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#GodNightTuesday #MessiahOf_TheFarmers बाढ़ पीड़ित गाँव ढाणी पुरिया, हिसार को संत रामपाल जी महाराज जी की तरफ से 4,400 फीट (8 इंची) पाइप + 2 मोटर (10 हॉर्स पावर की) + Full Set भेजा गया। Sant RampalJi Maharaj #sa news channel
sa news channel - परम संत रामपाल जी महाराज जीकी अद्भुत सेवा बाढ़ के पानी के बीच क्यों बंटे लड़डू? गांव ढाणी पुरिया ( हिसार ) बाढ़ पीड़ित गाँव ढाणी पुरिया , हिसार को संत रामपाल जी महाराज जी की तरफ से ४ ४०० फीट (८ इंची) मोटर (२० हॉर्स पावर की) + FULL SET भेजा गया। +2 पाइप AnnaPurna Muhim YouTube Vo  Channel @AnnapurnaMuhimorficlal परम संत रामपाल जी महाराज जीकी अद्भुत सेवा बाढ़ के पानी के बीच क्यों बंटे लड़डू? गांव ढाणी पुरिया ( हिसार ) बाढ़ पीड़ित गाँव ढाणी पुरिया , हिसार को संत रामपाल जी महाराज जी की तरफ से ४ ४०० फीट (८ इंची) मोटर (२० हॉर्स पावर की) + FULL SET भेजा गया। +2 पाइप AnnaPurna Muhim YouTube Vo  Channel @AnnapurnaMuhimorficlal - ShareChat
#MessiahOf_TheFarmers बाढ़ पीड़ित गाँव धीरनवास (पहली बार में) को संत रामपाल जी महाराज जी की तरफ से 2,000 फीट (8 इंची)पाइप + 2 बड़ी मोटर दी गयी। (दूसरी बार demand पर) 3,000 फीट (8 इंची)पाइप + 1 विशाल मोटर दी गयी। Sant RampalJi Maharaj #sa news channel
sa news channel - 3asl, ತie(HR)  किसान मसीहा पीडित बूढ़ा खेड़ा लाठर गाँव (जींद ) बाढ को ७५०० फीट (८ इंची ) पाइप +१ मोटर (१५ हॉर्स पावर की ) संत रामपाल जी महाराज जी की तरफसे भेजी गई। किसान मसीहा बाढ़ पीड़िा लाठर गाँव (जींद ) Xau गढ़ एमावित देवोंगें ढर पकारकी Lumurrual 4"7 ಐಣan s ರಾ4 ಶa [n ೫ೀ AnnaPurna Muhim YouTube Vouuoe Channel @AnnapurnaMuhimofficial 3asl, ತie(HR)  किसान मसीहा पीडित बूढ़ा खेड़ा लाठर गाँव (जींद ) बाढ को ७५०० फीट (८ इंची ) पाइप +१ मोटर (१५ हॉर्स पावर की ) संत रामपाल जी महाराज जी की तरफसे भेजी गई। किसान मसीहा बाढ़ पीड़िा लाठर गाँव (जींद ) Xau गढ़ एमावित देवोंगें ढर पकारकी Lumurrual 4"7 ಐಣan s ರಾ4 ಶa [n ೫ೀ AnnaPurna Muhim YouTube Vouuoe Channel @AnnapurnaMuhimofficial - ShareChat
#🕉 शिव भजन #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🕉 ओम नमः शिवाय 🔱 #🔱हर हर महादेव #🔱बम बम भोले🙏
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#GodMorningThursday #गरीबों_के_मसीहा पूज्य संत रामपाल जी महाराज जी की अन्नपूर्णा मुहिम: एक वरदान एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे पिता और उनके परिवार को जीवन की नई आशा मिली। देखिये उन्हीं की जुबानी, उनकी दर्द भरी कहानी। Annapurna Muhim YouTube Channel पर #sa news channel
sa news channel - uఖi af2sా परिवारकी दुःखद cpeloitl अन्नपूर्णा दिया সুভিসল aI 7P पूज्य संत रामपालजी महाराज जी की अन्नपूर्णा मुहिमः एक वरदान गंभीर बीमारी से जूझ रहे पिता और उनके @ా5 परिवारको जीवन की नई आशा मिली | देखिये उन्ही की जुबानी , उनकी दर्दभरी कहानी Episode 994 on Watch कपूरगढ, फतेहगढ AnnaPurna Muhim YouTube साहिब, पंजाब Channel uఖi af2sా परिवारकी दुःखद cpeloitl अन्नपूर्णा दिया সুভিসল aI 7P पूज्य संत रामपालजी महाराज जी की अन्नपूर्णा मुहिमः एक वरदान गंभीर बीमारी से जूझ रहे पिता और उनके @ా5 परिवारको जीवन की नई आशा मिली | देखिये उन्ही की जुबानी , उनकी दर्दभरी कहानी Episode 994 on Watch कपूरगढ, फतेहगढ AnnaPurna Muhim YouTube साहिब, पंजाब Channel - ShareChat
#गरीबों_के_मसीहा अन्नपूर्णा मुहिम एक वरदान पूर्ण संत रामपाल जी महाराज की अन्नपूर्णा मुहिम से मिली तपा मंडी जिला बरनाला (पंजाब) के असहाय परिवार को अद्भुत मदद l इस छोटे से घर में चार सदस्य रहते हैं l l Annapurna Muhim Sant RampalJi #sa news channel
sa news channel - अन्नपूर्णा मुहिम UC5 CRGIG अंधे पिता f की कहानी सुनकर आंखें भर आएंगी.. अन्नपूर्णा मुहिप बनी सहारा संत रामपाल जी महाराज जी Tapa Mandi, Barnala, Punjab पूर्ण वंत बामपाल जी महावाज की अन्नपूर्णा मुहिम ब्े मिली तपा मंडी जिला बवनाला ( पंजाब ) के अक्हाय पविवाव को अद्भुत मदद इक्स छोटे बे घव में चाव कदक्य बहते है। एक छोटा बेटा औव एक बेटी , माँ औव पिता लेकिन पिता जो घब का बहावा था वो बुद किक्ी बहावे का मोहताज है उन्हें आबखों बो दिवखाई नही देता औव उकाकी दोनों किडनी ब्वाब चेहवा ' है जो अपने बच्चों का नही देव्ख ककता है।घव की हालत भी बहुत तक हैं। लेकिन ब्ंत वामपाल जी महावाज जी की कृपा बे इका अक्हाय নসণা पविवाव को वाशन वा कपड़े वा अन्य घव का क्सामान दिया गया | Watch Episode 702 on AnnaPurna Muhim YouTubel Youuubo Channel @AnnapurnaMuhimofficial अन्नपूर्णा मुहिम UC5 CRGIG अंधे पिता f की कहानी सुनकर आंखें भर आएंगी.. अन्नपूर्णा मुहिप बनी सहारा संत रामपाल जी महाराज जी Tapa Mandi, Barnala, Punjab पूर्ण वंत बामपाल जी महावाज की अन्नपूर्णा मुहिम ब्े मिली तपा मंडी जिला बवनाला ( पंजाब ) के अक्हाय पविवाव को अद्भुत मदद इक्स छोटे बे घव में चाव कदक्य बहते है। एक छोटा बेटा औव एक बेटी , माँ औव पिता लेकिन पिता जो घब का बहावा था वो बुद किक्ी बहावे का मोहताज है उन्हें आबखों बो दिवखाई नही देता औव उकाकी दोनों किडनी ब्वाब चेहवा ' है जो अपने बच्चों का नही देव्ख ककता है।घव की हालत भी बहुत तक हैं। लेकिन ब्ंत वामपाल जी महावाज जी की कृपा बे इका अक्हाय নসণা पविवाव को वाशन वा कपड़े वा अन्य घव का क्सामान दिया गया | Watch Episode 702 on AnnaPurna Muhim YouTubel Youuubo Channel @AnnapurnaMuhimofficial - ShareChat
#गीता_जयंती_पर_असली_गीतासार गीता अध्याय 15 श्लोक 17 सर्वोत्तम परमात्मा तो कोई और है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सभी का पालन-पोषण करते हैं और उसे अमर परम ईश्वर कहते हैं। Tattvadarshi Sant Rampal Ji #sa news channel
sa news channel - SnIT IIIIPII IIIIHIIIhIIIEIS TiE NSTERES OF TIE BHAGAVADGHA Gita Chapter 18 Verse 64: will ogoin soy the most confidentiol of oll sectrets, my utmost mysterious beneficial words to you listen to these this Purna Brahm is my definite revered deityie venerated God Download our Official App To receive free Initiation Sant Rampal Ji Maharaj and spiritual books by Sant Rampal Ji Maharaj Ji, Cin Ow Play Google +917498801823 message uS on WhatsApp: SnIT IIIIPII IIIIHIIIhIIIEIS TiE NSTERES OF TIE BHAGAVADGHA Gita Chapter 18 Verse 64: will ogoin soy the most confidentiol of oll sectrets, my utmost mysterious beneficial words to you listen to these this Purna Brahm is my definite revered deityie venerated God Download our Official App To receive free Initiation Sant Rampal Ji Maharaj and spiritual books by Sant Rampal Ji Maharaj Ji, Cin Ow Play Google +917498801823 message uS on WhatsApp: - ShareChat
#गीता_जयंती_पर_असली_गीतासार Tattvadarshi Sant Rampal Ji गीता अध्याय 16 श्लोक 23 में कहा है कि शास्त्र विधि को त्यागकर जो साधक मनमाना आचरण करते हैं उनको ना तो कोई सुख होता है, ना कोई सिद्धि प्राप्त होती है तथा ना ही उनकी गति अर्थात मोक्ष होता है। #sa news channel
sa news channel - Sant Qompa Jv 1alwwy uNWei४ Tio 0 uk_ WUJLOd @hoodCi Bhagavad Gita Chapter 16 Verse 23 He who; abandoning the injunctions of the scriptures; acts according to the whimsical desires neither attains siddhi/ perfection; nor supreme state/salvation; nor happiness: App Download our Official To receive free Initiation and spiritual books by Sant Rampal Ji Maharaj Sant Rampal ]i Maharaj ]i; CETIOr Play Google +917496801823 message us on WhatsApp: Sant Qompa Jv 1alwwy uNWei४ Tio 0 uk_ WUJLOd @hoodCi Bhagavad Gita Chapter 16 Verse 23 He who; abandoning the injunctions of the scriptures; acts according to the whimsical desires neither attains siddhi/ perfection; nor supreme state/salvation; nor happiness: App Download our Official To receive free Initiation and spiritual books by Sant Rampal Ji Maharaj Sant Rampal ]i Maharaj ]i; CETIOr Play Google +917496801823 message us on WhatsApp: - ShareChat
#गीता_जयंती_पर_असली_गीतासार प्रश्नः-काल भगवान अर्थात् ब्रह्म अविनाशी है या जन्मता-मरता है? प्रमाण के लिए देखें-श्रीमद्भगवत गीता अध्याय2श्लोक 12,गीता अध्याय4श्लोक5,गीता अध्याय10श्लोक2 में गीता ज्ञान दाता स्वयं स्वीकार करता है कि मेरी भी जन्म व मृत्यु होती है, मैं अविनाशी नहीं हूँ। #sa news channel
sa news channel - गीता का गृूढ़ ऱहस्य प्रश्नः- काल भगवान अर्थातू ब्रह्म अविनाशी है या जन्मता =् सरता है? उत्तरः - जन्मता-मरता है। अध्याय 4 का श्लोक 5 प्रमाण के लिए देखें - (भगवान उवाच) मे, व्यतीतानि, जन्मानि तव, च, अर्जुन बहूनि श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 2 श्लोक १२, तानि, अहम्, वेद, सर्वाणि न त्वम वेत्थ परन्तप।।५१। गीता अध्याय 4 श्लोक ५, अनुवादः (परन्तप) हे परन्तप (अर्जुन) अर्जुन! (जन्मानि) मेरे (च) और (तव) तेरे (बहूनि) बहुतःसे गीता अध्याय १० श्लोक 2 (व्यतीतानि) हो चुके हैं। (तानि) उन ( सर्वाणि) जन्म किंतु  सबको (त्वम्) तू (न) नहीं (वेत्थ) जानता में गीता ज्ञान दाता स्वयं स्वीकार करता है कि (अहम् ) मैं (वेद ) जानता हूँ। (५) भी जन्म व मृत्यु होती है, मैं अविनाशी नहीं हूँl हिन्दीः हे परन्तप अर्जुन! मेरे ओर तेरे बहुत से जन्म  हो चुके हैं। उन सबको तू नहीं जानता किंतु मैं जानता  চুঁ संत रामपाल जी महाराज द्वारा ख्वुलासा # निःशुल्क पायें  पवित्र पुस्तक पूरा पता भेजें अपना नाम ज्ञान गगा +91 7496801823 SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL Ji SUPREMEGOD.ORG @SAINTRAMPALJIM SAINT RAMPAL JI MAHARAJ गीता का गृूढ़ ऱहस्य प्रश्नः- काल भगवान अर्थातू ब्रह्म अविनाशी है या जन्मता =् सरता है? उत्तरः - जन्मता-मरता है। अध्याय 4 का श्लोक 5 प्रमाण के लिए देखें - (भगवान उवाच) मे, व्यतीतानि, जन्मानि तव, च, अर्जुन बहूनि श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 2 श्लोक १२, तानि, अहम्, वेद, सर्वाणि न त्वम वेत्थ परन्तप।।५१। गीता अध्याय 4 श्लोक ५, अनुवादः (परन्तप) हे परन्तप (अर्जुन) अर्जुन! (जन्मानि) मेरे (च) और (तव) तेरे (बहूनि) बहुतःसे गीता अध्याय १० श्लोक 2 (व्यतीतानि) हो चुके हैं। (तानि) उन ( सर्वाणि) जन्म किंतु  सबको (त्वम्) तू (न) नहीं (वेत्थ) जानता में गीता ज्ञान दाता स्वयं स्वीकार करता है कि (अहम् ) मैं (वेद ) जानता हूँ। (५) भी जन्म व मृत्यु होती है, मैं अविनाशी नहीं हूँl हिन्दीः हे परन्तप अर्जुन! मेरे ओर तेरे बहुत से जन्म  हो चुके हैं। उन सबको तू नहीं जानता किंतु मैं जानता  চুঁ संत रामपाल जी महाराज द्वारा ख्वुलासा # निःशुल्क पायें  पवित्र पुस्तक पूरा पता भेजें अपना नाम ज्ञान गगा +91 7496801823 SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL Ji SUPREMEGOD.ORG @SAINTRAMPALJIM SAINT RAMPAL JI MAHARAJ - ShareChat
#यथार्थ_गीता_ज्ञान गीता अध्याय 18, श्लोक 66 गीता ज्ञान दाता काल कहता है, " मेरी सभी धार्मिक पूजाओं को मुझमें त्याग कर, तू केवल उस एक पूर्ण परमात्मा की शरण में जा। मैं तुझे सभी पापों से मुक्त कर दूंगा; तू शोक मत कर। Sant Rampal Ji Maharaj #sa news channel
sa news channel - गीता के रहस्यों का महाखुलासा अन्थ गीता अनुवाद कर्ताओं ने शब्द का अर्थ आना किथा है व्रज वन शब्द का अर्थ जाना , जो 8 'সস' अनुचित चला जाना आदि होता है। अध्याय १८ का श्लोक ६६ सर्वधर्मान् , परित्यज्य , माम् , एकम् , शरणम् , व्रज, अहम् , त्वा , सर्वपापेभ्यः , मोक्षयिष्यामि , मा, शुचः|l६६११ मेरी ( सर्वधर्मान् ) सम्पूर्ण पूजाओंको (माम् ) मुझ में (परित्यज्य ) त्यागकर तू केवल ( एकम् ) एक उस अद्वितीय अर्थात् पूर्ण परमात्मा की (शरणम् ) शरणमें (व्रज ) जा। ((अहम् ) मैं (त्वा ) तुझे ( सर्वपापेभ्यः ) सम्पूर्ण पापोंसे (मोक्षयिष्यामि ) छुड़वा दूँगा ,शुचः ) शोक मत कर। (#[, 8 निःशुल्क पायें " पवित्र पुस्तक पूरा पता भेजें  नाम  अपना ज्ञान गगा +91 7496801823 {5 SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL Ji SUPREMEGODORG @SAINTRAMPALJIM SAINT RAMPAL JI MAHARAJ गीता के रहस्यों का महाखुलासा अन्थ गीता अनुवाद कर्ताओं ने शब्द का अर्थ आना किथा है व्रज वन शब्द का अर्थ जाना , जो 8 'সস' अनुचित चला जाना आदि होता है। अध्याय १८ का श्लोक ६६ सर्वधर्मान् , परित्यज्य , माम् , एकम् , शरणम् , व्रज, अहम् , त्वा , सर्वपापेभ्यः , मोक्षयिष्यामि , मा, शुचः|l६६११ मेरी ( सर्वधर्मान् ) सम्पूर्ण पूजाओंको (माम् ) मुझ में (परित्यज्य ) त्यागकर तू केवल ( एकम् ) एक उस अद्वितीय अर्थात् पूर्ण परमात्मा की (शरणम् ) शरणमें (व्रज ) जा। ((अहम् ) मैं (त्वा ) तुझे ( सर्वपापेभ्यः ) सम्पूर्ण पापोंसे (मोक्षयिष्यामि ) छुड़वा दूँगा ,शुचः ) शोक मत कर। (#[, 8 निःशुल्क पायें " पवित्र पुस्तक पूरा पता भेजें  नाम  अपना ज्ञान गगा +91 7496801823 {5 SPIRITUAL LEADER SANT RAMPAL Ji SUPREMEGODORG @SAINTRAMPALJIM SAINT RAMPAL JI MAHARAJ - ShareChat
#गीता_जयंती_पर_असली_गीतासार गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में कहा है कि अर्जुन पूर्ण परमात्मा के तत्वज्ञान को जानने वाले तत्वदर्शी संतों के पास जा कर उनसे विनम्रता से पूर्ण परमात्मा का भक्ति मार्ग प्राप्त कर, मैं उस पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति का मार्ग नहीं जानता। संत रामपाल जी महाराज... #sa news channel
sa news channel - गता अध्याय 4 का श्लोक ३४ तत् विद्धि प्रणिपातेन परिप्रश्नेन सेवया  বপঃএলি; ন নানমূ নানিন: ননেনথিনি:113411 33 अनुवादः पवित्र गीता बोलने वाला प्रभु कह रहा है कि॰ उपरोक्त नाना प्रकार की साधना तो मनमाना आचरण है। मेरे तक की साधना की अटकल लगाया ज्ञान है परन्तु पूर्ण परमात्मा के पूर्ण मोक्ष मार्ग का मुझे भी ज्ञान नहीं है। उसके लिए इस मंत्र ३४ में कहा है कि उस  (तत्) तत्वज्ञान को (विद्धि) समझ उन पूर्ण परमात्मा के वास्तविक ज्ञान व समाधान को जानने वाले संर्तों को गीता अध्याय श्लोक ३४ में गीता 4 (प्रणिपातेन) भलीभाति दण्डवत् प्रणाम करनेसे उनकी ज्ञानदाता ने कहा है कि तत्वज्ञान (सेवया ) सेवा करनेसे और कपट छोड़कर ( परिप्रश्नेन) सरलतापूर्वक प्रश्न करनेसे (त) वे (तत्वदर्शिनः ) पूर्ण ब्रह्म কী সাদি ক লিয ননহী সন ক্ী को तत्व से जानने वाले अर्थात् तत्वदर्शी ( ज्ञानिनः ) ज्ञानी यानि बिना गुरु के शरण में जाओ महात्मा तुझे उस ( ज्ञानम्) तत्वज्ञानका (उपदेक्ष्यन्ति  उपदेश करेंगे। (३४) इसी का प्रमाण गीता अध्याय 2 ज्ञान और भक्ति अधूरी है। श्लोक १५ १६ में भी है। तत्वदर्शी संत , सतगुक रामपाल जी मठानाज Sant Rampal Ji Maharaj Sant Rampal Ji Maharaj संत रामपाल जी महाराज जी से App Download கிர்பு য নিঃথুল্ক निःशुल्क नामदीक्षा " ನ @Sain RampalJi Mahara +91 7496801823 पुस्तक प्राप्त करने के लिये संपर्क सूत्र : Coocefsy 227M subscribers T7K videos गता अध्याय 4 का श्लोक ३४ तत् विद्धि प्रणिपातेन परिप्रश्नेन सेवया  বপঃএলি; ন নানমূ নানিন: ননেনথিনি:113411 33 अनुवादः पवित्र गीता बोलने वाला प्रभु कह रहा है कि॰ उपरोक्त नाना प्रकार की साधना तो मनमाना आचरण है। मेरे तक की साधना की अटकल लगाया ज्ञान है परन्तु पूर्ण परमात्मा के पूर्ण मोक्ष मार्ग का मुझे भी ज्ञान नहीं है। उसके लिए इस मंत्र ३४ में कहा है कि उस  (तत्) तत्वज्ञान को (विद्धि) समझ उन पूर्ण परमात्मा के वास्तविक ज्ञान व समाधान को जानने वाले संर्तों को गीता अध्याय श्लोक ३४ में गीता 4 (प्रणिपातेन) भलीभाति दण्डवत् प्रणाम करनेसे उनकी ज्ञानदाता ने कहा है कि तत्वज्ञान (सेवया ) सेवा करनेसे और कपट छोड़कर ( परिप्रश्नेन) सरलतापूर्वक प्रश्न करनेसे (त) वे (तत्वदर्शिनः ) पूर्ण ब्रह्म কী সাদি ক লিয ননহী সন ক্ী को तत्व से जानने वाले अर्थात् तत्वदर्शी ( ज्ञानिनः ) ज्ञानी यानि बिना गुरु के शरण में जाओ महात्मा तुझे उस ( ज्ञानम्) तत्वज्ञानका (उपदेक्ष्यन्ति  उपदेश करेंगे। (३४) इसी का प्रमाण गीता अध्याय 2 ज्ञान और भक्ति अधूरी है। श्लोक १५ १६ में भी है। तत्वदर्शी संत , सतगुक रामपाल जी मठानाज Sant Rampal Ji Maharaj Sant Rampal Ji Maharaj संत रामपाल जी महाराज जी से App Download கிர்பு য নিঃথুল্ক निःशुल्क नामदीक्षा " ನ @Sain RampalJi Mahara +91 7496801823 पुस्तक प्राप्त करने के लिये संपर्क सूत्र : Coocefsy 227M subscribers T7K videos - ShareChat