Vivek Prajapati
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#GodMorningTuesday कबीर करें बुराई सुख चाहे कैसे पावे कोय। रोपै पेड़ बबूल का आम कहां से होय। कबीर साहेब जी कहते हैं बुरा काम करके सुख चाहे यह बिल्कुल निरर्थक है। जिस प्रकार से बबुल का बीज बोकर आम का पेड़ नहीं उगाया जा सकता। #🙏गुरु महिमा😇
🙏गुरु महिमा😇 - कबीर बुराई सुख चहै, कैसे पावै कोय। कर रोपै पेड़ बबूल का, आम कहां ते होय।। कबीर साहेब जी कहते हैं कि बुरा काम करके सुख की चाह करना , बिल्कुल निरर्थक है । बबूल का वृक्ष लगाकर , उस पर आम जैसा मीठा फल कैसे मिल सकता है ? ज मतगुल तत्वदशी {IK 181{1>/ SatlokAshramMundkaofficial SatlokAshramMundka SADelhiMundka कबीर बुराई सुख चहै, कैसे पावै कोय। कर रोपै पेड़ बबूल का, आम कहां ते होय।। कबीर साहेब जी कहते हैं कि बुरा काम करके सुख की चाह करना , बिल्कुल निरर्थक है । बबूल का वृक्ष लगाकर , उस पर आम जैसा मीठा फल कैसे मिल सकता है ? ज मतगुल तत्वदशी {IK 181{1>/ SatlokAshramMundkaofficial SatlokAshramMundka SADelhiMundka - ShareChat
#GodMorningMonday #श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि संत रामपाल जी महाराज बताते हैं श्राद्ध की शास्त्र अनुकूल विधि। जिससे साधक स्वयं और उसके पूर्वज जो पितर या भूत बने हैं, सबका छुटकारा हो जाता है। Factful Debates YtChannel #🙏गुरु महिमा😇
🙏गुरु महिमा😇 - श्रीमद्भगवत गीता के अध्याय 9 श्लोक २५ र्मे ঠববনা: ঠনান;  पितृन्यान्ति, पितृव्रताः|  মালি; भूतानि यान्ति भूतेज्याः यान्ति, मद्याजिनः अपि,माम्।।  2511 अनुवादः ( देवव्रताः ) देवताओंको  (देवान्) পুতননাল  देवताओंको (यान्ति) प्राप्त होते हैं (पितृव्रताः ) पितरोंको पूजनेवाले (पितृन्) पितरोंको (यान्ति) प्राप्त पूजनेवाले ( भूतानि) भूतोंको होते हैं (भूतेज्याः) মুনীক্ষী (यान्ति) प्राप्त होते हैं और (मद्याजिनः) इसी तरह मतानुसार अर्थात् शास्त्रानुकुल पूजन करने वाले मेरे भक्त ( अपि) भी (माम्। मुझे (यान्ति) प्राप्त होते हैं। (२५) गीता ज्ञान दाता ने कहा है किजो पितर पूजा श्राद्ध आदि ) करते हैं , वे मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाते , बल्कि वे पितर की योनि को प्राप्त होते हैं।पितरों के उद्धार की अर्थात श्राद्ध करने की शास्त्र अनुकूल विधि जानने के लिए देखिए Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Youtube Channel @SaintRampal J Maharej 2.29M subscribers; {5 SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL JI @SAINTRAMPALIM SUPREMEGOD ORG SAINT RAMPAL Jl MAHARAJ श्रीमद्भगवत गीता के अध्याय 9 श्लोक २५ र्मे ঠববনা: ঠনান;  पितृन्यान्ति, पितृव्रताः|  মালি; भूतानि यान्ति भूतेज्याः यान्ति, मद्याजिनः अपि,माम्।।  2511 अनुवादः ( देवव्रताः ) देवताओंको  (देवान्) পুতননাল  देवताओंको (यान्ति) प्राप्त होते हैं (पितृव्रताः ) पितरोंको पूजनेवाले (पितृन्) पितरोंको (यान्ति) प्राप्त पूजनेवाले ( भूतानि) भूतोंको होते हैं (भूतेज्याः) মুনীক্ষী (यान्ति) प्राप्त होते हैं और (मद्याजिनः) इसी तरह मतानुसार अर्थात् शास्त्रानुकुल पूजन करने वाले मेरे भक्त ( अपि) भी (माम्। मुझे (यान्ति) प्राप्त होते हैं। (२५) गीता ज्ञान दाता ने कहा है किजो पितर पूजा श्राद्ध आदि ) करते हैं , वे मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाते , बल्कि वे पितर की योनि को प्राप्त होते हैं।पितरों के उद्धार की अर्थात श्राद्ध करने की शास्त्र अनुकूल विधि जानने के लिए देखिए Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Youtube Channel @SaintRampal J Maharej 2.29M subscribers; {5 SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL JI @SAINTRAMPALIM SUPREMEGOD ORG SAINT RAMPAL Jl MAHARAJ - ShareChat
#GodMorningMonday आन उपासना से मुक्ति संभव नहीं है।। #🙏गुरु महिमा😇
🙏गुरु महिमा😇 - आन उपासना =1 মথোঘদন अग्नि लगा दिया जब लम्बा, फूंक दिया उस ठांही। =7:-- 51=-7  ரபு Iபப1     ',lua  -- FEM a पुराण उठा फिर पंडित आए, पीछे गरूड़ पढ़ाई। [  फन ्त  - a प्रेत शिला पर जा विराजे , पितरों पिण्ड भराई| {ಣ ನ(ನಬ FTLTIH -TT -TITப 11" =ர" 7771 51 -J danl.ಗ 44[144[ 07071 م  -177 बहुर श्राद्ध खाने कूं आए, काग भए कलि माहीं| ஈ- Hட 7~1 जै सतगुरू की संगति करते , सकल कर्म कटि जाई। घाबराका  1-7ITHIH=1 ஈ[7414153 55== ாபாச்பி अमरपुरी पर आसन होता , जहाँ धूप न छांई। و ~~1 TTF 7नत सूक्ष्मवेद (तत्वज्ञान ) में तथा चारों वेदों तथा इन चारों वेदों के सारांश गीता जी में स्पष्ट किया है कि आन -उपासना (जैसे श्राद्ध कर्म ) नहीं करनी चाहिए क्योंकि ये शास्त्रों में वर्णित न होने से मनमाना आचरण है जो गीता अध्याय १६ श्लोक २३, २४ में व्यर्थ बताया है। सर्व हिन्दू समाज यह आन - उपासना (श्राद्ध, पितर पूजा ) करते हैं जिससे भक्ति की सफलता नहीं होती। जिस कारण से नरकगामी होते हैं तथा प्रेत -पितर, पशु -पक्षी आदि के शरीरों में महाकष्ट उठाते हैं। अधिक जानकारी के लिए देखें Sant Rampal Ji Maharaj YouTubel    Channel OSd lRalLuಳl-alldle L೦ll  uOuuldul ೧@  @SAINTRAMPALIM SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL Jl SUPREMEGODORG RAMPAL Jl MAHARAJ SAINT आन उपासना =1 মথোঘদন अग्नि लगा दिया जब लम्बा, फूंक दिया उस ठांही। =7:-- 51=-7  ரபு Iபப1     ',lua  -- FEM a पुराण उठा फिर पंडित आए, पीछे गरूड़ पढ़ाई। [  फन ्त  - a प्रेत शिला पर जा विराजे , पितरों पिण्ड भराई| {ಣ ನ(ನಬ FTLTIH -TT -TITப 11" =ர" 7771 51 -J danl.ಗ 44[144[ 07071 م  -177 बहुर श्राद्ध खाने कूं आए, काग भए कलि माहीं| ஈ- Hட 7~1 जै सतगुरू की संगति करते , सकल कर्म कटि जाई। घाबराका  1-7ITHIH=1 ஈ[7414153 55== ாபாச்பி अमरपुरी पर आसन होता , जहाँ धूप न छांई। و ~~1 TTF 7नत सूक्ष्मवेद (तत्वज्ञान ) में तथा चारों वेदों तथा इन चारों वेदों के सारांश गीता जी में स्पष्ट किया है कि आन -उपासना (जैसे श्राद्ध कर्म ) नहीं करनी चाहिए क्योंकि ये शास्त्रों में वर्णित न होने से मनमाना आचरण है जो गीता अध्याय १६ श्लोक २३, २४ में व्यर्थ बताया है। सर्व हिन्दू समाज यह आन - उपासना (श्राद्ध, पितर पूजा ) करते हैं जिससे भक्ति की सफलता नहीं होती। जिस कारण से नरकगामी होते हैं तथा प्रेत -पितर, पशु -पक्षी आदि के शरीरों में महाकष्ट उठाते हैं। अधिक जानकारी के लिए देखें Sant Rampal Ji Maharaj YouTubel    Channel OSd lRalLuಳl-alldle L೦ll  uOuuldul ೧@  @SAINTRAMPALIM SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL Jl SUPREMEGODORG RAMPAL Jl MAHARAJ SAINT - ShareChat
#GodMorningMonday कलयुग में सतयुग की शरुआत। #🙏गुरु महिमा😇
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#श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि अधूरा ज्ञान खतरनाक ..... क्या आपके धर्म गुरु जानते हैं कि विष्णु पुराण के तृतीय अंश, अध्याय 15 श्लोक 55-56 के अनुसार एक योगी (शास्त्र अनुकूल भक्ति करने वाला साधक) को भोजन कराना हज़ार ब्राह्मणों के श्राद्ध भोज से उत्तम है। Factful Debates YtChannel #🙏गुरु महिमा😇
🙏गुरु महिमा😇 - अधूरा ज्ञान Rddolldp क्या आप जानते हैं? विष्णु पुराण के तृतीय अंश॰ अध्याय f १५ श्लाक के अनुसार एक योगी (शास्त्र अनुकूल 5556 भक्ति करने वाला साधक) को भोजन कराना हजार ब्राह्मणों के श्राद्घ भोज से उत्तम है| संत रामपाल जी महाराज जी से Sant Rampal Ji Maharaj App Download कीजिये निःशुल्क  नामदीक्षा व निःशुल्क " দুলেক সাম কনে ক লিঐর মপক মুন্ন : | +91 7496801823  Gooae Play SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL JI @SAINTRAMPALJIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL Jl MAHARAJ अधूरा ज्ञान Rddolldp क्या आप जानते हैं? विष्णु पुराण के तृतीय अंश॰ अध्याय f १५ श्लाक के अनुसार एक योगी (शास्त्र अनुकूल 5556 भक्ति करने वाला साधक) को भोजन कराना हजार ब्राह्मणों के श्राद्घ भोज से उत्तम है| संत रामपाल जी महाराज जी से Sant Rampal Ji Maharaj App Download कीजिये निःशुल्क  नामदीक्षा व निःशुल्क " দুলেক সাম কনে ক লিঐর মপক মুন্ন : | +91 7496801823  Gooae Play SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL JI @SAINTRAMPALJIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL Jl MAHARAJ - ShareChat
#तत्वज्ञान_की_प्रदर्शनी Sant Rampal Ji Maharaj #🙏गुरु महिमा😇
🙏गुरु महिमा😇 - 49 NAuu  Iuu  (IIIEEIIE] खतलोक आश्रम रमपाल 9मदाराज 617  80 अवतरण दिवस आध्यात्मिक प्रदर्शनी धर्मगुरु भी थे अनभिज्ञ वह ज्ञान , जिससे सतलोक आश्रम में लगी प्रदर्शनी में उस तत्वज्ञान को प्रस्तुत किया गया, जो अब तक आम समाज से छिपा हुआ था। यह दिखाया गया कि कैसे हमारे ही धर्मग्रंथों में लिखे सत्य को सही ढंग से न समझ पाने के कारण हम मूल भक्ति मार्ग से भटक गए थे। संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा प्रकट किया आगंतुकों के लिए एक अभूतपूर्व अनुभव था। गया यह ज्ञान आयोजन स्थलः सतलोक आश्रम धनाना धाम वहरियाणा ) सतलोक आशरम कुरुक्षत्र (हरियाणा ) सतलोक आश्रम मुंडका (दिल्ली) सत्तलोक आशरम धूरी (पंजञाव) सतलाक आथरम खमार्णा (पनाच ) सतलोक आश्रम घनुषा (नेपाल ) सतलोक आश्रम झंदौर (मध्यप्रदेर सतलोक आश्रम घवलपुरी, महाराष्ट्र सतलोक आशरम शामली (उत्तप्रद२ सतलाक आशम चैतूल (मध्यप्रदर) सतलाका आशम सजत Uuनtथान सतलाक आशरम भिचानी (हरियाणा ) अधिक जानकारी के लिये सम्पर्क करें 91 7496801825 SPIRITUAL LENDER =7 0111- OSAINTRAMPALM 5MprFMEACDOrA   #VLJ  4 49 NAuu  Iuu  (IIIEEIIE] खतलोक आश्रम रमपाल 9मदाराज 617  80 अवतरण दिवस आध्यात्मिक प्रदर्शनी धर्मगुरु भी थे अनभिज्ञ वह ज्ञान , जिससे सतलोक आश्रम में लगी प्रदर्शनी में उस तत्वज्ञान को प्रस्तुत किया गया, जो अब तक आम समाज से छिपा हुआ था। यह दिखाया गया कि कैसे हमारे ही धर्मग्रंथों में लिखे सत्य को सही ढंग से न समझ पाने के कारण हम मूल भक्ति मार्ग से भटक गए थे। संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा प्रकट किया आगंतुकों के लिए एक अभूतपूर्व अनुभव था। गया यह ज्ञान आयोजन स्थलः सतलोक आश्रम धनाना धाम वहरियाणा ) सतलोक आशरम कुरुक्षत्र (हरियाणा ) सतलोक आश्रम मुंडका (दिल्ली) सत्तलोक आशरम धूरी (पंजञाव) सतलाक आथरम खमार्णा (पनाच ) सतलोक आश्रम घनुषा (नेपाल ) सतलोक आश्रम झंदौर (मध्यप्रदेर सतलोक आश्रम घवलपुरी, महाराष्ट्र सतलोक आशरम शामली (उत्तप्रद२ सतलाक आशम चैतूल (मध्यप्रदर) सतलाका आशम सजत Uuनtथान सतलाक आशरम भिचानी (हरियाणा ) अधिक जानकारी के लिये सम्पर्क करें 91 7496801825 SPIRITUAL LENDER =7 0111- OSAINTRAMPALM 5MprFMEACDOrA   #VLJ  4 - ShareChat
#तत्वज्ञान_की_प्रदर्शनी Sant Rampal Ji Maharaj #🙏गुरु महिमा😇
🙏गुरु महिमा😇 - स्तलोक आश्रम रमषाल आध्यात्मिक प्रदर्शनी आवतरण दिनस गीताके गूढ रहस्य का "ऊँ-तत् सत् अनावरणः प्रदर्शनी का एक विशेष खंड श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय "ऊँ तत् सत्" मंत्र के १७, श्लोक २३ पर केंद्रित था। इसमें उजागर किया गया। दर्शकों को यह जानने সাকনিক অথ কী अवसर मिला कि यह मोक्ष का वो गुप्त मंत्र है जिसे संत কা रामपाल जी महाराज जी द्वारा प्रदान किया जाता है॰ और इसक जाप की विधि क्या है। ٦٤ संत रामपाल जी महाराज जी से Sant Rampal Ji Maharaj  नामदीक्षा व निःशुल्क " নিঃথুল্ক: App Download कीजिये पुस्तक प्राप्त करने के लिये संपर्क सूत्न : +91 7496801823 GoogkcPloy SPIRIUAL LEADER  SANT RAMPAL JI 0 @SAINTRAMPAUIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL Jl MAHARAJ स्तलोक आश्रम रमषाल आध्यात्मिक प्रदर्शनी आवतरण दिनस गीताके गूढ रहस्य का "ऊँ-तत् सत् अनावरणः प्रदर्शनी का एक विशेष खंड श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय "ऊँ तत् सत्" मंत्र के १७, श्लोक २३ पर केंद्रित था। इसमें उजागर किया गया। दर्शकों को यह जानने সাকনিক অথ কী अवसर मिला कि यह मोक्ष का वो गुप्त मंत्र है जिसे संत কা रामपाल जी महाराज जी द्वारा प्रदान किया जाता है॰ और इसक जाप की विधि क्या है। ٦٤ संत रामपाल जी महाराज जी से Sant Rampal Ji Maharaj  नामदीक्षा व निःशुल्क " নিঃথুল্ক: App Download कीजिये पुस्तक प्राप्त करने के लिये संपर्क सूत्न : +91 7496801823 GoogkcPloy SPIRIUAL LEADER  SANT RAMPAL JI 0 @SAINTRAMPAUIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL Jl MAHARAJ - ShareChat
#तत्वज्ञान_की_प्रदर्शनी Sant Rampal Ji Maharaj #🙏गुरु महिमा😇
🙏गुरु महिमा😇 - मोक्ष का सच्चा मार्ग सतलोक आश्रम में लगी आध्यात्मिक प्रदर्शनी में संत रामपाल जी महाराज जी केःशास्त्र लिए अनुकूल ज्ञान द्वारा मोक्ष प्राप्ति के "आदि सनातनी भक्ति" के रहस्यों को उजागर किया गया। इसमें २३ में वर्णित तीन मंत्र " ऊँ तत् सत्" के गीता अध्याय १७ श्लोक गूढ़ रहस्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। लिए अधिक जानकारी के देखें Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Vomups Channel I nLr lnlald 22M subsrrihers SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL Ji @SAINTRAMPALIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL J MAHARAJ मोक्ष का सच्चा मार्ग सतलोक आश्रम में लगी आध्यात्मिक प्रदर्शनी में संत रामपाल जी महाराज जी केःशास्त्र लिए अनुकूल ज्ञान द्वारा मोक्ष प्राप्ति के "आदि सनातनी भक्ति" के रहस्यों को उजागर किया गया। इसमें २३ में वर्णित तीन मंत्र " ऊँ तत् सत्" के गीता अध्याय १७ श्लोक गूढ़ रहस्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। लिए अधिक जानकारी के देखें Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Vomups Channel I nLr lnlald 22M subsrrihers SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL Ji @SAINTRAMPALIM SUPREMEGODORG SAINT RAMPAL J MAHARAJ - ShareChat
#तत्वज्ञान_की_प्रदर्शनी Sant Rampal Ji Maharaj #🙏गुरु महिमा😇
🙏गुरु महिमा😇 - खतलोक आश्रम रमपाल 9मदाराज 2175 818 अवतरण दिवस आध्यात्मिक प्रदर्शनी धर्मगुरु भी थे अनभिज्ञ वह ज्ञान , जिससे सतलोक आश्रम में लगी प्रदर्शनी में उस तत्वज्ञान को प्रस्तुत किया गया, जो अब तक आम समाज से छिपा हुआ था। यह दिखाया गया कि कैसे हमारे ही धर्मग्रंथों में लिखे सत्य को सही ढंग से न समझ पाने के कारण हम मूल भक्ति मार्ग से भटक गए थे। संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा प्रकट किया आगंतुकों के लिए एक अभूतपूर्व अनुभव था। गया यह ज्ञान आयोजन स्थलः सतलोक आश्रम धनाना धाम वहरियाणा ) सतलोक आशरम कुरुक्षत्र (हरियाणा ) सतलोक आश्रम मुंडका (दिल्ली) सतलोक आशरम धूरी (पंजञाव ) I5 J அI (y सतलोक आश्रम घनुषा (नेपाल ) सतलोक आश्रम इंदीर (मध्यप्रदे२) सतलोक आश्रम घवलपुरी, महाराष्ट्र सतलोक आशरम शमली (उत्तरप्रद२ सतलाक आशम चैतूल (मध्यप्रदर) tlacllo JI Hbl (bhelal सत्लाक आशरम भिचानी (हरियाणा ) अधिक जानकारी के लिये सम्पर्क करें 91 7496801825 SPIRITUAL LEDER م و  mSAmpApA I A ORLHLUnೊRL   خ खतलोक आश्रम रमपाल 9मदाराज 2175 818 अवतरण दिवस आध्यात्मिक प्रदर्शनी धर्मगुरु भी थे अनभिज्ञ वह ज्ञान , जिससे सतलोक आश्रम में लगी प्रदर्शनी में उस तत्वज्ञान को प्रस्तुत किया गया, जो अब तक आम समाज से छिपा हुआ था। यह दिखाया गया कि कैसे हमारे ही धर्मग्रंथों में लिखे सत्य को सही ढंग से न समझ पाने के कारण हम मूल भक्ति मार्ग से भटक गए थे। संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा प्रकट किया आगंतुकों के लिए एक अभूतपूर्व अनुभव था। गया यह ज्ञान आयोजन स्थलः सतलोक आश्रम धनाना धाम वहरियाणा ) सतलोक आशरम कुरुक्षत्र (हरियाणा ) सतलोक आश्रम मुंडका (दिल्ली) सतलोक आशरम धूरी (पंजञाव ) I5 J அI (y सतलोक आश्रम घनुषा (नेपाल ) सतलोक आश्रम इंदीर (मध्यप्रदे२) सतलोक आश्रम घवलपुरी, महाराष्ट्र सतलोक आशरम शमली (उत्तरप्रद२ सतलाक आशम चैतूल (मध्यप्रदर) tlacllo JI Hbl (bhelal सत्लाक आशरम भिचानी (हरियाणा ) अधिक जानकारी के लिये सम्पर्क करें 91 7496801825 SPIRITUAL LEDER م و  mSAmpApA I A ORLHLUnೊRL   خ - ShareChat
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