सिंध, जो कई धर्मों और साम्राज्यों का गवाह रहा, भारत का हिस्सा क्यों नहीं बना? - BBC News हिंदी
मोहम्मद अली जिन्ना ने सिंध को बॉम्बे से अलग करने की मांग रखी थी. मुसलमानों की मांग पर ब्रिटिश सरकार ने सन 1936 में सिंध को बॉम्बे से अलग करके नए प्रांत का दर्जा दिया, जो भविष्य के लिहाज से बड़ा फ़ैसला साबित हुआ.