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#⛈️ताबड़तोड़ बारिश का रेड अलर्ट 🔴 #🗞️20 जून के अपडेट 🔴 #🆕 ताजा अपडेट #🌐 राष्ट्रीय अपडेट
⛈️ताबड़तोड़ बारिश का रेड अलर्ट 🔴 - दैनिळभास्कर २५ फीट 2007 में पथ निर्माण विभाग PIIIIETITI ने पुल बनवाया था। 106 फीट लंबे इस पुल के निर्माण पर १.२७ करोड़ रुपए को लागत आई थी। 100 खूंटी में बनई नदी पर बना पुल २५ फीट तक धंसा साल को ध्यान में रखते हुए डिजायन पिलर के फाउंडेशन में गडबड़ी, धंसने का यहभी कारण खूंटी खूंटी-सिमडेगा रोड पर पेलोल गांव कया गया था। लेकिन १८ साल में ही के पास बनई नदी पर बना १८ साल पुराना उच्चस्तरीय पुल का भारकरइनसाइट पुल गुरुवार को दो हिस्सों में बंट गया। पिलर ध्वस्त डिजायन १०० साल खिसकने से एक हिस्सा करीब २५ फीट 2005 को ध्यान में रखकर बनाया जाता है। डिजायन की जांच में पता पुल के नीचे धंस गया। घटना सुबह करीब 8:३० में यहां बना सिंगल चला है कि पिलर का फाउंडेशन १९ मीटर होना चाहिए था, लेकिन बजे हुई। उस समय वहां से एक ट्रक गुजर पुल तेज बहाव में मेजरमेंट बुक ( एमबी ) में १३ मीटर का ही जिक्र है। फिर छह मीटर ೯೯ रहा था। गनीमत रही बाल-्बाल बच बह गया था। इसी की पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता रामेश्वर शाह कम क्यों है गया। पुल टूटने से खूंटी-सिमडेगा रोड पर जगह यह पुल बनाया ने कहा- हो सकता है कि १३ मीटर में ही हार्ड मिल गया होगा या फिर यातायात पूरी तरह बंद हो गया है। गया था। समझौता हो गया होगा। पिलर खिसकने का यह भी कारण हो सकता है। दैनिळभास्कर २५ फीट 2007 में पथ निर्माण विभाग PIIIIETITI ने पुल बनवाया था। 106 फीट लंबे इस पुल के निर्माण पर १.२७ करोड़ रुपए को लागत आई थी। 100 खूंटी में बनई नदी पर बना पुल २५ फीट तक धंसा साल को ध्यान में रखते हुए डिजायन पिलर के फाउंडेशन में गडबड़ी, धंसने का यहभी कारण खूंटी खूंटी-सिमडेगा रोड पर पेलोल गांव कया गया था। लेकिन १८ साल में ही के पास बनई नदी पर बना १८ साल पुराना उच्चस्तरीय पुल का भारकरइनसाइट पुल गुरुवार को दो हिस्सों में बंट गया। पिलर ध्वस्त डिजायन १०० साल खिसकने से एक हिस्सा करीब २५ फीट 2005 को ध्यान में रखकर बनाया जाता है। डिजायन की जांच में पता पुल के नीचे धंस गया। घटना सुबह करीब 8:३० में यहां बना सिंगल चला है कि पिलर का फाउंडेशन १९ मीटर होना चाहिए था, लेकिन बजे हुई। उस समय वहां से एक ट्रक गुजर पुल तेज बहाव में मेजरमेंट बुक ( एमबी ) में १३ मीटर का ही जिक्र है। फिर छह मीटर ೯೯ रहा था। गनीमत रही बाल-्बाल बच बह गया था। इसी की पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता रामेश्वर शाह कम क्यों है गया। पुल टूटने से खूंटी-सिमडेगा रोड पर जगह यह पुल बनाया ने कहा- हो सकता है कि १३ मीटर में ही हार्ड मिल गया होगा या फिर यातायात पूरी तरह बंद हो गया है। गया था। समझौता हो गया होगा। पिलर खिसकने का यह भी कारण हो सकता है। - ShareChat