Veena mehta
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#❤️जीवन की सीख
❤️जीवन की सीख - पपिता जब तक पिता के पैरो में जान रहती है वह कभी भी औलाद पर बोझ नही बनता एक पिता कई शादीसुदा बेटों के परिवार को एक साथ पाल Nagendra Mau सकता है मगर कई बेटे मिलकर भी एक पिता को नही पाल सकते कड़वा है पर सत्य है..!! पपिता जब तक पिता के पैरो में जान रहती है वह कभी भी औलाद पर बोझ नही बनता एक पिता कई शादीसुदा बेटों के परिवार को एक साथ पाल Nagendra Mau सकता है मगर कई बेटे मिलकर भी एक पिता को नही पाल सकते कड़वा है पर सत्य है..!! - ShareChat
#❤️जीवन की सीख
❤️जीवन की सीख - रिश्ते निभाने का ज्ञान हमें ना दो साहब क्योंकि हम तो उनसे भी हंसकर बात करते हैं जो मन में हमारे प्रति जहर भर कर बैठे हुए हैं... रिश्ते निभाने का ज्ञान हमें ना दो साहब क्योंकि हम तो उनसे भी हंसकर बात करते हैं जो मन में हमारे प्रति जहर भर कर बैठे हुए हैं... - ShareChat
#🙏जय माता दी📿
🙏जय माता दी📿 - ShareChat
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#❤️जीवन की सीख
❤️जीवन की सीख - Nice Line सपने वो होते हैं जो सोने नहीं देते. .!! और अपने वो होते है जो रोने नही देते..!! ईंसान से करो प्यार 4 उसकी आढत से नही..!! रुठो उनकी बातो से मगर उनसे नही..!! उनकी गलतियां भुलो  பச36 எ6 क्योंकि रिश्तों से बढकर कुछ भी नही..!! Nice Line सपने वो होते हैं जो सोने नहीं देते. .!! और अपने वो होते है जो रोने नही देते..!! ईंसान से करो प्यार 4 उसकी आढत से नही..!! रुठो उनकी बातो से मगर उनसे नही..!! उनकी गलतियां भुलो  பச36 எ6 क्योंकि रिश्तों से बढकर कुछ भी नही..!! - ShareChat
#☝ मेरे विचार
☝ मेरे विचार - StarMaker Continue to app Advertisement মুনিবায  समाज का नुकसान बुरे लोगों से नहीं बल्कि अच्छे लोगों के चुप रहने से होता है StarMaker Continue to app Advertisement মুনিবায  समाज का नुकसान बुरे लोगों से नहीं बल्कि अच्छे लोगों के चुप रहने से होता है - ShareChat
#❤️जीवन की सीख
❤️जीवन की सीख - मैंने चाहा था लोग सच्चे हों.. पर सच्चाई किसी को भाती नहीं अब मैं भी मुस्कुराकर चुप रहता हूँ॰. और दिल की बात नहीं करता क्योंकि सच g71 वाला.. आज कोई नहीं बचा सबको बस अच्छा सुनना है... वो झूठ ही क्यों न हो चाहे pankaj kumar @पंकज कुमार मैंने चाहा था लोग सच्चे हों.. पर सच्चाई किसी को भाती नहीं अब मैं भी मुस्कुराकर चुप रहता हूँ॰. और दिल की बात नहीं करता क्योंकि सच g71 वाला.. आज कोई नहीं बचा सबको बस अच्छा सुनना है... वो झूठ ही क्यों न हो चाहे pankaj kumar @पंकज कुमार - ShareChat
#❤️जीवन की सीख
❤️जीवन की सीख - अँधेरों से कभी डरना नहीं... चाँद भी रात में चमकता है, रुकावटें सफर का अंत नहीं . . धैर्य से रास्ता निकलता है, कोई भी कोशिश व्यर्थ नहीं .. हर कदम अनुभव बनता है, असफलता कोई हार नहीं . संघर्ष से इंसान निखरता है।। अँधेरों से कभी डरना नहीं... चाँद भी रात में चमकता है, रुकावटें सफर का अंत नहीं . . धैर्य से रास्ता निकलता है, कोई भी कोशिश व्यर्थ नहीं .. हर कदम अनुभव बनता है, असफलता कोई हार नहीं . संघर्ष से इंसान निखरता है।। - ShareChat
#दिल की बात ❤️
दिल की बात ❤️ - जीवन आसान नहीं है ज्यादा बात करो तो, 'qpTa"| কম নান ক্ষহী নী, 'aqకే" 70 ক্াম কা নাল ক্ষহী লী, "মনলনী"..!! Orugen 07 जीवन आसान नहीं है ज्यादा बात करो तो, 'qpTa"| কম নান ক্ষহী নী, 'aqకే" 70 ক্াম কা নাল ক্ষহী লী, "মনলনী"..!! Orugen 07 - ShareChat
#💓 मोहब्बत दिल से
💓 मोहब्बत दिल से - दिल की बात प्यार का तोफा हर किसी को नहीं मिलता ये वो फूल है हर बाग में नहीं खिलता इस फूल को कभी टूटने मत देना कयोंकि टूटा हुआ फूल दुबारा नहीं खिलता Writer Raja दिल की बात प्यार का तोफा हर किसी को नहीं मिलता ये वो फूल है हर बाग में नहीं खिलता इस फूल को कभी टूटने मत देना कयोंकि टूटा हुआ फूल दुबारा नहीं खिलता Writer Raja - ShareChat
#❤️जीवन की सीख
❤️जीवन की सीख - वक्त जब बदलता है तब सबकुछ बदल कर रख देता है। जिन कपड़ो पर अंग्रेजो को अभिमान था, उन्हे हैं। সাত নভসাতী নাল पहनते मे राजाओं और बादशाओं की हुंकार जिन महलों गुंजा करती थी। रानियों और बेगमो की हंसी गुंजा करती थी अब उनमे चमगादड़ बसेरा करते हैं। जिन हवेलियों में भीड़ हुआ करती थी आज वो सुनी पड़ी है। इंसानो को तरस रही हैं।  जो कुवे और बावड़ियां लोगों की प्यास बुझाकर खुद को अमृतगार समझते थे নিলুদ  हो गए हैं। अब वो कुड़े कचरे से भर कर वक़्त किसी को नही छोड़ता। सबका हिसाब करता है बस वक़्त को थोड़ा वक़्त लगता है। वक्त जब बदलता है तब सबकुछ बदल कर रख देता है। जिन कपड़ो पर अंग्रेजो को अभिमान था, उन्हे हैं। সাত নভসাতী নাল पहनते मे राजाओं और बादशाओं की हुंकार जिन महलों गुंजा करती थी। रानियों और बेगमो की हंसी गुंजा करती थी अब उनमे चमगादड़ बसेरा करते हैं। जिन हवेलियों में भीड़ हुआ करती थी आज वो सुनी पड़ी है। इंसानो को तरस रही हैं।  जो कुवे और बावड़ियां लोगों की प्यास बुझाकर खुद को अमृतगार समझते थे নিলুদ  हो गए हैं। अब वो कुड़े कचरे से भर कर वक़्त किसी को नही छोड़ता। सबका हिसाब करता है बस वक़्त को थोड़ा वक़्त लगता है। - ShareChat