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#धर्मविजय_का_प्रतीक_दशहरा 🧩 भक्ति बिना क्या होत है, ये भरम रहा संसार। रति कंचन पाया नहीं, रावण चलती बार।। परमात्मा कबीर साहेब जी बताते हैं कि रावण का बहुत बड़ा साम्राज्य और विशाल परिवार था। उनके एक लाख बेटे और सवा लाख पोते थे, लेकिन आज उनके परिवार में एक भी परिवार का सदस्य जीवित नहीं है, सभी मर चुके हैं। सतभक्ति के बिना मोक्ष नहीं मिल सकता।
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#धर्मविजय_का_प्रतीक_दशहरा 🧩धर्म विजय का प्रतीक दशहरा त्रेतायुग का रावण तो श्रीराम ने मार दिया लेकिन कलयुगी रावण अर्थात बुराइयों को समाप्त कर धर्म की पुनर्स्थापना कौन करेगा?
धर्मविजय_का_प्रतीक_दशहरा - धर्म विजय का प्रतीक दशहरा त्रेतायुग रावण तो श्रीराम ने मार दिया लेकिन कलयुगी रावण अर्थात 1 पुनर्स्थापना कौन   करेगा कर धर्म की को 2 बुराइयों মমাদ इस रहस्य को जानने के लिए अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा | মন যাসপাল সী সমাযাস সী মী Sant Rampal Ji Maharaj App Download कीजिये व निःशुल्क निःशुल्क नामदीक्षा ' संपर्क सूत्र : पुस्तक प्राप्त करने के लिये : +917496801823 (ಟ Pby Google धर्म विजय का प्रतीक दशहरा त्रेतायुग रावण तो श्रीराम ने मार दिया लेकिन कलयुगी रावण अर्थात 1 पुनर्स्थापना कौन   करेगा कर धर्म की को 2 बुराइयों মমাদ इस रहस्य को जानने के लिए अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा | মন যাসপাল সী সমাযাস সী মী Sant Rampal Ji Maharaj App Download कीजिये व निःशुल्क निःशुल्क नामदीक्षा ' संपर्क सूत्र : पुस्तक प्राप्त करने के लिये : +917496801823 (ಟ Pby Google - ShareChat
#धर्मविजय_का_प्रतीक_दशहरा दशहरे के दिन श्रीराम ने रावण को मारा था जिससे इस दिन को धर्म की विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। ठीक इसी प्रकार वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज तत्वज्ञान के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराई रूपी राक्षस को समाप्त कर धर्म की स्थापना कर रहे हैं।
धर्मविजय_का_प्रतीक_दशहरा - धर्म विजय प्रतीकदशहरा दशहरे के दिन श्रीराम ने रावण को मारा था जिससे इस दिन को धर्म की विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। ठीक प्रकार वर्तमान में इसी बुराई रूपी संत रामपाल जी महाराज तत्वज्ञान के माध्यम से समाज में व्याप्त राक्षस को समाप्त कर धर्म की स्थापना कर रहे हैं। अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा | संत रामपाल जी महाराज जी से Sant Rampal Ji Maharaj व निःशुल्क App Download কীসিয় निःशुल्क नामदीक्षा ` पुस्तक प्राप्त करने के लिये संपर्क सूत्र : Oi  0 +91 7496801823 Pay Googlel धर्म विजय प्रतीकदशहरा दशहरे के दिन श्रीराम ने रावण को मारा था जिससे इस दिन को धर्म की विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। ठीक प्रकार वर्तमान में इसी बुराई रूपी संत रामपाल जी महाराज तत्वज्ञान के माध्यम से समाज में व्याप्त राक्षस को समाप्त कर धर्म की स्थापना कर रहे हैं। अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा | संत रामपाल जी महाराज जी से Sant Rampal Ji Maharaj व निःशुल्क App Download কীসিয় निःशुल्क नामदीक्षा ` पुस्तक प्राप्त करने के लिये संपर्क सूत्र : Oi  0 +91 7496801823 Pay Googlel - ShareChat
#धर्मविजय_का_प्रतीक_दशहरा 🧩धर्म विजय का प्रतीक दशहरा आज विश्व में धार्मिकता का अभाव हो चुका है। ऐसे में धर्म की पुनर्स्थापना कैसे होगी?
धर्मविजय_का_प्रतीक_दशहरा - धर्म   विजय CI प्रतीक GgIథI आज विश्व में धार्मिकता का अभाव हो चुका है। ऐसे में धर्म की पुनर्स्थापना कैसे   होगी ? के लिए अवश्य पढें ? u[olo] # निःशुल्क पायें पवित्र पुस्तक अपना नाम , पूरा पता भेजें on ज्ञान गगा +91 7496801823 धर्म   विजय CI प्रतीक GgIథI आज विश्व में धार्मिकता का अभाव हो चुका है। ऐसे में धर्म की पुनर्स्थापना कैसे   होगी ? के लिए अवश्य पढें ? u[olo] # निःशुल्क पायें पवित्र पुस्तक अपना नाम , पूरा पता भेजें on ज्ञान गगा +91 7496801823 - ShareChat
#धर्मविजय_का_प्रतीक_दशहरा 🧩धर्म विजय का प्रतीक दशहरा आज विश्व में धार्मिकता का अभाव हो चुका है। ऐसे में धर्म की पुनर्स्थापना कैसे होगी?
धर्मविजय_का_प्रतीक_दशहरा - ಟ# [5[ಶ ಹ[ प्रतीक दशहरा अभाव हो चुका है। ऐसे आज विश्व में धार्मिकता করা में धर्म की पुनर्स्थापना कैसे होगी 2 जानने के लिए अवश्य पढ़ें 7 निःशुल्क পাম पवित्र पुस्तक  अपना नॉम , पूरा पता भेजें ज्ञान गगा +91 7496801823 ಟ# [5[ಶ ಹ[ प्रतीक दशहरा अभाव हो चुका है। ऐसे आज विश्व में धार्मिकता করা में धर्म की पुनर्स्थापना कैसे होगी 2 जानने के लिए अवश्य पढ़ें 7 निःशुल्क পাম पवित्र पुस्तक  अपना नॉम , पूरा पता भेजें ज्ञान गगा +91 7496801823 - ShareChat
##सत_ भक्ति_संदेश https://www.instagram.com/reel/DPMV9jhE6Ac/?igsh=MXA3Z2k1eWcxYjZrdA==
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𝗞𝗻𝗼𝘄𝗹𝗲𝗱𝗴𝗲 𝗪𝗶𝘁𝗵 𝗙𝗮𝗰𝘁 ✨ on Instagram: "गीता अध्याय 7 श्लोक 20–23 : जो लोग कामनाओं से प्रेरित होकर देवी-देवताओं की पूजा करते हैं, वे अंत में नाशवान फल ही प्राप्त करते हैं। गीता अध्याय 9 श्लोक 25 : “देवताओं के पूजक देवताओं को प्राप्त होते हैं।” इसका अर्थ है कि वे केवल उन्हीं लोकों में जाते हैं, मुक्ति नहीं मिलती। 📖 वेद प्रमाण ऋग्वेद मंडल 10 सूक्त 161 मंत्र 2 : देवताओं की पूजा से रोग, मृत्यु और दुख समाप्त नहीं होते। यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 9 : जो लोग अविद्या (देवताओं की पूजा) में लिप्त रहते हैं, वे अंधकार में जाते हैं। 📖 बाइबल प्रमाण यशायाह 42:8 : “मैं यहोवा हूँ, यह मेरा नाम है, मैं अपनी महिमा किसी और को नहीं दूँगा, न अपनी स्तुति खोदकर बनाए हुओं को।” इससे स्पष्ट है कि किसी और देवता या मूर्ति का प्रसाद लेना पूर्ण परमात्मा की आज्ञा का उल्लंघन है। . . . #sanaatan #santrampaljimaharaj #kabirisgod #vedpuran #spritual #gyanganga_book #chatgpt"
1,480 likes, 18 comments - godgivenknowledge on September 29, 2025: "गीता अध्याय 7 श्लोक 20–23 : जो लोग कामनाओं से प्रेरित होकर देवी-देवताओं की पूजा करते हैं, वे अंत में नाशवान फल ही प्राप्त करते हैं। गीता अध्याय 9 श्लोक 25 : “देवताओं के पूजक देवताओं को प्राप्त होते हैं।” इसका अर्थ है कि वे केवल उन्हीं लोकों में जाते हैं, मुक्ति नहीं मिलती। 📖 वेद प्रमाण ऋग्वेद मंडल 10 सूक्त 161 मंत्र 2 : देवताओं की पूजा से रोग, मृत्यु और दुख समाप्त नहीं होते। यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 9 : जो लोग अविद्या (देवताओं की पूजा) में लिप्त रहते हैं, वे अंधकार में जाते हैं। 📖 बाइबल प्रमाण यशायाह 42:8 : “मैं यहोवा हूँ, यह मेरा नाम है, मैं अपनी महिमा किसी और को नहीं दूँगा, न अपनी स्तुति खोदकर बनाए हुओं को।” इससे स्पष्ट है कि किसी और देवता या मूर्ति का प्रसाद ले