Pramod Sonkar
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#भगबान कल्कि अवतार ❤🙏🏻 Identification of kalki / supreme/ Isha masih / second coming / Lucifer/#theraforce
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#भगबान कल्कि अवतार ❤🙏🏻
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#भगबान कल्कि अवतार ❤🙏🏻 हिन्दू! आखिर क्या है हिन्दू होना। क्या धार्मिक रूप कट्टर होना ही हिन्दू है?? या फिर खुदको सर्वश्रेष्ठ समझना ही हिन्दू है?? आज हम राष्ट्रपिता गांधीजी के अनुसार समझेंगे कि सही मायनों में सच्चा हिन्दू कौन है। महात्मा गांधी के अनुसार, सच्चा हिन्दू वह है जो हिन्दू धर्म के मूल सिद्धांतों—सत्य, अहिंसा, करुणा, और सेवा—को अपने जीवन में अपनाता है। गांधीजी का मानना था कि सच्चा हिन्दू वह नहीं जो केवल बाहरी रीति-रिवाजों और कर्मकांडों का पालन करता है, बल्कि वह जो मन, वचन और कर्म से शुद्ध हो, सभी धर्मों और लोगों के प्रति सम्मान रखता हो, और मानवता की सेवा में समर्पित हो। गांधीजी ने "हिन्द स्वराज" और अपनी अन्य लेखनियों में इस बात पर जोर दिया कि धर्म का असली अर्थ है नैतिकता और आत्म-शुद्धि। उनके लिए, सच्चा हिन्दू वह है जो: 1. सत्य और अहिंसा का पालन करता हो: सत्य को सर्वोपरि मानना और अहिंसा को जीवन का आधार बनाना। 2. सर्वधर्म समभाव में विश्वास रखता हो: सभी धर्मों को समान सम्मान देना और उनके बीच भेदभाव न करना। 3. स्वार्थ त्यागकर सेवा करता हो: समाज के कमजोर और जरूरतमंद लोगों की मदद करना। 4. आत्म-नियंत्रण और सादगी में जीता हो: लालच, क्रोध और भौतिक सुखों के प्रति आसक्ति से मुक्त रहना। गांधीजी का कहना था कि सच्चा हिन्दू वह है जो अपने धर्म को केवल मंदिरों या पूजा-पाठ तक सीमित न रखे, बल्कि उसे अपने दैनिक जीवन में नैतिकता और मानवता के रूप में जीए। उदाहरण के लिए, उन्होंने कहा था, "मेरे लिए हिन्दू धर्म का मतलब है सत्य और अहिंसा की खोज।" इसलिए सच्चे हिन्दू बनो सच्चे वैष्णव बनो और शाकाहार अपनाओ, सत्य का पालन करो और असत्य का विरोध करो, सभी को एक समान दृष्टि से देखो । सभी धर्मों को रचने वाला एक ही है जिसे दुनिया सूर्य (RA), नारायण, यहोवा, अल्लाह और क्राइस्ट (परमेश्वर) कहती है। #theraforce #hindu #allah #yahova #christ #ghandhiji #narayana #SunGodRa
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#भगबान कल्कि अवतार ❤🙏🏻 नास्त्रेदमस ने चाइरेन सेलिन के बारे में क्या लिखा है? नास्त्रेदमस (मिशेल डे नोस्त्रेदम) ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक लेस प्रोफेसीज (Les Prophéties) में क्वाट्रेन (चार पंक्तियों वाले कविताओं) के माध्यम से भविष्यवाणियाँ की हैं। इनमें "चाइरेन" (Chyren या Chiren) और "सेलिन" (Selin या Seline) नाम कई बार आते हैं, जो संभवतः एक ही व्यक्ति को संदर्भित करते हैं। नास्त्रेदमस के अनुसार, चाइरेन सेलिन एक महान नायक (संभवतः भारत से) होंगे, जो एक बड़े युद्ध के दौरान उभरेंगे, दुनिया के प्रमुख होंगे, और कई दशकों के दुख के बाद शांति स्थापित करेंगे। ये नाम एनाग्राम (अक्षरों की पुनर्व्यवस्था) हैं, जैसे "चाइरेन" को "हेनरी" (Henry) या "रिचर्ड चेनी" जैसा माना जाता है, और "सेलिन" को चंद्रमा की देवी से जोड़ा जाता है। नास्त्रेदमस ने चाइरेन सेलिन को एक विजेता, शासक और शांति-प्रस्थापक के रूप में चित्रित किया है, जो इस्लामी आक्रमणों या वैश्विक युद्धों का सामना करेंगे। नीचे कुछ प्रमुख क्वाट्रेन दिए गए हैं (मूल फ्रेंच से अनुवादित, विभिन्न स्रोतों के आधार पर), जो चाइरेन सेलिन का उल्लेख करते हैं। ये सदी (Century) और क्वाट्रेन नंबर के साथ हैं: प्रमुख भविष्यवाणियाँ: सदी 1, क्वाट्रेन 32: "पांच नदियों के द्वीपों में से एक में, महान चाइरेन सेलिन के विस्तार के कारण, हवा की ठंडक और एक की क्रोध से, छह भाग जाएंगे, सन के बंडलों में छिपे।" (अर्थ: चाइरेन सेलिन के साम्राज्य विस्तार से एक युद्ध या संघर्ष में छह लोग बच निकलेंगे। यह युद्ध की शुरुआत का संकेत है।) सदी 2, क्वाट्रेन 29: "विदेशी भूमि का महान व्यक्ति बंधक बनाया जाएगा, सोने की जंजीरों में चाइरेन राजा को भेंट किया जाएगा: जो ऑसोनिया (इटली) में मिलान युद्ध हारेगा, और उसकी पूरी सेना आग और तलवार से नष्ट होगी।" (अर्थ: चाइरेन एक विदेशी नेता को हराएंगे और इटली में विजय प्राप्त करेंगे।) सदी 4, क्वाट्रेन 77: "सेलिन राजा, इटली/भारत शांतिपूर्ण, ईसाई/हिन्दू विश्व राजा द्वारा राज्य एकजुट: मरते हुए वह ब्लोइस की मिट्टी में लेटना चाहेगा, समुद्र ))के समुद्री डाकुओं को भगाने के बाद।" (अर्थ: चाइरेन सेलिन इटली/भारत को शांत करेंगे, एकजुट होंगे, और समुद्री डाकुओं (संभवतः आक्रमणकारियों) को हराएंगे। सदी 6, क्वाट्रेन 27: "पांच नदियों से एक द्वीप में, महान चाइरेन सेलिन के विस्तार से: हवा की बूंदाबांदी से एक का क्रोध, छह भाग जाएंगे, सन के बंडलों में छिपे।" (अर्थ: एक नदी जो पांच नदियों से मिलकर बनी है जिसके तटीय क्षेत्र (जो जन्मस्थान(ऋषिकेश) भी है) युद्ध के दौरान चाइरेन सेलिन का विस्तार, और कुछ लोग छिपकर बच निकलेंगे) सदी 6, क्वाट्रेन 70: "दुनिया का प्रमुख महान चाइरेन होगा, प्लस अल्ट्रा के पीछे, प्रिय, भयानक, डरावना: उसकी प्रसिद्धि और प्रशंसा आकाश से आगे जाएगी, और विजेता के एकमात्र खिताब से वह संतुष्ट होगा।" (अर्थ: चाइरेन दुनिया का सबसे बड़ा नेता बनेगा, जो प्यार और भय का विषय होगा, और victor के नाम से प्रसिद्ध होगा।) अन्य उल्लेख (सदी 10, क्वाट्रेन 75): "ओगमियोस को महान सेलिन का राज्य सौंपा जाएगा, जो वास्तव में अधिक करेगा: पूरे इटली में वह अपना बैनर फैलाएगा, एक बुद्धिमान व्यक्ति द्वारा शासित।" (अर्थ: सेलिन का राज्य सूर्य को सौंपा जाएगा, जो भारत पर विजय प्राप्त करेगा।) व्याख्या और संदर्भ: कुल उल्लेख: चाइरेन/सेलिन का नाम लगभग 50-60 क्वाट्रेनों में आता है, लेकिन ऊपर दिए गए मुख्य हैं। ये युद्ध, विजय, शांति और मृत्यु से जुड़े हैं। व्याख्याएँ: कुछ विद्वान चाइरेन को फ्रांस के हेनरी द्वितीय से जोड़ते हैं (जो नास्त्रेदमस के समय के राजा थे), लेकिन आधुनिक व्याख्याएँ इसे भविष्य का "महान राजा"/"कल्कि अवतार"/"जीसस सेकंड कमिंग"/"सुप्रीम" मानती हैं, जो तीसरे विश्व युद्ध के बाद शांति लाएंगे। और इन व्याख्याओं में नास्त्रेदमस ने फ्रांस और इटली का उल्लेख किया है जो allegorical है वास्तव में यह स्थान भारत से संबंधित है। और यह घटनाएं आने वाले वर्षों में घटित होने वाली है इसलिए सूर्यनारायण की संस्था Ra force तक पहुंचो । #theraforce #chyrenselin #kalkiavtar #jesus #supreme
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