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#Aacharya Ramchandra Shukla ka Jivan Parichay
Aacharya Ramchandra Shukla ka Jivan Parichay - आचार्य रामचंद्र शूक्ल 1884 en अगोना बस्ती उत्तर प्रदेश  ত্স-থন - शिक्षा इंटर तक चंद्रबली शुक्ल पिता २ फरवरी १९४१ मृत्यु चिंतामणि, रसमीमांसा, त्रिवेणी  বেনার্ৎ जीवन परिचय- आचार्य रामचंद्र शुक्ल का जन्म१ ८८४ ईस्वी में बस्ती  जिले के आगोना नामक ग्राम में हुआ था। பச த்ி इनके शुक्ल था। बालक रामचंद्र शुक्ल ने हाई स्कूल की परीक्षा मिर्जापुर जिले  के मिशन स्कूल से उत्तीर्ण की। गणित में कमजोर होने के कारण उनकी लिए शिक्षा आगे नहीं बढ़ सकी। इंटर की परीक्षा के कायस्थ पाठशाला अंतिम वर्ष की परीक्षा से पूर्व भी ক্িনু  इलाहाबाद में प्रवेश लिया, विद्यालय छूट गया। इन्होंने मिर्जापुर के न्यायालय में नोकरी कर ली॰ स्वभाव अनुकूल न होने के कारण छोड़ दी और मिर्जापुर के = ক্িনু मिशन स्कूल में चित्रकला के अध्यापक हो गए। शुक्ल जी को बचपन  23 से ही पढाई लिखाई में लगन थी। उन्होंने घर पर हिंदी अंग्रेजी संस्कृत  उर्दू फारसी आदि कई भाषाओं का अच्छा ज्ञान प्राप्त किया। साहित्य  की सेवा करते हुए सन १९४१ ईस्वी में हृदय गति रुक जाने के कारण  pislike मृत्यु हो गई।  उनकी Subscribe like रचनाएं- चिंतामणि, रस मीमांसा, त्रिवेणी 1Oth UP BOARD EXAM आचार्य रामचंद्र शूक्ल 1884 en अगोना बस्ती उत्तर प्रदेश  ত্স-থন - शिक्षा इंटर तक चंद्रबली शुक्ल पिता २ फरवरी १९४१ मृत्यु चिंतामणि, रसमीमांसा, त्रिवेणी  বেনার্ৎ जीवन परिचय- आचार्य रामचंद्र शुक्ल का जन्म१ ८८४ ईस्वी में बस्ती  जिले के आगोना नामक ग्राम में हुआ था। பச த்ி इनके शुक्ल था। बालक रामचंद्र शुक्ल ने हाई स्कूल की परीक्षा मिर्जापुर जिले  के मिशन स्कूल से उत्तीर्ण की। गणित में कमजोर होने के कारण उनकी लिए शिक्षा आगे नहीं बढ़ सकी। इंटर की परीक्षा के कायस्थ पाठशाला अंतिम वर्ष की परीक्षा से पूर्व भी ক্িনু  इलाहाबाद में प्रवेश लिया, विद्यालय छूट गया। इन्होंने मिर्जापुर के न्यायालय में नोकरी कर ली॰ स्वभाव अनुकूल न होने के कारण छोड़ दी और मिर्जापुर के = ক্িনু मिशन स्कूल में चित्रकला के अध्यापक हो गए। शुक्ल जी को बचपन  23 से ही पढाई लिखाई में लगन थी। उन्होंने घर पर हिंदी अंग्रेजी संस्कृत  उर्दू फारसी आदि कई भाषाओं का अच्छा ज्ञान प्राप्त किया। साहित्य  की सेवा करते हुए सन १९४१ ईस्वी में हृदय गति रुक जाने के कारण  pislike मृत्यु हो गई।  उनकी Subscribe like रचनाएं- चिंतामणि, रस मीमांसा, त्रिवेणी 1Oth UP BOARD EXAM - ShareChat