#MessiahOf_TheFarmers
बाढ़ पीड़ित गाँव धीरनवास (पहली बार में) को संत रामपाल जी महाराज जी की तरफ से 2,000 फीट (8 इंची)पाइप + 2 बड़ी मोटर दी गयी।
(दूसरी बार demand पर) 3,000 फीट (8 इंची) पाइप + 1 विशाल मोटर दी गयी।
Sant RampalJi Maharaj #🙏गीता ज्ञान🛕 #🙏कर्म क्या है❓ #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🧘सदगुरु जी🙏
काल द्वारा माया दुर्गा से उत्पन्न विष्णु, ब्रह्मा और शिव अनेक अवतारों में जन्म ले चुके हैं। पृथ्वी के जीव उन्हें कर्ता मानते हैं, परंतु अवतार काल पूरा होने पर वे भी कर्म फल अनुसार जन्म-मरण के चक्र में बंधकर आते-जाते हैं।
जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज #🧘सदगुरु जी🙏 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏कर्म क्या है❓ #🙏गीता ज्ञान🛕
#GodMorningFriday
गीता ज्ञान दाता ने..
गीता अध्याय 2 श्लोक 12, अध्याय 4 श्लोक 5, अध्याय 10 श्लोक 2 में
अपने को नाशवान यानि जन्म-मरण के चक में सदा रहने वाला बताया है। कहा है कि हे अर्जुन ! तेरे और मेरे बहुत जन्म हो चुके है। तू नहीं जानता, मैं जानता हूँ।
#🙏गीता ज्ञान🛕 #🙏कर्म क्या है❓ #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🧘सदगुरु जी🙏
#गीता_जयंती_पर_असली_गीतासार
गीता अध्याय 18 श्लोक 62
इस श्लोक में गीता ज्ञान दाता ने अर्जुन
को अपने से अन्य परमेश्वर की शरण में सर्व
भाव से जाने के लिए कहा है।
हे भारत ! तू सब प्रकार से उस परमेश्वर की शरण में जा।
#GodMorningThursday
Tattvadarshi Sant Rampal Ji #🧘सदगुरु जी🙏 #🙏कर्म क्या है❓ #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏गीता ज्ञान🛕
#GodMorningWednesday
कबीर साहेब जी कहते हैं कि साधु का दर्शन बड़े ही सौभाग्य से प्राप्त होता है। उस समय अगर सूली पर टांगने की सजा भी मिले, तो वह भी एक छोटे से कांटे की चुभन का आभास मात्र देकर टल जाती है।
जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज #🙏गीता ज्ञान🛕 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏कर्म क्या है❓ #🧘सदगुरु जी🙏
"परमात्मा का विधान" ________
गुरु धारण किए बिना यदि नाम जाप की माला फिराते हैं और दान देते हैं, वे दोनों व्यर्थ हैं। यदि आप जी को संदेह हो तो अपने वेदों तथा पुराणों में प्रमाण देखें।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज #🙏कर्म क्या है❓ #🧘सदगुरु जी🙏 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏गीता ज्ञान🛕
#गीता_जयंती_पर_असली_गीताहार
🌷🌷🙏 गीता ज्ञान दाता ने __________🌺🌺🌺
🌷🙏 गीता अध्याय 2 श्लोक 12, अध्याय 4 श्लोक 5, अध्याय 10 श्लोक 2 में अपने को नाशवान यानि जन्म- मरण के चक्र में सदा रहने वाला बताया है ।कहा है कि हे अर्जुन ! तेरे और मेरे बहुत जन्म हो चुके हैं ।तू नहीं जानता , मैं जानता हूंँ।🌷🙏 #🙏गीता ज्ञान🛕 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🧘सदगुरु जी🙏 #🙏कर्म क्या है❓
गीता_जयंती_पर_असली_गीतासार
गीता अध्याय 18, श्लोक 66
गीता ज्ञान दाता काल कहता है, " मेरी सभी धार्मिक पूजाओं को मुझमें त्याग कर, तू केवल उस एक पूर्ण परमात्मा की शरण में जा। मैं तुझे सभी पापों से मुक्त कर दूंगा; तू शोक मत कर।
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
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https://youtu.be/9QO0sPIFGjc?si=HMcu4BsZT7xP079L #🙏कर्म क्या है❓ #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏गीता ज्ञान🛕 #🧘सदगुरु जी🙏
#GodMorningSunday
#यथार्थ_गीता_ज्ञान
गीता अध्याय 18, श्लोक 66
गीता ज्ञान दाता काल कहता है, " मेरी सभी धार्मिक पूजाओं को मुझमें त्याग कर, तू केवल उस एक पूर्ण परमात्मा की शरण में जा। मैं तुझे सभी पापों से मुक्त कर दूंगा; तू शोक मत कर।
Sant Rampal Ji Maharaj #🙏गीता ज्ञान🛕 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏कर्म क्या है❓ #🧘सदगुरु जी🙏
यथार्थ_गीता_ज्ञान
जब कुरुक्षेत्र के मैदान में पवित्र गीता जी का ज्ञान सुनाते समय अध्याय 11 श्लोक 32 में पवित्र गीता बोलने वाला प्रभु कह रहा है कि
अर्जुन मैं बढ़ा हुआ काल हूँ। अब सर्व लोकों को खाने के लिए प्रकट हुआ हूँ।'
जरा सोचें कि श्री कृष्ण जी तो पहले से ही श्री अर्जुन जी के साथ थे। यदि पवित्र गीता जी के ज्ञान को श्री कृष्ण जी बोल रहे होते तो यह नहीं कहते कि अब प्रवृत हुआ हूॅ। #🧘सदगुरु जी🙏 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏कर्म क्या है❓ #🙏गीता ज्ञान🛕












![🙏गीता ज्ञान🛕 - गीता का गूढ़ ऱहस्य प्रश्नः- काल भगवान अर्थात ब्रह्म अविनाशी है या जन्मतान्भरता है? उत्तरः- जन्मता-मरता है। अव्याय 4काश्लाक 5 प्रमाण के लिए देखें- মণান ওণা4] बहनिःने य्यतीतानि णन्गानि तवप अर्णन श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 2 श्लोक १२ எ 56 44 aாப = =171 1~1411511` गीता अध्याय 4 श्लोक 5 triu (3ತd) ತತa (ಬ) आनुवाय (परन्तप गेरे (प) ओर (नव) तेरे (यरूनि ) यह्ुत से (जन्मानि) गीता अध्याय १० श्लोक 2 जन्म (व्यतीतानि) ठो चुके ह। (ानि) उन (सर्वाणि মনকী (লদূ] বু ন] ন্ম (ঐশ] লাননা কিব में गीता ज्ञान दाता स्वयं स्वीकार करता है कि (अहम) मे (वेद ) जानता ह। (५) मेरी भी जन्म व मृत्यु होती है॰ मैं अविनाशी नहीं हूँ। तिन्दीः 7 परन्तप अर्जन। मेरे ओर तेरे यढ्ुतःसे जिन्ग तूनही तो चुके ७। उन सबको जानता मितु म जानता संत रामपाल जी महाराज द्वारा ख्वुलासा এনিম্ন তুলেন্ধ निःशुल्क पायें अपना नाम परःपता मल ज्ञान गगा 491 7496801823 SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL X @SAINTRAMPALJIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL Ji MAHARAJ गीता का गूढ़ ऱहस्य प्रश्नः- काल भगवान अर्थात ब्रह्म अविनाशी है या जन्मतान्भरता है? उत्तरः- जन्मता-मरता है। अव्याय 4काश्लाक 5 प्रमाण के लिए देखें- মণান ওণা4] बहनिःने य्यतीतानि णन्गानि तवप अर्णन श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 2 श्लोक १२ எ 56 44 aாப = =171 1~1411511` गीता अध्याय 4 श्लोक 5 triu (3ತd) ತತa (ಬ) आनुवाय (परन्तप गेरे (प) ओर (नव) तेरे (यरूनि ) यह्ुत से (जन्मानि) गीता अध्याय १० श्लोक 2 जन्म (व्यतीतानि) ठो चुके ह। (ानि) उन (सर्वाणि মনকী (লদূ] বু ন] ন্ম (ঐশ] লাননা কিব में गीता ज्ञान दाता स्वयं स्वीकार करता है कि (अहम) मे (वेद ) जानता ह। (५) मेरी भी जन्म व मृत्यु होती है॰ मैं अविनाशी नहीं हूँ। तिन्दीः 7 परन्तप अर्जन। मेरे ओर तेरे यढ्ुतःसे जिन्ग तूनही तो चुके ७। उन सबको जानता मितु म जानता संत रामपाल जी महाराज द्वारा ख्वुलासा এনিম্ন তুলেন্ধ निःशुल्क पायें अपना नाम परःपता मल ज्ञान गगा 491 7496801823 SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL X @SAINTRAMPALJIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL Ji MAHARAJ - ShareChat 🙏गीता ज्ञान🛕 - गीता का गूढ़ ऱहस्य प्रश्नः- काल भगवान अर्थात ब्रह्म अविनाशी है या जन्मतान्भरता है? उत्तरः- जन्मता-मरता है। अव्याय 4काश्लाक 5 प्रमाण के लिए देखें- মণান ওণা4] बहनिःने य्यतीतानि णन्गानि तवप अर्णन श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 2 श्लोक १२ எ 56 44 aாப = =171 1~1411511` गीता अध्याय 4 श्लोक 5 triu (3ತd) ತತa (ಬ) आनुवाय (परन्तप गेरे (प) ओर (नव) तेरे (यरूनि ) यह्ुत से (जन्मानि) गीता अध्याय १० श्लोक 2 जन्म (व्यतीतानि) ठो चुके ह। (ानि) उन (सर्वाणि মনকী (লদূ] বু ন] ন্ম (ঐশ] লাননা কিব में गीता ज्ञान दाता स्वयं स्वीकार करता है कि (अहम) मे (वेद ) जानता ह। (५) मेरी भी जन्म व मृत्यु होती है॰ मैं अविनाशी नहीं हूँ। तिन्दीः 7 परन्तप अर्जन। मेरे ओर तेरे यढ्ुतःसे जिन्ग तूनही तो चुके ७। उन सबको जानता मितु म जानता संत रामपाल जी महाराज द्वारा ख्वुलासा এনিম্ন তুলেন্ধ निःशुल्क पायें अपना नाम परःपता मल ज्ञान गगा 491 7496801823 SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL X @SAINTRAMPALJIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL Ji MAHARAJ गीता का गूढ़ ऱहस्य प्रश्नः- काल भगवान अर्थात ब्रह्म अविनाशी है या जन्मतान्भरता है? उत्तरः- जन्मता-मरता है। अव्याय 4काश्लाक 5 प्रमाण के लिए देखें- মণান ওণা4] बहनिःने य्यतीतानि णन्गानि तवप अर्णन श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 2 श्लोक १२ எ 56 44 aாப = =171 1~1411511` गीता अध्याय 4 श्लोक 5 triu (3ತd) ತತa (ಬ) आनुवाय (परन्तप गेरे (प) ओर (नव) तेरे (यरूनि ) यह्ुत से (जन्मानि) गीता अध्याय १० श्लोक 2 जन्म (व्यतीतानि) ठो चुके ह। (ानि) उन (सर्वाणि মনকী (লদূ] বু ন] ন্ম (ঐশ] লাননা কিব में गीता ज्ञान दाता स्वयं स्वीकार करता है कि (अहम) मे (वेद ) जानता ह। (५) मेरी भी जन्म व मृत्यु होती है॰ मैं अविनाशी नहीं हूँ। तिन्दीः 7 परन्तप अर्जन। मेरे ओर तेरे यढ्ुतःसे जिन्ग तूनही तो चुके ७। उन सबको जानता मितु म जानता संत रामपाल जी महाराज द्वारा ख्वुलासा এনিম্ন তুলেন্ধ निःशुल्क पायें अपना नाम परःपता मल ज्ञान गगा 491 7496801823 SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL X @SAINTRAMPALJIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL Ji MAHARAJ - ShareChat](https://cdn4.sharechat.com/bd5223f_s1w/compressed_gm_40_img_28818_1d5a9db7_1764519018613_sc.jpg?tenant=sc&referrer=user-profile-service%2FrequestType50&f=613_sc.jpg)
