६२ ह व्ह्यू · ३.९ ह प्रतिक्रिया | मंदसौर में दोस्ती का अलग नजरिया देखने को मिला दोस्त की माँ को खून की ज़रूरत थी… और राखी जैसे त्योहार के दिन, 25 युवा बिना सोचे, बिना रुके 250 किलोमीटर दूर इंदौर अस्पताल के लिए निकल पड़े तेज़ धूप, लंबा रास्ता… लेकिन इरादा अटल था उन्होंने न सिर्फ सफ़र तय किया… बल्कि एक साथ 20 यूनिट रक्तदान कर यह साबित कर दिया कि रिश्ते सिर्फ़ खून से नहीं, दिल से भी बनते हैं यह कहानी सिर्फ़ दोस्ती की नहीं… यह कहानी है इंसानियत की, भाईचारे कीऔर उस यकीन की जो कहता है जब दोस्त साथ हों, तो कोई दूरी मायने नहीं रखती मंदसौर के इन 25 युवाओं को हमारा सलाम!" | Mera Neemuch
मंदसौर में दोस्ती का अलग नजरिया देखने को मिला दोस्त की माँ को खून की ज़रूरत थी… और राखी जैसे त्योहार के दिन, 25 युवा बिना सोचे, बिना रुके 250 किलोमीटर...