुक्ति दिलाई। 🕉️ आध्यात्मिक महत्व दीपावली केवल बाह्य प्रकाश का पर्व नहीं, बल्कि आंतरिक ज्योति के जागरण का अवसर है। दीप का अर्थ है — आत्मज्ञान, सद्भाव, और सच्चाई की मशाल। यह हमें सिखाता है कि अंधकार चाहे कितना भी गहरा हो, एक दीप उसे मिटा सकता है। “तमसो मा ज्योतिर्गमय” — यही दीपावली का शाश्वत संदेश है। 🛕 धार्मिक महत्व इस दिन महालक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की पूजा की जाती है। व्यापारी वर्ग इस दिन से नया लेखा वर्ष प्रारंभ करता है। यह पूजा हमें याद दिलाती है कि धन का अर्थ केवल वैभव नहीं, बल्कि सदुपयोग और परोपकार भी है। 🎨 सांस्कृतिक महत्व दीपावली भारतीय संस्कृति की रंगीन आत्मा है। घरों की सफाई, रंगोली, दीप सज्जा, मिठाइयाँ, पारंपरिक वस्त्र — यह सब संस्कार, सृजन और सौंदर्य का उत्सव है। यह पर्व हमें अपनी जड़ों से जोड़ता है और सामूहिक उल्लास का अवसर देता है। 🤝 सामाजिक महत्व दीपावली समाज में सद्भाव, एकता और करुणा का संदेश देती है। यह समय है — मनमुटाव मिटाने का गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने का पर्यावरण को सुरक्षित रखने और स्वच्छता अपनाने का जब हर घर का दीप किसी और के जीवन में उजाला करे, तभी दीपावली का सच्चा अर्थ पूर्ण होता है। 🌟 निष्कर्ष दीपावली हमें सिखाती है कि अंधकार सदा के लिए नहीं होता। अंततः जीत प्रकाश, प्रेम और सत्य की ही होती है। यह पर्व हर भारतीय के मन में यह संकल्प जगाता है — > “हम स्वयं दीप बनें और समाज को आलोकित करे" – एडवोकेट प्रहलाद राय व्यास पूर्व सदस्य, स्थायी लोक अदालत, भीलवाड़ा (समाज, न्याय और जागरूकता के क्षेत्र में सक्रिय) #भीलवाडा_की_खबरें #⚖️भारतीय संविधान