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#❤️जीवन की सीख ##kabir_is_god #☝आज का ज्ञान #sant Ram pal Ji Mah araj ##पूर्णगुरु_संतरामपालजीमहाराज
❤️जीवन की सीख - भक्ति बिना क्या होत है ये भरम रहा संसार। रति कंचन पाया नहीं , रावण चलती बार।। परमात्मा कबीर साहेब जी बताते है कि रावण का बहुत बड़ा साम्राज्य और विशाल उनक एक लाख बेटे और सवा लाख पोते थेः लेकिन आज उनक परिवार परिवार थ एक॰भी परिवार का सदस्य जीवित नहीं हैः समी मर चुक हैं। सतभक्ति के बिना मोक्ष नहीं मिल सकता | भक्ति बिना क्या होत है ये भरम रहा संसार। रति कंचन पाया नहीं , रावण चलती बार।। परमात्मा कबीर साहेब जी बताते है कि रावण का बहुत बड़ा साम्राज्य और विशाल उनक एक लाख बेटे और सवा लाख पोते थेः लेकिन आज उनक परिवार परिवार थ एक॰भी परिवार का सदस्य जीवित नहीं हैः समी मर चुक हैं। सतभक्ति के बिना मोक्ष नहीं मिल सकता | - ShareChat
##पूर्णगुरु_संतरामपालजीमहाराज #sant Ram pal Ji Mah araj #☝आज का ज्ञान ##kabir_is_god #❤️जीवन की सीख
#पूर्णगुरु_संतरामपालजीमहाराज - - Blessing for Farmers A SANT RAMPALJI MAHARAJJI DELIVERED SIGNIFICANT RELIEF TO FLOOD STRICKEN VLLAGES The flood hit village of Badhawar was supplied with 30,000 feet (8inches pipe) Pumping System: 5 (15 horsepower) motors Submersible pump SA News Channel Vo-ho - Blessing for Farmers A SANT RAMPALJI MAHARAJJI DELIVERED SIGNIFICANT RELIEF TO FLOOD STRICKEN VLLAGES The flood hit village of Badhawar was supplied with 30,000 feet (8inches pipe) Pumping System: 5 (15 horsepower) motors Submersible pump SA News Channel Vo-ho - ShareChat
#sant Ram pal Ji Mah araj #☝आज का ज्ञान ##kabir_is_god ##पूर्णगुरु_संतरामपालजीमहाराज ##किसभक्तिसेदुर्गाजीदेपूर्णलाभ
sant Ram pal Ji Mah araj - This Navratri; uncover the secret mantra to please Mother Durga: Get free book "Gyan Ganga' Get Free Book To know read sacred Book Send Name Address Io Gyan Ganga +91 7496801825 This Navratri; uncover the secret mantra to please Mother Durga: Get free book "Gyan Ganga' Get Free Book To know read sacred Book Send Name Address Io Gyan Ganga +91 7496801825 - ShareChat
##किसभक्तिसेदुर्गाजीदेपूर्णलाभ ##kabir_is_god ##पूर्णगुरु_संतरामपालजीमहाराज #☝आज का ज्ञान #sant Ram pal Ji Mah araj
#किसभक्तिसेदुर्गाजीदेपूर्णलाभ - माता दुगा (अष्टागा ) की 8 हैं | फिर भुजायें ` वह पूर्ण मोक्षदायक परमात्मा कौन है जो अनंत भुजा व कलाओं स्वामी है ? কা # হ্ম্ কী আনন  36 के लिए 3নংয় এট এবিন্ गगा ज्ञान   गंगा| पुस्तक संत रामपाल जी महाराज जी से Sant Rampal Ji Maharaj App Download कीजिये निःशल्क नामदीक्षा च निःशल्क माता दुगा (अष्टागा ) की 8 हैं | फिर भुजायें ` वह पूर्ण मोक्षदायक परमात्मा कौन है जो अनंत भुजा व कलाओं स्वामी है ? কা # হ্ম্ কী আনন  36 के लिए 3নংয় এট এবিন্ गगा ज्ञान   गंगा| पुस्तक संत रामपाल जी महाराज जी से Sant Rampal Ji Maharaj App Download कीजिये निःशल्क नामदीक्षा च निःशल्क - ShareChat
##किसभक्तिसेदुर्गाजीदेपूर्णलाभ Gyan Ganga On Navratri
#किसभक्तिसेदुर्गाजीदेपूर्णलाभ - यदि माँ को खुश करने के लिए মুত্তরা ফ্ট নী कोई बच्चा व्रत , उपवास रखकर दिन भर क्या मां खुश हो सकती है ? इसका सीधा जवाब है कि इससे माँ और अधिक दुःखी होगी। " तो नवरात्रि के उपलक्ष्य पर को खुश करने का सही मार्ग जानने के लिए ತಾrf ; माता पढ़िये अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा] निःशुल्क  পাম पवित्र पुस्तक अपना नाम, परा पता भेज 1+7 यदि माँ को खुश करने के लिए মুত্তরা ফ্ট নী कोई बच्चा व्रत , उपवास रखकर दिन भर क्या मां खुश हो सकती है ? इसका सीधा जवाब है कि इससे माँ और अधिक दुःखी होगी। " तो नवरात्रि के उपलक्ष्य पर को खुश करने का सही मार्ग जानने के लिए ತಾrf ; माता पढ़िये अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा] निःशुल्क  পাম पवित्र पुस्तक अपना नाम, परा पता भेज 1+7 - ShareChat
#श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि #sant Ram pal Ji Mah araj #☝आज का ज्ञान ##पूर्णगुरु_संतरामपालजीमहाराज ##kabir_is_god
श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि - 5  م In Bhagavad Gita, Chapter 9, verses 25  and श्रीमददगवदीता 23-24, and Chapter 7, verses 12-15 and 20-23, 4 the giver of Gita knowledge clearly prohibits performing Shradh (ancestor worship), offering pind daan, and worshiping other deities It is said that those who perform pitra puja, will 80 to the pitras, ie , become ancestors themselves; and cannot be liberated Those who offer pind daan ie worship ghosts, will also become ghosts +DI0000 And those who worship deities] ಹor hooeryopuaeot lopitre Vorhpocr clmost roloUonti ' Then will go to the deities E<ILe Khomosholn ' 6 acrordarcnwtnma scnonrose all the deities, alons with Imat1ಬಒar [ | their worshipers; will enjoy পটন উমনা_কান ঘিননানন পিনলনা  temporary pleasures and দুবানি দালি দুববোদালি নচালিন_ঊনিদানযা  2911  eventually meet death; without 0 v (aa)ಬ711ದ ಗವaವನೆು attaining liberation LಒLa(umua dueபI  দূললবাল [মিবূন] দিববকী ঘালিী সাদ  VHL(Laarl)araymerhaCmmrml FLalx  auel)  a; মুক্তন দুমন ক্ষন বাল৭র ঘনাচা ।मफश।फ्ाम [সছর মাব চব 61|751 To know more visit Sant Rampal Jأ Maharaj YouTube a 5  م In Bhagavad Gita, Chapter 9, verses 25  and श्रीमददगवदीता 23-24, and Chapter 7, verses 12-15 and 20-23, 4 the giver of Gita knowledge clearly prohibits performing Shradh (ancestor worship), offering pind daan, and worshiping other deities It is said that those who perform pitra puja, will 80 to the pitras, ie , become ancestors themselves; and cannot be liberated Those who offer pind daan ie worship ghosts, will also become ghosts +DI0000 And those who worship deities] ಹor hooeryopuaeot lopitre Vorhpocr clmost roloUonti ' Then will go to the deities E<ILe Khomosholn ' 6 acrordarcnwtnma scnonrose all the deities, alons with Imat1ಬಒar [ | their worshipers; will enjoy পটন উমনা_কান ঘিননানন পিনলনা  temporary pleasures and দুবানি দালি দুববোদালি নচালিন_ঊনিদানযা  2911  eventually meet death; without 0 v (aa)ಬ711ದ ಗವaವನೆು attaining liberation LಒLa(umua dueபI  দূললবাল [মিবূন] দিববকী ঘালিী সাদ  VHL(Laarl)araymerhaCmmrml FLalx  auel)  a; মুক্তন দুমন ক্ষন বাল৭র ঘনাচা ।मफश।फ्ाम [সছর মাব চব 61|751 To know more visit Sant Rampal Jأ Maharaj YouTube a - ShareChat
##kabir_is_god ##पूर्णगुरु_संतरामपालजीमहाराज #☝आज का ज्ञान #sant Ram pal Ji Mah araj #श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि
#kabir_is_god - थाद्वकीशास्चाभनुकूलाविधि  हिन्दू साहेबान मृत्यु उपरांत गरुड़ पुराण का पाठ कराने की सलाह देते हैं जबकि परमात्मा कबीर जी समझाते हैं कि गरूड़ पुराण का पाठ मृत्यु से पहले सुनाना चाहिए था ताकि वह प्राणी परमात्मा के विधान को समझकर पाप कर्मों से बचता। पूर्ण गुरू से दीक्षा लेकर मोक्ष प्राप्त जिस कारण से वह न प्रेत बनता, न पितर बनता, न पशु-पक्षी  करता। आदि-आदि के शरीरों में कष्ट उठाता। मृत्यु के पश्चात गरूड़ पुराण के का मृत व्यक्ति को कोई लाभ नहीं मिलता। बल्कि उसके उद्धार 6 की अर्थात श्राद्ध करने की शास्त्र अनुकूल विथि जानने के लिए देखिए लिए अधिक जीजकारी के देखें Sant Rampaliahara थाद्वकीशास्चाभनुकूलाविधि  हिन्दू साहेबान मृत्यु उपरांत गरुड़ पुराण का पाठ कराने की सलाह देते हैं जबकि परमात्मा कबीर जी समझाते हैं कि गरूड़ पुराण का पाठ मृत्यु से पहले सुनाना चाहिए था ताकि वह प्राणी परमात्मा के विधान को समझकर पाप कर्मों से बचता। पूर्ण गुरू से दीक्षा लेकर मोक्ष प्राप्त जिस कारण से वह न प्रेत बनता, न पितर बनता, न पशु-पक्षी  करता। आदि-आदि के शरीरों में कष्ट उठाता। मृत्यु के पश्चात गरूड़ पुराण के का मृत व्यक्ति को कोई लाभ नहीं मिलता। बल्कि उसके उद्धार 6 की अर्थात श्राद्ध करने की शास्त्र अनुकूल विथि जानने के लिए देखिए लिए अधिक जीजकारी के देखें Sant Rampaliahara - ShareChat
#sant Ram pal Ji Mah araj ##पूर्णगुरु_संतरामपालजीमहाराज #श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि #☝आज का ज्ञान ##kabir_is_god
sant Ram pal Ji Mah araj - Shradh Watch Special Video on Shradh] Visit our YouTube Channel Factful Debates #SpiritualityUnveliled Factful Debates @FactfulDebates 129k subscribers 22 videos fuqqar में क्या करना चाहिए | श्राद्ध की श्रेष्ठ विधि क्या है pitru paks 91 days 12K views 2 IS ago 47,52 | -6 = श्रेष्ठ Shradh Watch Special Video on Shradh] Visit our YouTube Channel Factful Debates #SpiritualityUnveliled Factful Debates @FactfulDebates 129k subscribers 22 videos fuqqar में क्या करना चाहिए | श्राद्ध की श्रेष्ठ विधि क्या है pitru paks 91 days 12K views 2 IS ago 47,52 | -6 = श्रेष्ठ - ShareChat
#श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि #☝आज का ज्ञान ##kabir_is_god ##पूर्णगुरु_संतरामपालजीमहाराज #sant Ram pal Ji Mah araj
श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि - 9]1 184 969]1  911@৬8  इस्कॉन संस्था वाले पितृ पूजा, भूत पूजा , श्राद्ध करवाते हैं! पवित्र गीता जी कहती हैकि ये नहीं करना चाहिए। फिर हम क्यों करते हैं२ गीता अथ्याय 9 श्लोक २५ sa श्रीमद्भगवत गीता प्रमाण से G यान्ति देवयृत्तः , देवान पितून पान्ति पितृयृतः  हुआ जो पितृ पूजा (श्राद्ध आदि) पान्ति भूतेज्याः यान्ति मध्याजिन्ह अपि, मम মুনানি करते हैं वे मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाते , ||25|| अनुवादः  टिववृताः ) देवताओं के उपासाक देिवान देवताओके पास (याति) जाते 6 (मितृवण ) पिततके वे यमलोक में (ঐিনূন) এিনযী ব এান (এানি] তান ৮  उपासक भूत (याति) जाते  पितरों को प्राप्त (भूतेज्याः ) भूर्तों के उपासक  (মুনানি]  ह तथा ( गध्याजिनः) ) इसी प्कार मेरेजो भक्त शाखत् होते हैंl विशिसे पूजा करते ह॰वे मतानुसारअपि) को भी॰ [সাম]  मुडे ।पाति) प्राप्त करते ह। (२५)  मेरे अज़ीज़ हिंदुओं स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ जगतगुरूु तत्त्वदर्शी संत रामपालजी महाराज 9]1 184 969]1  911@৬8  इस्कॉन संस्था वाले पितृ पूजा, भूत पूजा , श्राद्ध करवाते हैं! पवित्र गीता जी कहती हैकि ये नहीं करना चाहिए। फिर हम क्यों करते हैं२ गीता अथ्याय 9 श्लोक २५ sa श्रीमद्भगवत गीता प्रमाण से G यान्ति देवयृत्तः , देवान पितून पान्ति पितृयृतः  हुआ जो पितृ पूजा (श्राद्ध आदि) पान्ति भूतेज्याः यान्ति मध्याजिन्ह अपि, मम মুনানি करते हैं वे मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाते , ||25|| अनुवादः  टिववृताः ) देवताओं के उपासाक देिवान देवताओके पास (याति) जाते 6 (मितृवण ) पिततके वे यमलोक में (ঐিনূন) এিনযী ব এান (এানি] তান ৮  उपासक भूत (याति) जाते  पितरों को प्राप्त (भूतेज्याः ) भूर्तों के उपासक  (মুনানি]  ह तथा ( गध्याजिनः) ) इसी प्कार मेरेजो भक्त शाखत् होते हैंl विशिसे पूजा करते ह॰वे मतानुसारअपि) को भी॰ [সাম]  मुडे ।पाति) प्राप्त करते ह। (२५)  मेरे अज़ीज़ हिंदुओं स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ जगतगुरूु तत्त्वदर्शी संत रामपालजी महाराज - ShareChat
#श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि Factful Debates YtChannel
श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि - 0 व भूत पूजा मोक्षदायक नहीं बताई है।  Ra s श्रद्धालु श्राद्ध करते तथा करवाते हैं जबकि गीता अध्याय 9 श्लोक २५ में कहा है किजो पित्तरों की पूजा करते हैं वे पित्तर योनि aea प्राप्त करेंगे , मोक्ष नहीं होगा। जो भूत  নরনীঠী] &, पूजते  गीता अध्याय 9 श्लोक २५ श्राद्ध करना पित्तर पूजा तथा भूत ஏபபு 977ச25` श्रीमद्धगबदीता  पूजा है। तेरहवीं क्रिया करना, 041= '24   रेवान पितन पान्ि ಭrrm4aAna 40 4 वर्षी क्रिया करना , शमशान घाट ||25|| से हड्डियों के अवशेष उठाकर भनुवादः टववता ) देवताओंचे उ्पासक दवान  देवतामा फे पासा | पाति। जाते ह ।पितृवत्त ) पितरा वे गंगा में प्रवाह करना पित्तर तथा ।पितून। पितरो क पार (याति) णाते 8 7TT সূন (দ্রানি] আন ( भृूतज्पा ) भूता व उपासव | भूतानि 6TITTDTITITT 7ச77 भूत पूजा है जिससे मोक्ष नहीं ठे म्तीनुतारजपिकोशी विधिरो पूजा कतते  प्राप्त होती है। माम मुझ (णति) प्ाप्त करते ह। (२५)  ಕಗಿ' मेरे अज़ीज़ हिंदुओं स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ जगतगुरु तत्त्वदर्शी संत रामपालजी महाराज 0 व भूत पूजा मोक्षदायक नहीं बताई है।  Ra s श्रद्धालु श्राद्ध करते तथा करवाते हैं जबकि गीता अध्याय 9 श्लोक २५ में कहा है किजो पित्तरों की पूजा करते हैं वे पित्तर योनि aea प्राप्त करेंगे , मोक्ष नहीं होगा। जो भूत  নরনীঠী] &, पूजते  गीता अध्याय 9 श्लोक २५ श्राद्ध करना पित्तर पूजा तथा भूत ஏபபு 977ச25` श्रीमद्धगबदीता  पूजा है। तेरहवीं क्रिया करना, 041= '24   रेवान पितन पान्ि ಭrrm4aAna 40 4 वर्षी क्रिया करना , शमशान घाट ||25|| से हड्डियों के अवशेष उठाकर भनुवादः टववता ) देवताओंचे उ्पासक दवान  देवतामा फे पासा | पाति। जाते ह ।पितृवत्त ) पितरा वे गंगा में प्रवाह करना पित्तर तथा ।पितून। पितरो क पार (याति) णाते 8 7TT সূন (দ্রানি] আন ( भृूतज्पा ) भूता व उपासव | भूतानि 6TITTDTITITT 7ச77 भूत पूजा है जिससे मोक्ष नहीं ठे म्तीनुतारजपिकोशी विधिरो पूजा कतते  प्राप्त होती है। माम मुझ (णति) प्ाप्त करते ह। (२५)  ಕಗಿ' मेरे अज़ीज़ हिंदुओं स्वयं पढ़ो अपने ग्रंथ जगतगुरु तत्त्वदर्शी संत रामपालजी महाराज - ShareChat