१२ ह व्ह्यू · १.५ ह प्रतिक्रिया | चलत्कुण्डलं भ्रूसुनेत्रं विशालं । प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् ॥ मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं । प्रियं शङ्करं सर्वनाथं भजामि।। जय श्री काशी विश्वनाथ महाराज आपकी सदा ही जय🚩 🙏 हर हर महादेव 🙏🚩 | Varanasi - Kashi - Banaras
चलत्कुण्डलं भ्रूसुनेत्रं विशालं । प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् ॥
मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं । प्रियं शङ्करं सर्वनाथं भजामि।।
जय श्री काशी विश्वनाथ महाराज...