एक हिंदू लाखों कमाकर भी आज एक शादी से इसलिए डरता है क्योंकि कोर्ट कब उसकी पत्नी को उसी के ख़िलाफ़ खड़ा करके उसे आत्महत्या के लिए मजबूर कर दे,, सारे क़ानून सिर्फ़ हिंदुओं की प्रताड़ना के लिए बने हैं।
लेकिन वहीं अगर एक मुस्लिम, भले ही वह भिखारी हो,
वह आराम से दो शादी बेफिक्र हो कर कर सकता है,
जब चाहे एक को छोड़ दे, या दो तीन चार को रख ले।
उसके मामलों में कोर्ट , कचहरी हाथ जोड़ लेते हैं
और अगर शौहर छोड़ दे तो बाक़ी बीवियों
को खर्चा पानी देना सरकार की जिम्मेदारी है......wow
मतलब कितनी भी शादी करो, कितने भी बच्चे
पैदा करो सरकार का अल्पसंख्यक और समाज
कल्याण मंत्रालय जिम्मेदारी उठाने के लिए....... है ही 🔥
ताज़ा मामला केरल हाईकोर्ट का है ।
मामला पेरिंथलमन्ना का था, जिसमें 39 साल
की महिला अपने अंधे पति के खिलाफ कोर्ट पहुंची थी
इससे पहले वह फैमिली कोर्ट भी गई थी ____
कोर्ट ने कहा कि भिखारी ने मुस्लिम पर्सनल लॉ के
तहत दो शादियां की हैं। इसलिए राज्य सरकार इसमें
दखल दे और उसकी दोनों पत्नियों की मदद करे।
और फिर कोर्ट ने महिला की याचिका खारिज कर
दी और ऑर्डर कॉपी समाज कल्याण विभाग को भेजे
जाने का आदेश दिया है।जस्टिस कुन्हींकृष्णन के कमेंट है,,,
"मुस्लिम समुदाय में बहुविवाह की शिकार निराश्रित पत्नियों की रक्षा करना राज्य का कर्तव्य है। लोकतांत्रिक देश की सरकार का यह फर्ज है कि वह सुनिश्चित करे कि उसके नागरिक भीख न मांगें।"😎😎
लेकिन अगर गलती से वो ग़रीब हिन्दू हैं तो फ़िर मिलार्ड
ध्यान देने के साथ साथ ढेर सारा ज्ञान भी पेलेंगे 🔥
जबकि कॉर्ट को कहना चाहिए था कि भिखारी ने
पर्सनल लॉ बोर्ड के तहत् शादी किया है तो उसकी
जिम्मेदारी भी पर्सनल लॉ बोर्ड वालों को लेनी चाहिए
क्योंकि अंधे भिखारी का 2 निकाह PNLB ने करवाया
भिखारी अंधा था या पर्सनल लॉ बोर्ड वाले अंधे थे???
सारा नियम कानून संविधान ज्ञान हिंदुओं के लिए है 🔥
हिंदुस्तान में हिन्दू ही संविधानिक रूप से
दोयम दर्जे का नागरिक बना दिया गया है
डॉ मनमोहन सिंह जी ने सही कहा था
भारत के संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमों का है🤔 #🙏 जय हनुमान #📙चाणक्य नीति से सीख😃 #🔥विपक्ष पर वार🔥 #🙏गीता ज्ञान🛕 #🙏कर्म क्या है❓