प्रेम मे पड़ी स्त्री अक्सर बचलन
कहलाती हे जबकि उसकी गलती
सिर्फ इतनी होती हे कि उसने किसी को
दिल से चाहने की हिम्मत की होती हे !!
गलत वो नही गलत तो वो समाज हे
जो स्त्री का प्रेम तो देखना चाहता हे
पर उसकी अपनी इच्छाओं को
नामर्दों की तरह की दबा देना चाहता हे !!
जिस दुनिया मे पुरुष का
इश्क जुनून कहलाता हे उसी दुनिया मे स्त्री का इश्क चरित्र पर निशाना बन जाता हे!!
वो प्यार में पड़ती हे तो उसे कटघरे खड़ा कर दिया जाता हे मानो मोहब्बत कोई गुनाह हो और उस गुनाह की सजा सिर्फ स्त्रियों के नामलिखी गई हो !!
सच तो ये हे गलत स्त्री नही गलत वो सोच हे
जो आज भी प्रेम को नही स्त्री को तौलती हे !!
#💞ऐ मेरे हमसफर #💝तेरा इंतज़ार #💞जीवनसाथी #❤️Love You ज़िंदगी ❤️

