𝗞𝗻𝗼𝘄𝗹𝗲𝗱𝗴𝗲 𝗪𝗶𝘁𝗵 𝗙𝗮𝗰𝘁 ✨ on Instagram: "गीता अध्याय 7 श्लोक 20–23 : जो लोग कामनाओं से प्रेरित होकर देवी-देवताओं की पूजा करते हैं, वे अंत में नाशवान फल ही प्राप्त करते हैं। गीता अध्याय 9 श्लोक 25 : “देवताओं के पूजक देवताओं को प्राप्त होते हैं।” इसका अर्थ है कि वे केवल उन्हीं लोकों में जाते हैं, मुक्ति नहीं मिलती। 📖 वेद प्रमाण ऋग्वेद मंडल 10 सूक्त 161 मंत्र 2 : देवताओं की पूजा से रोग, मृत्यु और दुख समाप्त नहीं होते। यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 9 : जो लोग अविद्या (देवताओं की पूजा) में लिप्त रहते हैं, वे अंधकार में जाते हैं। 📖 बाइबल प्रमाण यशायाह 42:8 : “मैं यहोवा हूँ, यह मेरा नाम है, मैं अपनी महिमा किसी और को नहीं दूँगा, न अपनी स्तुति खोदकर बनाए हुओं को।” इससे स्पष्ट है कि किसी और देवता या मूर्ति का प्रसाद लेना पूर्ण परमात्मा की आज्ञा का उल्लंघन है। . . . #sanaatan #santrampaljimaharaj #kabirisgod #vedpuran #spritual #gyanganga_book #chatgpt"
1,480 likes, 18 comments - godgivenknowledge on September 29, 2025: "गीता अध्याय 7 श्लोक 20–23 : जो लोग कामनाओं से प्रेरित होकर देवी-देवताओं की पूजा करते हैं, वे अंत में नाशवान फल ही प्राप्त करते हैं।
गीता अध्याय 9 श्लोक 25 : “देवताओं के पूजक देवताओं को प्राप्त होते हैं।” इसका अर्थ है कि वे केवल उन्हीं लोकों में जाते हैं, मुक्ति नहीं मिलती।
📖 वेद प्रमाण
ऋग्वेद मंडल 10 सूक्त 161 मंत्र 2 : देवताओं की पूजा से रोग, मृत्यु और दुख समाप्त नहीं होते।
यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 9 : जो लोग अविद्या (देवताओं की पूजा) में लिप्त रहते हैं, वे अंधकार में जाते हैं।
📖 बाइबल प्रमाण
यशायाह 42:8 : “मैं यहोवा हूँ, यह मेरा नाम है, मैं अपनी महिमा किसी और को नहीं दूँगा, न अपनी स्तुति खोदकर बनाए हुओं को।”
इससे स्पष्ट है कि किसी और देवता या मूर्ति का प्रसाद ले