ganga Davi
ShareChat
click to see wallet page
@1304629925
1304629925
ganga Davi
@1304629925
मुझे ShareChat पर फॉलो करें!I am Indian
#🌞 Good Morning🌞 #🙏रोजाना भक्ति स्टेट्स #🌸 सत्य वचन # Hari Roj Tere Ghar Aate hai#
🌞 Good Morning🌞 - ShareChat
00:13
#❤️Love You ज़िंदगी ❤️ #🌞 Good Morning🌞 Happy Christmas#
❤️Love You ज़िंदगी ❤️ - ShareChat
00:05
#❤️जीवन की सीख #🙏रोजाना भक्ति स्टेट्स Karte Ho Tum Kanhaiya
❤️जीवन की सीख - ShareChat
00:22
#🙏रोजाना भक्ति स्टेट्स #❤️जीवन की सीख Man Ko Bhi usne suna
🙏रोजाना भक्ति स्टेट्स - ShareChat
00:46
#🌸 सत्य वचन #🙏रोजाना भक्ति स्टेट्स Ek Baras pura Hua Intezar Ka
🌸 सत्य वचन - ShareChat
00:24
#🌸 सत्य वचन #☝ मेरे विचार #❤️जीवन की सीख #👉 लोगों के लिए सीख👈
🌸 सत्य वचन - जब कोई स्त्री समझदारी ओढ ले तो समझ लेना उसकी मासूमियत को किसी ने हल्के में ले लिया है वह जो हर बात पें खिल खिलाती थी में एक उसके हंसी ठहराव सा आ गया है जहां उसे चाह थी अपना कहे जाने की उसने खुद को पराया कर लिया है वहां जहां उसे हक था नाराज होने का वहां उसे समझना छोड़ दिया है कभी जो छोटी छोटी बातों पर बहस कर बैठती थी वहां उसने चुप रहना सीख लिया है कभी जो किसी के सामने अपने आंसू में सुकून पाती थी आज उसने दर्द को आंखों में नहीं दिल में समेटना सीख लिया! जब कोई स्त्री समझदारी ओढ ले तो समझ लेना उसकी मासूमियत को किसी ने हल्के में ले लिया है वह जो हर बात पें खिल खिलाती थी में एक उसके हंसी ठहराव सा आ गया है जहां उसे चाह थी अपना कहे जाने की उसने खुद को पराया कर लिया है वहां जहां उसे हक था नाराज होने का वहां उसे समझना छोड़ दिया है कभी जो छोटी छोटी बातों पर बहस कर बैठती थी वहां उसने चुप रहना सीख लिया है कभी जो किसी के सामने अपने आंसू में सुकून पाती थी आज उसने दर्द को आंखों में नहीं दिल में समेटना सीख लिया! - ShareChat
#👉 लोगों के लिए सीख👈 #🌸 सत्य वचन #☝ मेरे विचार
👉 लोगों के लिए सीख👈 - 8:19 LE 56 :ll 81 W 46% अच्छी थी, पगडंडी अपनी পং নী जाम बहुत है!! सड़कों फुर्र हो गई फुर्सत, अब तो बहुत है!! सबके पास॰ काम नहीं जरूरत, बूढ़ों की अब, हर बच्चा, बुद्धिमान बहुत है!! उजड़ गए॰ सब बाग बगीचे, दो गमलों में॰ शान बहुत है!! मट्ठा, दही, नहीं खाते हैं, कहते हैं, ज़ुकाम बहुत है!! पीते हैं॰ जब चाय, तब कहीं, कहते हैं, आराम बहुत है!! बंद हो गई, चिट्ठी, पत्री, व्हाट्सएप पर, पैगाम बहुत है!! झुके झुके, बच्चे களி बस्तों में॰ सामान बहुत है!! नही बचे, कोई सम्बन्धी, अकड़ ऐंठ, अहसान बहुत है!! सुविधाओं का,ढेर लगा है यार.॰ पर इंसान, परेशान बहुत है!! 8:19 LE 56 :ll 81 W 46% अच्छी थी, पगडंडी अपनी পং নী जाम बहुत है!! सड़कों फुर्र हो गई फुर्सत, अब तो बहुत है!! सबके पास॰ काम नहीं जरूरत, बूढ़ों की अब, हर बच्चा, बुद्धिमान बहुत है!! उजड़ गए॰ सब बाग बगीचे, दो गमलों में॰ शान बहुत है!! मट्ठा, दही, नहीं खाते हैं, कहते हैं, ज़ुकाम बहुत है!! पीते हैं॰ जब चाय, तब कहीं, कहते हैं, आराम बहुत है!! बंद हो गई, चिट्ठी, पत्री, व्हाट्सएप पर, पैगाम बहुत है!! झुके झुके, बच्चे களி बस्तों में॰ सामान बहुत है!! नही बचे, कोई सम्बन्धी, अकड़ ऐंठ, अहसान बहुत है!! सुविधाओं का,ढेर लगा है यार.॰ पर इंसान, परेशान बहुत है!! - ShareChat
#☝ मेरे विचार #🌸 सत्य वचन #👉 लोगों के लिए सीख👈 #❤️जीवन की सीख
☝ मेरे विचार - तू जिंदगी को जी उसे समझने की कोशिश न कर सुंदर सपनो के ताने बाने बुन उसमे उलझन की कोशिश न कर साथ तु भी चल चलते वक्त के उसमें सिमटने की कोशिश न कर को फैला, खुल कर साँस ले अपने हाथो की कोशिश न कर अंदर ही अंदर घुटने मन में चल रहे युद्ध को विराम दे खामख्वाह खुद से लडने की कोशिश न कर कुछ बाते भगवान पर छोड़ दे सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर में खुश रह जो मिल गया उसी जो सूकून छीन ले वो पाने कोशिश न कर रास्ते की सुंदरता का लुफ्त उठा मंजिल पर जल्दी की कोशिश न कर। पहुँचने तू जिंदगी को जी उसे समझने की कोशिश न कर सुंदर सपनो के ताने बाने बुन उसमे उलझन की कोशिश न कर साथ तु भी चल चलते वक्त के उसमें सिमटने की कोशिश न कर को फैला, खुल कर साँस ले अपने हाथो की कोशिश न कर अंदर ही अंदर घुटने मन में चल रहे युद्ध को विराम दे खामख्वाह खुद से लडने की कोशिश न कर कुछ बाते भगवान पर छोड़ दे सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर में खुश रह जो मिल गया उसी जो सूकून छीन ले वो पाने कोशिश न कर रास्ते की सुंदरता का लुफ्त उठा मंजिल पर जल्दी की कोशिश न कर। पहुँचने - ShareChat
#❤️जीवन की सीख #🌸 सत्य वचन #👉 लोगों के लिए सीख👈 #☝ मेरे विचार #❤️Love You Papa ❤️
❤️जीवन की सीख - ज्यों ज्यों बच्चे बड़े होते है। बाप से दूरियाँ बढ जाती है। बाप की याद तभी आती है जब उन्हें होती है। जरूरत एक उम्र के बाद बाप भरे घर में अकेला हो जाता है। बच्चों की शादी के बाद तो वह परिवार से पूरी तरह अलग कर दिया जाता है। घर के भीतर के हंसी में उसकी उपस्थिति नहीं তষ্াব্ধী होती। बस एक कमरे में उसकी जिंदगी ठहर जाती है। अनुपस्थिति में होने लगते है। उसे काम उसकी बहुत से शरीक करना भी जरूरी नहीं समझते। ব্রী বব্ধ  एक ईंट को जिसने अपनी सांसे होम जिस घर लिए अजनबी बनता कर बनाया था। वो घर भी उसके जाता है। बाप को कभी भी वो प्यार नहीं मिलता जो एक मां को मिलता है। एक उम्र के बाद बच्चे बाप को गले नहीं लगाते। ना बाप की गोद में सिर रखकर सोते हैं। जो बच्चे परदेस रहते हां वो भी मां को फोन लगाते है। उनकी कुशलता का समाचार भी बाप के पास मां के जरिए पहुंचता है। बाप के आखिरी पल एकांत में ही गुजरते है। Hி यादों के साथ। वह खुद में सिमट कर रह जाता है। घुटता है। सच है ना ७७० ज्यों ज्यों बच्चे बड़े होते है। बाप से दूरियाँ बढ जाती है। बाप की याद तभी आती है जब उन्हें होती है। जरूरत एक उम्र के बाद बाप भरे घर में अकेला हो जाता है। बच्चों की शादी के बाद तो वह परिवार से पूरी तरह अलग कर दिया जाता है। घर के भीतर के हंसी में उसकी उपस्थिति नहीं তষ্াব্ধী होती। बस एक कमरे में उसकी जिंदगी ठहर जाती है। अनुपस्थिति में होने लगते है। उसे काम उसकी बहुत से शरीक करना भी जरूरी नहीं समझते। ব্রী বব্ধ  एक ईंट को जिसने अपनी सांसे होम जिस घर लिए अजनबी बनता कर बनाया था। वो घर भी उसके जाता है। बाप को कभी भी वो प्यार नहीं मिलता जो एक मां को मिलता है। एक उम्र के बाद बच्चे बाप को गले नहीं लगाते। ना बाप की गोद में सिर रखकर सोते हैं। जो बच्चे परदेस रहते हां वो भी मां को फोन लगाते है। उनकी कुशलता का समाचार भी बाप के पास मां के जरिए पहुंचता है। बाप के आखिरी पल एकांत में ही गुजरते है। Hி यादों के साथ। वह खुद में सिमट कर रह जाता है। घुटता है। सच है ना ७७० - ShareChat
#☝ मेरे विचार #👉 लोगों के लिए सीख👈 #🌸 सत्य वचन #❤️जीवन की सीख
☝ मेरे विचार - मिट्टी से भी यारी रख, दिल से दिलदारी रख. T बातों से पहुंचे इतनी समझदारी रख. पहचान हो तेरी हटकर, 9ಿತ में कलाकारी रख. पलभर ये जोश जवानी का, की भी तैयारी रख. बुढ़ापे दिल सबसे मिलता नहीं, फिर भी जुबान प्यारी रख. मिट्टी से भी यारी रख, दिल से दिलदारी रख. T बातों से पहुंचे इतनी समझदारी रख. पहचान हो तेरी हटकर, 9ಿತ में कलाकारी रख. पलभर ये जोश जवानी का, की भी तैयारी रख. बुढ़ापे दिल सबसे मिलता नहीं, फिर भी जुबान प्यारी रख. - ShareChat