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#💫ध्यान के मंत्र🧘‍♂️ #सूर्य #उपासना हृदय से
उपासना हृदय से - सूर्य देव को अर्घ्य देने के नियम মামস্গী तांबे का लौटा, रौली, चावल, लाल फूल और जल িখি মরমী বীসী করী সল ম মিলাভ] पूर्व दिशा की ओर मुख करके खड़ें हों। अब दोनों हाथों को ऊपर करके इस तरह से जल अर्पित करें कि जल की धार में से किरणें निकलकर आप तक पहुंचें। बाद जमीन से हाथों की उंगलियों में जल इसके लें और अपने दोनों नेत्रों पर लगा लें। ऊँ घृणि सूर्याय नमः (इस मंत्र का ११ बार जाप करें) लाभ आत्मविश्वास और तेज में वृद्धि होती है। आरोग्य का आशीर्वाद मिलता है। दूर होती है। नकारात्मक ऊर्जा  X/ Yajnshri सूर्य देव को अर्घ्य देने के नियम মামস্গী तांबे का लौटा, रौली, चावल, लाल फूल और जल িখি মরমী বীসী করী সল ম মিলাভ] पूर्व दिशा की ओर मुख करके खड़ें हों। अब दोनों हाथों को ऊपर करके इस तरह से जल अर्पित करें कि जल की धार में से किरणें निकलकर आप तक पहुंचें। बाद जमीन से हाथों की उंगलियों में जल इसके लें और अपने दोनों नेत्रों पर लगा लें। ऊँ घृणि सूर्याय नमः (इस मंत्र का ११ बार जाप करें) लाभ आत्मविश्वास और तेज में वृद्धि होती है। आरोग्य का आशीर्वाद मिलता है। दूर होती है। नकारात्मक ऊर्जा  X/ Yajnshri - ShareChat