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#बेहतरीन शायरी और मेरी सोच #📖 कविता और कोट्स✒️ #बिल्कुल 100% सही बात है #✍️ साहित्य एवं शायरी #📓 हिंदी साहित्य
बेहतरीन  शायरी और मेरी सोच - बहुत देर रह नहीं सकता ম সামমাঁ ঐ मगर ये बात ज़मीं से तो कह नहीं सकता। सहारा लेना ही पड़ता है मुझको दरिया का मैं एक कतरा हूँ तनहा तो बह नहीं सकता। वसीम बरेलवी बहुत देर रह नहीं सकता ম সামমাঁ ঐ मगर ये बात ज़मीं से तो कह नहीं सकता। सहारा लेना ही पड़ता है मुझको दरिया का मैं एक कतरा हूँ तनहा तो बह नहीं सकता। वसीम बरेलवी - ShareChat