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##Sant जीवित की सेवा, मृत का उद्धार संत गरीबदास जी महाराज के अनुसार, मृत्यु के बाद के कर्मकांड व्यर्थ हैं। पितरों की मुक्ति केवल शास्त्रानुकूल भक्ति से ही संभव है। Factful Debates YtChannel https://youtu.be/X4fn1GUPwoU?si=t_04Vb0aWc5QBVk0
#Sant - पिंडदान कापरिणाम गरीब   भूत जूनी जहां छूटत है पिण्ड प्रदान करंत।  गरीबदाव्स जिंदा कहै नहीं मिले भगवंत। | संत गरीबदास जी महाराज ने बताया है कि पिंडदान से पितरों की भूत योनि तो छूट  जाती है, उन्हें परमात्मा की प्राप्ति नहीं होती , पर वे चौरासी लाख योनियों में चले जाते हैंl संत रामपाल जी महाराज जी से Sant Rampal Ji Maharaj App Dounload कीजिये निःशुल्क नामदीक्षा व निःशुल्क ঘুমাক সাম কনে ক লিম মপক মুন্ ; 91 7496801823 ' SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL JI @SAINTRAMPALJIM SUPREMEGODORG  SAINT RAMPAL Jl MAHARAJ पिंडदान कापरिणाम गरीब   भूत जूनी जहां छूटत है पिण्ड प्रदान करंत।  गरीबदाव्स जिंदा कहै नहीं मिले भगवंत। | संत गरीबदास जी महाराज ने बताया है कि पिंडदान से पितरों की भूत योनि तो छूट  जाती है, उन्हें परमात्मा की प्राप्ति नहीं होती , पर वे चौरासी लाख योनियों में चले जाते हैंl संत रामपाल जी महाराज जी से Sant Rampal Ji Maharaj App Dounload कीजिये निःशुल्क नामदीक्षा व निःशुल्क ঘুমাক সাম কনে ক লিম মপক মুন্ ; 91 7496801823 ' SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL JI @SAINTRAMPALJIM SUPREMEGODORG  SAINT RAMPAL Jl MAHARAJ - ShareChat
## पिंडदान और तर्पण से मुक्ति नहीं। गीता अध्याय 9 श्लोक 25 स्पष्ट करता है कि पितर पूजा से पितृ लोक मिलता है, मोक्ष नहीं। मोक्ष का सच्चा मार्ग जानें। Factful Debates YtChannel https://youtu.be/X4fn1GUPwoU?si=t_04Vb0aWc5QBVk0
# - श्राद्ध - पिण्डदान गीता अनुसार कैसा है? श्रीमद्धगवद्गीता  हमे श्राद्ध क्यो م హ करना चाहिए श्राद्ध कैस करना चाहिए Sant Rampal Ji Maharaj Bhaishri Rameshbai Oza मेरे अजीजू हिंदुओं पित्तरों का ऋण स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ है हम सभी पर। गीता अध्याय 9 श्लोक २५ में कहा है हमें तर्पण करना किजो पित्तरों की पूजा करते हैं, वे पित्तर चाहिए। योनि प्राप्त करेंगे , मोक्ष नहीं होगा। जो भूत पूजते हैं ಕ೫೯? बनेंगे। श्राद्ध करना पित्तर पूजा तथा भूत पूजा है। मां बाप की मृत्यु हो जाये देवान्पिनन्यान्ति   पितृचताः  याान सयता सूतान सान्न भतेन्या यान्त मराजिगोजप माम।। २५ / श्रीम द्गवदीता दवा  ियृन यान्ति॰ भितृवताः ப1+07 ঘুবানি; মানা; ঘুবনা: பf~ ஈ =ரப মাচ ] 74 ` /7 +714ப 71 तो श्राद्ध करें। देगलओको  গন ছাব = देववताः சார TIF ٧٩٢٩ -07 Tra ঘনামেন ठोने ह -- - #ர்ச் Iurrur. দননতল पितन  ٥  प्राप्न ठोरे 6 ( रतिंग मो raod পববাকা দ্রণঐন নান্সাঃ দুবক্মী দুমনবার গুনাক্ী  నౌ] FIdT | *  [iತ PDFLL , हिन्दू साहेबान ! नहीं समझे SUBSCRIBE alri; -[=.' S मेसेज करें FOMARRRAJ SAwTRadPPAfTom Factful Debates 7496801822 Chunnte श्राद्ध - पिण्डदान गीता अनुसार कैसा है? श्रीमद्धगवद्गीता  हमे श्राद्ध क्यो م హ करना चाहिए श्राद्ध कैस करना चाहिए Sant Rampal Ji Maharaj Bhaishri Rameshbai Oza मेरे अजीजू हिंदुओं पित्तरों का ऋण स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ है हम सभी पर। गीता अध्याय 9 श्लोक २५ में कहा है हमें तर्पण करना किजो पित्तरों की पूजा करते हैं, वे पित्तर चाहिए। योनि प्राप्त करेंगे , मोक्ष नहीं होगा। जो भूत पूजते हैं ಕ೫೯? बनेंगे। श्राद्ध करना पित्तर पूजा तथा भूत पूजा है। मां बाप की मृत्यु हो जाये देवान्पिनन्यान्ति   पितृचताः  याान सयता सूतान सान्न भतेन्या यान्त मराजिगोजप माम।। २५ / श्रीम द्गवदीता दवा  ियृन यान्ति॰ भितृवताः ப1+07 ঘুবানি; মানা; ঘুবনা: பf~ ஈ =ரப মাচ ] 74 ` /7 +714ப 71 तो श्राद्ध करें। देगलओको  গন ছাব = देववताः சார TIF ٧٩٢٩ -07 Tra ঘনামেন ठोने ह -- - #ர்ச் Iurrur. দননতল पितन  ٥  प्राप्न ठोरे 6 ( रतिंग मो raod পববাকা দ্রণঐন নান্সাঃ দুবক্মী দুমনবার গুনাক্ী  నౌ] FIdT | *  [iತ PDFLL , हिन्दू साहेबान ! नहीं समझे SUBSCRIBE alri; -[=.' S मेसेज करें FOMARRRAJ SAwTRadPPAfTom Factful Debates 7496801822 Chunnte - ShareChat
##sa पिंडदान और तर्पण से मुक्ति नहीं। गीता अध्याय 9 श्लोक 25 स्पष्ट करता है कि पितर पूजा से पितृ लोक मिलता है, मोक्ष नहीं। मोक्ष का सच्चा मार्ग जानें। Factful Debates YtChannel https://youtu.be/X4fn1GUPwoU?si=t_04Vb0aWc5QBVk0
#sa - 'पवित्र गीता, वेदों व पुराणों में भी पित्तर व भूत पूजा मोक्षदायक नहीं बताई है। ' हिन्दू 9 श्रद्धालु श्राद्ध करते तथा करवाते हैं जबकि गीता अध्याय 9 श्लोक २५ में कहा है किजो पित्तरों की पूजा करते हैं वे पित्तर योनि प्राप्त करेंगे , मोक्ष नहीं होगा। जो भूत " हैं वे भूत बनेंगे। পুলন गीता अध्याय 9 श्लोक २५ श्राद्ध करना पित्तर पूजा तथा भूत 914 25` cut4 & श्रीमद्धगवद्गीता " पूजा है। तेरहवीं क्रिया करना , यान्ति देववृत्तः देवान पितून यान्ति पितृवृतः  ామరా మూ यान्ति भूतेज्याः , यान्ति मध्याजिन्ह अपि, मम  वर्षीक्रिया करना , शमशान घाट পুনানি  ||25|| से हड्डियों के अवशेष उठाकर সনুনামর; [ঐববূলা:] ঐবনাঞ্জী ঐ বদামক্ক [ঐনান]  ।पितृवृत्तः| पितरों के देवनाओं के पासा ।यांति) जाने हे गंगा में प्रवाह करना पित्तर तथा उपासक ( पितृन। पितर्रा के पास ।यांति। जाने हे॰ ।भूनेज्याः ) भूनों के उपासक | भूनानि) भून ।यांति। जाने ह तथा ( मध्याजिनः) ) डसी प्रकार मेरेजो भक्त शास्त्र भूत पूजा है जिससे मोक्ष नहीं चिचि से पूजा करते हें॰वे मतानुसार अपि) को भी (माम्। मुझे ।याति। प्राप्त करते ह। (२५)  प्राप्त होती है। दुर्गति मेरे अज़ीज़ हिंदुओं स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ जगतगुरू तत्त्वदर्शी संत रामपालजी महाराज [iತ PDFLL , हिन्दू साहेबान ! नहीं समझे SUBSCRIBE சிளா d= geur मेसेज करें FOMARRRAJ SAwTRadPPAfTom Factful Debates 7496801822 Chunnte 'पवित्र गीता, वेदों व पुराणों में भी पित्तर व भूत पूजा मोक्षदायक नहीं बताई है। ' हिन्दू 9 श्रद्धालु श्राद्ध करते तथा करवाते हैं जबकि गीता अध्याय 9 श्लोक २५ में कहा है किजो पित्तरों की पूजा करते हैं वे पित्तर योनि प्राप्त करेंगे , मोक्ष नहीं होगा। जो भूत " हैं वे भूत बनेंगे। পুলন गीता अध्याय 9 श्लोक २५ श्राद्ध करना पित्तर पूजा तथा भूत 914 25` cut4 & श्रीमद्धगवद्गीता " पूजा है। तेरहवीं क्रिया करना , यान्ति देववृत्तः देवान पितून यान्ति पितृवृतः  ామరా మూ यान्ति भूतेज्याः , यान्ति मध्याजिन्ह अपि, मम  वर्षीक्रिया करना , शमशान घाट পুনানি  ||25|| से हड्डियों के अवशेष उठाकर সনুনামর; [ঐববূলা:] ঐবনাঞ্জী ঐ বদামক্ক [ঐনান]  ।पितृवृत्तः| पितरों के देवनाओं के पासा ।यांति) जाने हे गंगा में प्रवाह करना पित्तर तथा उपासक ( पितृन। पितर्रा के पास ।यांति। जाने हे॰ ।भूनेज्याः ) भूनों के उपासक | भूनानि) भून ।यांति। जाने ह तथा ( मध्याजिनः) ) डसी प्रकार मेरेजो भक्त शास्त्र भूत पूजा है जिससे मोक्ष नहीं चिचि से पूजा करते हें॰वे मतानुसार अपि) को भी (माम्। मुझे ।याति। प्राप्त करते ह। (२५)  प्राप्त होती है। दुर्गति मेरे अज़ीज़ हिंदुओं स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ जगतगुरू तत्त्वदर्शी संत रामपालजी महाराज [iತ PDFLL , हिन्दू साहेबान ! नहीं समझे SUBSCRIBE சிளா d= geur मेसेज करें FOMARRRAJ SAwTRadPPAfTom Factful Debates 7496801822 Chunnte - ShareChat
## पिंडदान और तर्पण से मुक्ति नहीं। गीता अध्याय 9 श्लोक 25 स्पष्ट करता है कि पितर पूजा से पितृ लोक मिलता है, मोक्ष नहीं। मोक्ष का सच्चा मार्ग जानें। Factful Debates YtChannel https://youtu.be/X4fn1GUPwoU?si=t_04Vb0aWc5QBVk0
# - क्या श्राद्ध करना चाहिए? इस्कॉन संस्था वाले पितृ पूजा, भूत पूजा , श्राद्ध करवाते हैं! पवित्र गीता जी कहती हैकि ये नहीं करना चाहिए। फिर हम क्यों करते हैं२ गीता अध्याय 9 श्लोक २५ श्रीमद्भगवत गीता के इस प्रमाण से पितृवृतः सिद्ध हुआ जो पितृ पूजा (श्राद्ध आदि) यान्ति देववृत्तः देवान् पितून यान्ति यान्ति भूतेज्याः, यान्ति मध्याजिन्ह अपि, मम  भूतानि  करते हैं वे मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाते , ||25|| अनुवादः  देववृताः ) देवताओं के उपासक देवान देवताओं के पास (यांति) जाते है (पितृवृत्तः) पित्तरों के वे यमलोक में उपासक (पितन) पितरों के पास (यांति) जाते हें (भूतेज्याः ) भूतों के उपासक ( भूतानि) भूत (यांति) जाते  पितरों को प्राप्त हे तथा ( मध्याजिनः) ) डसी प्रकार मेरेजो भक्त शास्त्र होते हैं। विधि से पूजा करते हे॰ वे मतानुसार (अपि) को भी॰ (माम्) मुझे (यांति) प्राप्त करते हे। (२५) मेरे अज़ीज़ हिंदुओं स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ जगतगुरूु तत्त्वदर्शी संत रामपालजी महाराज फ्री बुक PDF पाए। हिन्दू साहेबान ! नहीं समझे SUBSCRIBE गीता चेदः पुराण मेसेज करें fromAPPRAJ SAwrlRadPfjom Factful Debates 7496801822 Coutite क्या श्राद्ध करना चाहिए? इस्कॉन संस्था वाले पितृ पूजा, भूत पूजा , श्राद्ध करवाते हैं! पवित्र गीता जी कहती हैकि ये नहीं करना चाहिए। फिर हम क्यों करते हैं२ गीता अध्याय 9 श्लोक २५ श्रीमद्भगवत गीता के इस प्रमाण से पितृवृतः सिद्ध हुआ जो पितृ पूजा (श्राद्ध आदि) यान्ति देववृत्तः देवान् पितून यान्ति यान्ति भूतेज्याः, यान्ति मध्याजिन्ह अपि, मम  भूतानि  करते हैं वे मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाते , ||25|| अनुवादः  देववृताः ) देवताओं के उपासक देवान देवताओं के पास (यांति) जाते है (पितृवृत्तः) पित्तरों के वे यमलोक में उपासक (पितन) पितरों के पास (यांति) जाते हें (भूतेज्याः ) भूतों के उपासक ( भूतानि) भूत (यांति) जाते  पितरों को प्राप्त हे तथा ( मध्याजिनः) ) डसी प्रकार मेरेजो भक्त शास्त्र होते हैं। विधि से पूजा करते हे॰ वे मतानुसार (अपि) को भी॰ (माम्) मुझे (यांति) प्राप्त करते हे। (२५) मेरे अज़ीज़ हिंदुओं स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ जगतगुरूु तत्त्वदर्शी संत रामपालजी महाराज फ्री बुक PDF पाए। हिन्दू साहेबान ! नहीं समझे SUBSCRIBE गीता चेदः पुराण मेसेज करें fromAPPRAJ SAwrlRadPfjom Factful Debates 7496801822 Coutite - ShareChat
## श्राद्ध का सच मार्कंडेय पुराण, पेज 250-251 और गीता अध्याय 9 श्लोक 25 से प्रमाणित है कि श्राद्ध कर्म शास्त्र विरुद्ध साधना है, जिससे हमारे पूर्वजों की मुक्ति संभव नहीं। Factful Debates ʸᵗᶜʰᵃⁿⁿᵉˡ# https://youtu.be/X4fn1GUPwoU?si=t_04Vb0aWc5QBVk0
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## पितर पूजा = पितर लोक गीता अध्याय 9 श्लोक 25 के अनुसार, जैसी पूजा वैसा लोक। अगर पितरों की पूजा करोगे तो पितृ योनि में जाओगे, मोक्ष नहीं होगा। Factful Debates YtChannel https://youtu.be/X4fn1GUPwoU?si=t_04Vb0aWc5QBVk0
# - क्या श्राद्ध करना चाहिए? इस्कॉन संस्था वाले पितृ पूजा, भूत पूजा , श्राद्ध करवाते हैं! पवित्र गीता जी कहती हैकि ये नहीं करना चाहिए। फिर हम क्यों करते हैं२ गीता अध्याय 9 श्लोक २५ श्रीमद्भगवत गीता के इस प्रमाण से पितृवृतः सिद्ध हुआ जो पितृ पूजा (श्राद्ध आदि) यान्ति देववृत्तः देवान् पितून यान्ति यान्ति भूतेज्याः, यान्ति मध्याजिन्ह अपि, मम  भूतानि  करते हैं वे मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाते , ||25|| अनुवादः  देववृताः ) देवताओं के उपासक देवान देवताओं के पास (यांति) जाते है (पितृवृत्तः) पित्तरों के वे यमलोक में उपासक (पितन) पितरों के पास (यांति) जाते हें (भूतेज्याः ) भूतों के उपासक ( भूतानि) भूत (यांति) जाते  पितरों को प्राप्त हे तथा ( मध्याजिनः) ) डसी प्रकार मेरेजो भक्त शास्त्र होते हैं। विधि से पूजा करते हे॰ वे मतानुसार (अपि) को भी॰ (माम्) मुझे (यांति) प्राप्त करते हे। (२५) मेरे अज़ीज़ हिंदुओं स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ जगतगुरूु तत्त्वदर्शी संत रामपालजी महाराज फ्री बुक PDF पाए। हिन्दू साहेबान ! नहीं समझे SUBSCRIBE गीता चेदः पुराण मेसेज करें fromAPPRAJ SAwrlRadPfjom Factful Debates 7496801822 Coutite क्या श्राद्ध करना चाहिए? इस्कॉन संस्था वाले पितृ पूजा, भूत पूजा , श्राद्ध करवाते हैं! पवित्र गीता जी कहती हैकि ये नहीं करना चाहिए। फिर हम क्यों करते हैं२ गीता अध्याय 9 श्लोक २५ श्रीमद्भगवत गीता के इस प्रमाण से पितृवृतः सिद्ध हुआ जो पितृ पूजा (श्राद्ध आदि) यान्ति देववृत्तः देवान् पितून यान्ति यान्ति भूतेज्याः, यान्ति मध्याजिन्ह अपि, मम  भूतानि  करते हैं वे मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाते , ||25|| अनुवादः  देववृताः ) देवताओं के उपासक देवान देवताओं के पास (यांति) जाते है (पितृवृत्तः) पित्तरों के वे यमलोक में उपासक (पितन) पितरों के पास (यांति) जाते हें (भूतेज्याः ) भूतों के उपासक ( भूतानि) भूत (यांति) जाते  पितरों को प्राप्त हे तथा ( मध्याजिनः) ) डसी प्रकार मेरेजो भक्त शास्त्र होते हैं। विधि से पूजा करते हे॰ वे मतानुसार (अपि) को भी॰ (माम्) मुझे (यांति) प्राप्त करते हे। (२५) मेरे अज़ीज़ हिंदुओं स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ जगतगुरूु तत्त्वदर्शी संत रामपालजी महाराज फ्री बुक PDF पाए। हिन्दू साहेबान ! नहीं समझे SUBSCRIBE गीता चेदः पुराण मेसेज करें fromAPPRAJ SAwrlRadPfjom Factful Debates 7496801822 Coutite - ShareChat
## पितर पूजा = पितर लोक गीता अध्याय 9 श्लोक 25 के अनुसार, जैसी पूजा वैसा लोक। अगर पितरों की पूजा करोगे तो पितृ योनि में जाओगे, मोक्ष नहीं होगा। Factful Debates YtChannel https://youtu.be/X4fn1GUPwoU?si=t_04Vb0aWc5QBVk0
# - श्राद्ध-पिण्डदान गीता अनुसार कैसा है? श्रीमद्धगवद्नीता  6 n Sant Rampalji Maharaj Anandmurti Gurumaa मेरे अजीज हिंदुओं हमारे पित्तरों के स्वयं पढो अपने ग्रंथ किये गए पाप पुण्य गीता अध्याय 9 श्लोक २५ में कहा है के भागीदार हम भी किजो पित्तरों की पूजा करते हैं, वे पित्तर కెlగకే] योनि प्राप्त करेंगे , मोक्ष नहीं होगा। जो भूत पूजते हैं, वे भूत बनेंगे। श्राद्ध करना हमें अपने पित्तरों पित्तर पूजा तथा भूत पूजा है। ক লিভ दान, र देवान्पिनन्यान्ति   पितृवता  খনয भूनानि रयानि भूनेन्या याना मद्याजतिनोर्उप माष।। २५ ।। श्रीम द्गवदीता =1` पितृ यान्ति॰ पितृनताः F l तर्पण आदि करना भज्ञान बन्त फोऱ्या , गान्ति मयासिन् . अपि॰ मम्। २५ | काानया नियन रफि॰ /7 दयगमाको  পাদ ভাব = रण्वना (೫7) ` rloa चाहिए। देवान  ~0` দরবা দশন -= une1 সাদা চব ট 17-7 1 -[ #ர்ச 4 ಹVrails =41 বিনন  TTi 0  =- (೯ಗ1' भ्यका पुनर्व+ नतस् Jdlmt1 LIf =7# [iತ PDFLL , हिन्दू साहेबान ! नहीं समझे SUBSCRIBE alri; -[=.' S मेसेज करें FOMARRRAJ SAwTRadPPAfTom Factful Debates 7496801822 Chunnte श्राद्ध-पिण्डदान गीता अनुसार कैसा है? श्रीमद्धगवद्नीता  6 n Sant Rampalji Maharaj Anandmurti Gurumaa मेरे अजीज हिंदुओं हमारे पित्तरों के स्वयं पढो अपने ग्रंथ किये गए पाप पुण्य गीता अध्याय 9 श्लोक २५ में कहा है के भागीदार हम भी किजो पित्तरों की पूजा करते हैं, वे पित्तर కెlగకే] योनि प्राप्त करेंगे , मोक्ष नहीं होगा। जो भूत पूजते हैं, वे भूत बनेंगे। श्राद्ध करना हमें अपने पित्तरों पित्तर पूजा तथा भूत पूजा है। ক লিভ दान, र देवान्पिनन्यान्ति   पितृवता  খনয भूनानि रयानि भूनेन्या याना मद्याजतिनोर्उप माष।। २५ ।। श्रीम द्गवदीता =1` पितृ यान्ति॰ पितृनताः F l तर्पण आदि करना भज्ञान बन्त फोऱ्या , गान्ति मयासिन् . अपि॰ मम्। २५ | काानया नियन रफि॰ /7 दयगमाको  পাদ ভাব = रण्वना (೫7) ` rloa चाहिए। देवान  ~0` দরবা দশন -= une1 সাদা চব ট 17-7 1 -[ #ர்ச 4 ಹVrails =41 বিনন  TTi 0  =- (೯ಗ1' भ्यका पुनर्व+ नतस् Jdlmt1 LIf =7# [iತ PDFLL , हिन्दू साहेबान ! नहीं समझे SUBSCRIBE alri; -[=.' S मेसेज करें FOMARRRAJ SAwTRadPPAfTom Factful Debates 7496801822 Chunnte - ShareChat
##Sant पितर पूजा = पितर लोक गीता अध्याय 9 श्लोक 25 के अनुसार, जैसी पूजा वैसा लोक। अगर पितरों की पूजा करोगे तो पितृ योनि में जाओगे, मोक्ष नहीं होगा। Factful Debates YtChannel https://youtu.be/X4fn1GUPwoU?si=t_04Vb0aWc5QBVk0
#Sant - मोक्ष कामार्ग ஆ पिनरब्येककार गीता अध्याय 9 श्लोक २५ के अनुसार पितरों को ` वाले पितरों को ही प्राप्त पूजने  होते हैं , परमात्मा को नहीं| यानी श्राद्ध से मुक्ति नहीं बल्कि श्राद्ध करने वाला स्वयं पितर बनता है। Sant Rampal Ji Maharaj  YouTubel Youube Channel @SaintRampal iMaharaj 2,27M subscribers T7K videos SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL Jl @SAINTRAMPALJIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL JI MAHARAI मोक्ष कामार्ग ஆ पिनरब्येककार गीता अध्याय 9 श्लोक २५ के अनुसार पितरों को ` वाले पितरों को ही प्राप्त पूजने  होते हैं , परमात्मा को नहीं| यानी श्राद्ध से मुक्ति नहीं बल्कि श्राद्ध करने वाला स्वयं पितर बनता है। Sant Rampal Ji Maharaj  YouTubel Youube Channel @SaintRampal iMaharaj 2,27M subscribers T7K videos SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL Jl @SAINTRAMPALJIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL JI MAHARAI - ShareChat
## योगी की खोज करें, पितरों का उद्धार करें। विष्णु पुराण के तृतीय अंश, अध्याय 15 श्लोक 55-56 कहता है कि एक योगी (शास्त्रानुकूल साधक) यजमान और पितरों सबका उद्धार कर सकता है। Factful Debates YtChannel https://youtu.be/X4fn1GUPwoU?si=t_04Vb0aWc5QBVk0
# - योगी की खोज कर्रे, पितरों का उद्धार करें। श्रीविष्णपराण  নিম্বয  पुराण के तृतीय अंश, त अध्याय १५ श्लोक ५५-५६ 1 कहता है कि एक योगी (शास्त्रानुकूल साधक) यजमान और पितरों सबका उद्धार ٤/ कर सकता -9~ महाराज जी से মন যসপালসী' Sant Rampal Ji Maharaj च निःशुल्क App Downluad 456514 निःशुल्क नामदीक्षा ; Sant Rampal  YOUTUBE Maharaj CHANNEL 7496801823 पस्तक प्रप्त करन झलिय संपक सूद्न 5==1 n SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL JI @SAINTRAMPALJIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL Jl MAHARAJ योगी की खोज कर्रे, पितरों का उद्धार करें। श्रीविष्णपराण  নিম্বয  पुराण के तृतीय अंश, त अध्याय १५ श्लोक ५५-५६ 1 कहता है कि एक योगी (शास्त्रानुकूल साधक) यजमान और पितरों सबका उद्धार ٤/ कर सकता -9~ महाराज जी से মন যসপালসী' Sant Rampal Ji Maharaj च निःशुल्क App Downluad 456514 निःशुल्क नामदीक्षा ; Sant Rampal  YOUTUBE Maharaj CHANNEL 7496801823 पस्तक प्रप्त करन झलिय संपक सूद्न 5==1 n SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL JI @SAINTRAMPALJIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL Jl MAHARAJ - ShareChat
##Sant क्या आपका श्राद्ध पितरों तक पहुँच रहा है? मार्कंडेय पुराण पेज 250-251, वेदों के अनुसार श्राद्ध कर्म को अविद्या यानि मूर्खों का कार्य बताता है। सच्ची विधि क्या है? जानने के लिए देखिए Factful Debates YouTube Channel. Factful Debates YtChannel https://youtu.be/X4fn1GUPwoU?si=t_04Vb0aWc5QBVk0#ˢᵃⁿᵗ
#Sant - क्या आपका श्राद्ध पितरों तक புgq 26I 6? मार्कडेय पुराण पेज २५०-२५१ , बेदों के अनुसार श्राद्ध कर्म को अविद्या यानि #Re कार्य बताता है। सच्ची विधि क्या है? ब के लिए अवश्य देखें uIqa Sant Rampal Ji YOUTUBE Maharaj CHANNEL @SalntRampalJiMaharal क्या आपका श्राद्ध पितरों तक புgq 26I 6? मार्कडेय पुराण पेज २५०-२५१ , बेदों के अनुसार श्राद्ध कर्म को अविद्या यानि #Re कार्य बताता है। सच्ची विधि क्या है? ब के लिए अवश्य देखें uIqa Sant Rampal Ji YOUTUBE Maharaj CHANNEL @SalntRampalJiMaharal - ShareChat