Zahid Husain
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#🤲अल्लाह हु अक़बर #🕌दरगाह
🤲अल्लाह हु अक़बर - ميخزلا نمجزلا دللا مسب ய பட்ட كرہم cle ٢٢٩ ضز <ببلألا اولوأ ركذتيلو सदक़ा देने का बेहतरीन तरीका अपने घर वालों और रिश्तेदारों की सबसे पहले 1. ज़रूरत पूरी करो, यह भी सदक़ा है। २. ग़रीब , यतीम और बेसहारा लोगों को खाना खिलाना अल्लाह को बहुत पसंद है। ३. इल्म (ज्ञान) सिखाना और नेक नसीहत करना भी सदक़ा है। की मदद करना , मुस्कुराकर मिलना और दूसरों  4. चीज़ रास्ते से नुक़सानदेह हटाना भी सदक़ा है। ५. दिल से और ख़ालिस नियत से दान करो, लिए  क़बूल हो। ताकि वह सिर्फ़ अल्लाह के आख़िर में याद रखोः सदक़ा कभी माल को कम नहीं करता बल्कि बरकत और रहमत बढ़ाता है ميخزلا نمجزلا دللا مسب ய பட்ட كرہم cle ٢٢٩ ضز <ببلألا اولوأ ركذتيلو सदक़ा देने का बेहतरीन तरीका अपने घर वालों और रिश्तेदारों की सबसे पहले 1. ज़रूरत पूरी करो, यह भी सदक़ा है। २. ग़रीब , यतीम और बेसहारा लोगों को खाना खिलाना अल्लाह को बहुत पसंद है। ३. इल्म (ज्ञान) सिखाना और नेक नसीहत करना भी सदक़ा है। की मदद करना , मुस्कुराकर मिलना और दूसरों  4. चीज़ रास्ते से नुक़सानदेह हटाना भी सदक़ा है। ५. दिल से और ख़ालिस नियत से दान करो, लिए  क़बूल हो। ताकि वह सिर्फ़ अल्लाह के आख़िर में याद रखोः सदक़ा कभी माल को कम नहीं करता बल्कि बरकत और रहमत बढ़ाता है - ShareChat
#🤲 दीन की बातें 🤲 #🕋सुन्नी इस्लामिक ग्रुप🕋 #🤲इस्लाम की प्यारी बातें #🕌मस्जिद 🤲 #☪इस्लामी स्टेटस📝
🤲 दीन की बातें 🤲 - ميخزلا نمجزلا دللا مسب ய பட்ட كرہم cle ٢٢٩ ضز <ببلألا اولوأ ركذتيلو सदक़ा देने का बेहतरीन तरीका अपने घर वालों और रिश्तेदारों की सबसे पहले 1. ज़रूरत पूरी करो, यह भी सदक़ा है। २. ग़रीब , यतीम और बेसहारा लोगों को खाना खिलाना अल्लाह को बहुत पसंद है। ३. इल्म (ज्ञान) सिखाना और नेक नसीहत करना भी सदक़ा है। की मदद करना , मुस्कुराकर मिलना और दूसरों  4. चीज़ रास्ते से नुक़सानदेह हटाना भी सदक़ा है। ५. दिल से और ख़ालिस नियत से दान करो, लिए  क़बूल हो। ताकि वह सिर्फ़ अल्लाह के आख़िर में याद रखोः सदक़ा कभी माल को कम नहीं करता बल्कि बरकत और रहमत बढ़ाता है ميخزلا نمجزلا دللا مسب ய பட்ட كرہم cle ٢٢٩ ضز <ببلألا اولوأ ركذتيلو सदक़ा देने का बेहतरीन तरीका अपने घर वालों और रिश्तेदारों की सबसे पहले 1. ज़रूरत पूरी करो, यह भी सदक़ा है। २. ग़रीब , यतीम और बेसहारा लोगों को खाना खिलाना अल्लाह को बहुत पसंद है। ३. इल्म (ज्ञान) सिखाना और नेक नसीहत करना भी सदक़ा है। की मदद करना , मुस्कुराकर मिलना और दूसरों  4. चीज़ रास्ते से नुक़सानदेह हटाना भी सदक़ा है। ५. दिल से और ख़ालिस नियत से दान करो, लिए  क़बूल हो। ताकि वह सिर्फ़ अल्लाह के आख़िर में याद रखोः सदक़ा कभी माल को कम नहीं करता बल्कि बरकत और रहमत बढ़ाता है - ShareChat
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🕋सुन्नी इस्लामिक ग्रुप🕋 - बेटियां घर का बोझ नहीं! Gulshan_E_Naqshband हुज़ूर & ने फरमाया जिनके पास तीन बेटियां हो और वो उनके होने पर सब्र करें, और उनको अपनी हलाल कमाई से खिलाएं पिलाए पहनाए तो उस लिए कयामत के दिन जहन्नम में आड़ शख्स के (रुकावट ) होगी! Ibn [ Majnh 5376) लेकिन! अफ़सोस आज आदमी बेटी होने पर मुंह लटका लेता है और बेटा होने पर मिठाई बाटता है उन्हें हुज़ूरहं& का यह फरमान चाहिए और बेटा और बेटी दोनों में बराबरी का ध्यान रखना नज़रिया रखना चाहिए और जब बेटा और बेटी दोनों बड़े हो जाए तो बाज़ार से कोई चीज़ खरीदते वक्त दोनों का खयाल रखे बेटी को कभी ये अहसास ना होने दें की उसका घर में बेटे की तरह मर्तबा नहीं ! बेटियां घर का बोझ नहीं! Gulshan_E_Naqshband हुज़ूर & ने फरमाया जिनके पास तीन बेटियां हो और वो उनके होने पर सब्र करें, और उनको अपनी हलाल कमाई से खिलाएं पिलाए पहनाए तो उस लिए कयामत के दिन जहन्नम में आड़ शख्स के (रुकावट ) होगी! Ibn [ Majnh 5376) लेकिन! अफ़सोस आज आदमी बेटी होने पर मुंह लटका लेता है और बेटा होने पर मिठाई बाटता है उन्हें हुज़ूरहं& का यह फरमान चाहिए और बेटा और बेटी दोनों में बराबरी का ध्यान रखना नज़रिया रखना चाहिए और जब बेटा और बेटी दोनों बड़े हो जाए तो बाज़ार से कोई चीज़ खरीदते वक्त दोनों का खयाल रखे बेटी को कभी ये अहसास ना होने दें की उसका घर में बेटे की तरह मर्तबा नहीं ! - ShareChat
#🕌दरगाह #🤲अल्लाह हु अक़बर #☪इस्लामी स्टेटस📝 #🕌मस्जिद 🤲 #🤲इस्लाम की प्यारी बातें
🕌दरगाह - बेटियां घर का बोझ नहीं! Gulshan_E_Naqshband हुज़ूर & ने फरमाया जिनके पास तीन बेटियां हो और वो उनके होने पर सब्र करें, और उनको अपनी हलाल कमाई से खिलाएं पिलाए पहनाए तो उस लिए कयामत के दिन जहन्नम में आड़ शख्स के (रुकावट ) होगी! Ibn [ Majnh 5376) लेकिन! अफ़सोस आज आदमी बेटी होने पर मुंह लटका लेता है और बेटा होने पर मिठाई बाटता है उन्हें हुज़ूरहं& का यह फरमान चाहिए और बेटा और बेटी दोनों में बराबरी का ध्यान रखना नज़रिया रखना चाहिए और जब बेटा और बेटी दोनों बड़े हो जाए तो बाज़ार से कोई चीज़ खरीदते वक्त दोनों का खयाल रखे बेटी को कभी ये अहसास ना होने दें की उसका घर में बेटे की तरह मर्तबा नहीं ! बेटियां घर का बोझ नहीं! Gulshan_E_Naqshband हुज़ूर & ने फरमाया जिनके पास तीन बेटियां हो और वो उनके होने पर सब्र करें, और उनको अपनी हलाल कमाई से खिलाएं पिलाए पहनाए तो उस लिए कयामत के दिन जहन्नम में आड़ शख्स के (रुकावट ) होगी! Ibn [ Majnh 5376) लेकिन! अफ़सोस आज आदमी बेटी होने पर मुंह लटका लेता है और बेटा होने पर मिठाई बाटता है उन्हें हुज़ूरहं& का यह फरमान चाहिए और बेटा और बेटी दोनों में बराबरी का ध्यान रखना नज़रिया रखना चाहिए और जब बेटा और बेटी दोनों बड़े हो जाए तो बाज़ार से कोई चीज़ खरीदते वक्त दोनों का खयाल रखे बेटी को कभी ये अहसास ना होने दें की उसका घर में बेटे की तरह मर्तबा नहीं ! - ShareChat
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🤲अल्लाह हु अक़बर - शक एक ऐसी बीमारी है जो इंसान का सुकून క్డీ = खत्म कर देती है. క్షే शक एक ऐसी बीमारी है जो इंसान का सुकून క్డీ = खत्म कर देती है. క్షే - ShareChat
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🤲 दीन की बातें 🤲 - POST ISLRMIG PHOTO UIDEO GROUP RRO RPNI ISLRH HRREN 1312 हज़रत अम्र बिन आस रदि अल्लाहु अन्हु फ़रमाते हैं कि जन्नत में एक खास महल है जिसे अदन कहते हैं इस के चारों तरफ बेशुमार महल और बाग हैं इस के पांच हज़ार दरवाज़े हैं इस में नबी शहीद या सिद्दीक़ जाएंगे DECEMBER VAMADI ULAAKHIR 13 Ul EOATE 05 JUMUAH INGLISH RDU ISLIIGPIIOIO UIDEUS SIIIUS GROUP IEFIIIGE III IIP JIIIE IIIP 89 POST ISLRMIG PHOTO UIDEO GROUP RRO RPNI ISLRH HRREN 1312 हज़रत अम्र बिन आस रदि अल्लाहु अन्हु फ़रमाते हैं कि जन्नत में एक खास महल है जिसे अदन कहते हैं इस के चारों तरफ बेशुमार महल और बाग हैं इस के पांच हज़ार दरवाज़े हैं इस में नबी शहीद या सिद्दीक़ जाएंगे DECEMBER VAMADI ULAAKHIR 13 Ul EOATE 05 JUMUAH INGLISH RDU ISLIIGPIIOIO UIDEUS SIIIUS GROUP IEFIIIGE III IIP JIIIE IIIP 89 - ShareChat
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🕌दरगाह - POST ISLRMIG PHOTO UIDEO GROUP RRO RPNI ISLRH HRREN 1312 हज़रत अम्र बिन आस रदि अल्लाहु अन्हु फ़रमाते हैं कि जन्नत में एक खास महल है जिसे अदन कहते हैं इस के चारों तरफ बेशुमार महल और बाग हैं इस के पांच हज़ार दरवाज़े हैं इस में नबी शहीद या सिद्दीक़ जाएंगे DECEMBER VAMADI ULAAKHIR 13 Ul EOATE 05 JUMUAH INGLISH RDU ISLIIGPIIOIO UIDEUS SIIIUS GROUP IEFIIIGE III IIP JIIIE IIIP 89 POST ISLRMIG PHOTO UIDEO GROUP RRO RPNI ISLRH HRREN 1312 हज़रत अम्र बिन आस रदि अल्लाहु अन्हु फ़रमाते हैं कि जन्नत में एक खास महल है जिसे अदन कहते हैं इस के चारों तरफ बेशुमार महल और बाग हैं इस के पांच हज़ार दरवाज़े हैं इस में नबी शहीद या सिद्दीक़ जाएंगे DECEMBER VAMADI ULAAKHIR 13 Ul EOATE 05 JUMUAH INGLISH RDU ISLIIGPIIOIO UIDEUS SIIIUS GROUP IEFIIIGE III IIP JIIIE IIIP 89 - ShareChat
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🤲अल्लाह हु अक़बर - మrztl ఆజిశిస్త हदीस की किताबें , मुहद्दिसीन , फुक्हा , औलिया व सूफिया रहमतुल्लाह अलैहि की किसी बाग़ में दावत बुख़ारी एक बार इमाम जुहर की बाद नफ़्ल पढ़नी शुरू की।जब ef নসাড় ক नमाज़ से अपने कुर्ते का दामन उठाया और अपने एक साथी से फारिंग हुए तो देखो तो मेरे कुर्ते के अन्दर कुछ है। उन्हों ने देखा कि एक भिड़ कहाः है जिस ने सोलह जगह डंक मारा है और यह सारी जगहें सूज गई हैं | किसी ने कहा कि पहली बार जब उस ने डंक मारा था तो नमाज़ क्यों नहीं तोड़ दी। फरमायाः मैं एक सूरत पढ रहा था उसे पूरी किये बिना नमाज़ तोड़ने को जी नहीं चाहा | Ref rence क्या आप जानते हैं सफा 465 P٥ST NUMBER - 2539 14 JUMADA AL THANI DII IAI(AA ' 4 4 7 HUMHAINRAZA WALE H | U R మrztl ఆజిశిస్త हदीस की किताबें , मुहद्दिसीन , फुक्हा , औलिया व सूफिया रहमतुल्लाह अलैहि की किसी बाग़ में दावत बुख़ारी एक बार इमाम जुहर की बाद नफ़्ल पढ़नी शुरू की।जब ef নসাড় ক नमाज़ से अपने कुर्ते का दामन उठाया और अपने एक साथी से फारिंग हुए तो देखो तो मेरे कुर्ते के अन्दर कुछ है। उन्हों ने देखा कि एक भिड़ कहाः है जिस ने सोलह जगह डंक मारा है और यह सारी जगहें सूज गई हैं | किसी ने कहा कि पहली बार जब उस ने डंक मारा था तो नमाज़ क्यों नहीं तोड़ दी। फरमायाः मैं एक सूरत पढ रहा था उसे पूरी किये बिना नमाज़ तोड़ने को जी नहीं चाहा | Ref rence क्या आप जानते हैं सफा 465 P٥ST NUMBER - 2539 14 JUMADA AL THANI DII IAI(AA ' 4 4 7 HUMHAINRAZA WALE H | U R - ShareChat
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🤲 दीन की बातें 🤲 - మrztl ఆజిశిస్త हदीस की किताबें , मुहद्दिसीन , फुक्हा , औलिया व सूफिया रहमतुल्लाह अलैहि की किसी बाग़ में दावत बुख़ारी एक बार इमाम जुहर की बाद नफ़्ल पढ़नी शुरू की।जब ef নসাড় ক नमाज़ से अपने कुर्ते का दामन उठाया और अपने एक साथी से फारिंग हुए तो देखो तो मेरे कुर्ते के अन्दर कुछ है। उन्हों ने देखा कि एक भिड़ कहाः है जिस ने सोलह जगह डंक मारा है और यह सारी जगहें सूज गई हैं | किसी ने कहा कि पहली बार जब उस ने डंक मारा था तो नमाज़ क्यों नहीं तोड़ दी। फरमायाः मैं एक सूरत पढ रहा था उसे पूरी किये बिना नमाज़ तोड़ने को जी नहीं चाहा | Ref rence क्या आप जानते हैं सफा 465 P٥ST NUMBER - 2539 14 JUMADA AL THANI DII IAI(AA ' 4 4 7 HUMHAINRAZA WALE H | U R మrztl ఆజిశిస్త हदीस की किताबें , मुहद्दिसीन , फुक्हा , औलिया व सूफिया रहमतुल्लाह अलैहि की किसी बाग़ में दावत बुख़ारी एक बार इमाम जुहर की बाद नफ़्ल पढ़नी शुरू की।जब ef নসাড় ক नमाज़ से अपने कुर्ते का दामन उठाया और अपने एक साथी से फारिंग हुए तो देखो तो मेरे कुर्ते के अन्दर कुछ है। उन्हों ने देखा कि एक भिड़ कहाः है जिस ने सोलह जगह डंक मारा है और यह सारी जगहें सूज गई हैं | किसी ने कहा कि पहली बार जब उस ने डंक मारा था तो नमाज़ क्यों नहीं तोड़ दी। फरमायाः मैं एक सूरत पढ रहा था उसे पूरी किये बिना नमाज़ तोड़ने को जी नहीं चाहा | Ref rence क्या आप जानते हैं सफा 465 P٥ST NUMBER - 2539 14 JUMADA AL THANI DII IAI(AA ' 4 4 7 HUMHAINRAZA WALE H | U R - ShareChat