_*🌷🌺🌼 प्रभात्-पुष्पम् 🌻🌺🌹*_
_त्वं वैष्णवी शक्तिरनन्तवीर्या_
_विश्वस्य बीजं परमासि माया।_
_सम्मोहितं देवी समस्तमेतत्_
_त्वं वै प्रसन्ना भुवि मुक्ति हेतु:॥_
भावार्थ: हे भगवती! तुम अनन्त बल सम्पन्न वैष्णवी शक्ति हो। इस विश्व की कारणभूता (उत्पत्ति कारण) परामाया हो। हे देवी! तुमने ही इस समस्त संसार को मोहित कर रखा है। तुम्हारे प्रसन्न होने पर ही इस धरा धाम पर किसी जीव को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
_माँ महागौरी! हम सभी अपने समस्त सन्तान को उत्तम स्वास्थ्य, विपुल समृद्धि, सुदीर्घ आयु और शान्तिपूर्ण जीवन प्रदान करें।_
*दुर्गाष्टमी महापर्व की असीम बधाइयाँ और अनन्त मंगलकामनाएँ...*
🌷🌼🌸🌺🙏🙏🌻🌹🌼🌷 #🙏शुभ नवरात्रि💐