Umesh Pushkarna
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#🙏देवी स्कंदमाता 🪔 #💃गरबा और डांडिया स्पेशल💃 #🙏नवरात्रि Status🙏 #🙏जय माता दी📿 #शुभ शनिवार
🙏देवी स्कंदमाता 🪔 - 5 ذ जय माता दी नवरात्रि पंचम दिवस शुभ शनिवार 27/09/2025 नवदुर्गा का पंचम स्वरूप माँ स्कंदमाता आपकी सभी মাঁ বেনসানা II I मनोकामनाएं पूर्ण करें। 09 "देवी के वार"   "शनिवार" "शनि " शैलपुत्री प्रथम हो, द्वितीय ब्रह्मचारिणी माँ। तृतीय चंद्रघंटा मैया, चौथी कुष्मांडिति मोँ।। पोँचवीं स्कंदमाता Hu छठी कात्यायनी माँ। सातवीं कालरात्रि मैया, अष्टभुजी तू आठे मोँ।। नौवीं सिद्धिदात्री मैया, सिद्धि की देने वाली माँ। तेरे चरणों में आया, भरदे झोली खाली माँ।। रूप  ಹai: 5 ذ जय माता दी नवरात्रि पंचम दिवस शुभ शनिवार 27/09/2025 नवदुर्गा का पंचम स्वरूप माँ स्कंदमाता आपकी सभी মাঁ বেনসানা II I मनोकामनाएं पूर्ण करें। 09 "देवी के वार"   "शनिवार" "शनि " शैलपुत्री प्रथम हो, द्वितीय ब्रह्मचारिणी माँ। तृतीय चंद्रघंटा मैया, चौथी कुष्मांडिति मोँ।। पोँचवीं स्कंदमाता Hu छठी कात्यायनी माँ। सातवीं कालरात्रि मैया, अष्टभुजी तू आठे मोँ।। नौवीं सिद्धिदात्री मैया, सिद्धि की देने वाली माँ। तेरे चरणों में आया, भरदे झोली खाली माँ।। रूप  ಹai: - ShareChat
#🙏देवी स्कंदमाता 🪔 #🙏जय माता दी📿 #🙏नवरात्रि Status🙏 #💃गरबा और डांडिया स्पेशल💃 #शुभ शनिवार
🙏देवी स्कंदमाता 🪔 - : 35 आश्विन शुक्ल पक्ष पंचमी 3]97 प्रभात বিম 2082 <0 शनिवार २७ सितम्बर २०२५ श्री रामचरितमानस पञ्चम सोपान "सुंदरकाण्ड" (गतांक सं॰ २७२ से आगे) ( ।। दोहा सं॰ २७ ।। Gpushkana जनकसुतहि समुझाइ करि बहु बिधि धीरजु दीन्ह। कीन्ह।। चरन कमल सिरु नाइ कपि गवनु राम पहिं भावार्थः ्हनुमान्जी ने जानकीजी को समझाकर बहुत प्रकार से धीरज दिया और उनके चरणकमलों में सिर नवाकर श्री रामजी के पास गमन किया। কমথ: : 35 आश्विन शुक्ल पक्ष पंचमी 3]97 प्रभात বিম 2082 <0 शनिवार २७ सितम्बर २०२५ श्री रामचरितमानस पञ्चम सोपान "सुंदरकाण्ड" (गतांक सं॰ २७२ से आगे) ( ।। दोहा सं॰ २७ ।। Gpushkana जनकसुतहि समुझाइ करि बहु बिधि धीरजु दीन्ह। कीन्ह।। चरन कमल सिरु नाइ कपि गवनु राम पहिं भावार्थः ्हनुमान्जी ने जानकीजी को समझाकर बहुत प्रकार से धीरज दिया और उनके चरणकमलों में सिर नवाकर श्री रामजी के पास गमन किया। কমথ: - ShareChat
#🙏देवी कुष्मांडा ⭐ #💃गरबा और डांडिया स्पेशल💃 #🙏नवरात्रि Status🙏 #🙏जय माता दी📿 #शुभ शुक्रवार
🙏देवी कुष्मांडा ⭐ - ডা HIমl "देवी के वार" "शुक्रवार" "शुक्र" सातों पुनि शारदा, बारह वर्ष कुमार माँ। एक माई परमेश्वरी, चौदह भवन द्वार माँ।। II Ti ತmisl Il दो पक्षों निर्मली , तेरह देवी देव माँ। नवरात्रि चतुर्थ दिवस अष्टभुजी परमेश्वरी, ग्यारह रुद्र सरे माँ।। शुभ शुक्रवार सोलह कला संपूर्णी 26/09/2025 तीन नैनों भरपूर माँ। दश द्वारे आन के पाँचो, रख करें जरूर माँ।। चतुर्थ स्वरूप माँ नवदुर्गा কা नौ नाथ षट दर्शनी कुष्मांडा आपकी सभी पंद्रह तिथि जान माँ। चार कुटों विच निर्मली, मनोकामनाएं पूर्ण करें। भगवती कल्याण मोँ।। कर কদথ৪ ডা HIমl "देवी के वार" "शुक्रवार" "शुक्र" सातों पुनि शारदा, बारह वर्ष कुमार माँ। एक माई परमेश्वरी, चौदह भवन द्वार माँ।। II Ti ತmisl Il दो पक्षों निर्मली , तेरह देवी देव माँ। नवरात्रि चतुर्थ दिवस अष्टभुजी परमेश्वरी, ग्यारह रुद्र सरे माँ।। शुभ शुक्रवार सोलह कला संपूर्णी 26/09/2025 तीन नैनों भरपूर माँ। दश द्वारे आन के पाँचो, रख करें जरूर माँ।। चतुर्थ स्वरूप माँ नवदुर्गा কা नौ नाथ षट दर्शनी कुष्मांडा आपकी सभी पंद्रह तिथि जान माँ। चार कुटों विच निर्मली, मनोकामनाएं पूर्ण करें। भगवती कल्याण मोँ।। कर কদথ৪ - ShareChat
#🙏देवी कुष्मांडा ⭐ #🙏नवरात्रि Status🙏 #💃गरबा और डांडिया स्पेशल💃 #🌞 Good Morning🌞 #शुभ शुक्रवार
🙏देवी कुष्मांडा ⭐ - ظ 35 आश्विन शुक्ल पक्ष चतुर्थी 3]97 वि.सं. २०८२ प्रभात शुक्रवार २६ सितम्बर २०२५ श्री रामचरितमानस पञ्चम सोपान "सुंदरकाण्ड" (गतांक सं॰ २७२ से आगे) মীষ্া ম০ 26 Il I| (ccp चौपाई सं॰ ०४ ]l || Cuahkaud कहु कपि केहि बिधि राखौं प्राना। तुम्हहू तात कहत अब जाना।। तोहि देखि सीतलि भइ छाती। पुनि मो कहुँ सोइ दिनु सो रातीIl भावार्थः हे हनुमान्! कहो, मैं किस प्रकार प्राण रखूँ! हे तात! तुम भी अब जाने को कह रहे देखकर छाती ठंडी हुई थी। फिर हो। gTql मुझे वही दिन और वही रात! क्रमशः DLD ظ 35 आश्विन शुक्ल पक्ष चतुर्थी 3]97 वि.सं. २०८२ प्रभात शुक्रवार २६ सितम्बर २०२५ श्री रामचरितमानस पञ्चम सोपान "सुंदरकाण्ड" (गतांक सं॰ २७२ से आगे) মীষ্া ম০ 26 Il I| (ccp चौपाई सं॰ ०४ ]l || Cuahkaud कहु कपि केहि बिधि राखौं प्राना। तुम्हहू तात कहत अब जाना।। तोहि देखि सीतलि भइ छाती। पुनि मो कहुँ सोइ दिनु सो रातीIl भावार्थः हे हनुमान्! कहो, मैं किस प्रकार प्राण रखूँ! हे तात! तुम भी अब जाने को कह रहे देखकर छाती ठंडी हुई थी। फिर हो। gTql मुझे वही दिन और वही रात! क्रमशः DLD - ShareChat
#🪔देवी चंद्रघंटा🙏 #💃गरबा और डांडिया स्पेशल💃 #🙏नवरात्रि Status🙏 #💐विनायक चतुर्थी 💐 #शुभ गुरुवार
🪔देवी चंद्रघंटा🙏 - जय माता दी दिवस नवरात्रि चतुर्थ शुभ गुरुवार 25|09|2025 का चतुर्थ स्वरूप नवदुर्गा माँ कुष्मांडा आपकी सभी कुष्मांडा ।। ।। माँ मनोकामनाएं पूर्ण करें। "देवी के वार" (p| (Wuwlutnd  "बृहस्पतिवार" ब्रह्म शक्ति वर पूरण, सारे जग की स्वामिनी हो। बृहस्पत " कण कण में व्यापक हो मैया , हर मन की अंतर्यामी हो।। जिस नाम का मैने लिया सहारा, उस नाम की तुम ही नामी हो। जो मन में बसी हो मैया , फिर आँंखें क्यों तरसानी हो। रूप क्रमशः जय माता दी दिवस नवरात्रि चतुर्थ शुभ गुरुवार 25|09|2025 का चतुर्थ स्वरूप नवदुर्गा माँ कुष्मांडा आपकी सभी कुष्मांडा ।। ।। माँ मनोकामनाएं पूर्ण करें। "देवी के वार" (p| (Wuwlutnd  "बृहस्पतिवार" ब्रह्म शक्ति वर पूरण, सारे जग की स्वामिनी हो। बृहस्पत " कण कण में व्यापक हो मैया , हर मन की अंतर्यामी हो।। जिस नाम का मैने लिया सहारा, उस नाम की तुम ही नामी हो। जो मन में बसी हो मैया , फिर आँंखें क्यों तरसानी हो। रूप क्रमशः - ShareChat
#🪔देवी चंद्रघंटा🙏 #🙏नवरात्रि Status🙏 #💃गरबा और डांडिया स्पेशल💃 #💐विनायक चतुर्थी 💐 #शुभ गुरुवार
🪔देवी चंद्रघंटा🙏 - : 35 आश्विन शुक्ल पक्ष चतुर्थी 3]97 वि.सं. २०८२ प्रभात गुरुवार २५ सितम्बर २०२५ श्री रामचरितमानस पञ्चम सोपान "सुंदरकाण्ड" (गतांक सं॰ १७० से आगे) दोहा सं॰ २६ ।। || (n ।l चौपाई सं॰ ०३ ११ Opuahkahna तात सक्रसुत कथा सनाएहु। प्रभुहि समुझाएहु।। बान प्रताप मास दिवस महुँ नाथु न आवा। तौ पुनि मोहि जिअत नहिं पावा। | इंद्रपुत्र  जयंत की कथा (घटना) सुनाना भावार्थः ्हे तात! और उनके बाण का प्रताप समझाना (स्मरण प्रभु को फिर मुझे कराना) | यदि महीने भर में नाथ न आए तो जीती न पाएँगे। क्रमशः : 35 आश्विन शुक्ल पक्ष चतुर्थी 3]97 वि.सं. २०८२ प्रभात गुरुवार २५ सितम्बर २०२५ श्री रामचरितमानस पञ्चम सोपान "सुंदरकाण्ड" (गतांक सं॰ १७० से आगे) दोहा सं॰ २६ ।। || (n ।l चौपाई सं॰ ०३ ११ Opuahkahna तात सक्रसुत कथा सनाएहु। प्रभुहि समुझाएहु।। बान प्रताप मास दिवस महुँ नाथु न आवा। तौ पुनि मोहि जिअत नहिं पावा। | इंद्रपुत्र  जयंत की कथा (घटना) सुनाना भावार्थः ्हे तात! और उनके बाण का प्रताप समझाना (स्मरण प्रभु को फिर मुझे कराना) | यदि महीने भर में नाथ न आए तो जीती न पाएँगे। क्रमशः - ShareChat
#🪔देवी चंद्रघंटा🙏 #🙏नवरात्रि Status🙏 #🙏जय माता दी📿 #💃गरबा और डांडिया स्पेशल💃 #शुभ बुधवार
🪔देवी चंद्रघंटा🙏 - gః जय माता दी नवरात्रि तृतीय दिवस शुभ बुधवार 24|09|2025 नवदुर्गा का तृतीय स्वरूप माँ चंद्रघंटा आपकी सभी ।। माँ चंद्रघंटा ।। मनोकामनाएं पूर्ण करें। "देवी के वार" 0 0/ "बुधवार" "बुध" बेसुध बेकल मैं मैया, तू बुद्धि की दाता है। जो भी तेरे दर पे आया, खाली कभी ना जाता है।। किसका बनूं और किसे बनाऊँ, सच्चा कहाँ पर नाता है। "रूप" तेरे बिन इस दुनिया में, झूठा ही सब नाता है।। 449[: gః जय माता दी नवरात्रि तृतीय दिवस शुभ बुधवार 24|09|2025 नवदुर्गा का तृतीय स्वरूप माँ चंद्रघंटा आपकी सभी ।। माँ चंद्रघंटा ।। मनोकामनाएं पूर्ण करें। "देवी के वार" 0 0/ "बुधवार" "बुध" बेसुध बेकल मैं मैया, तू बुद्धि की दाता है। जो भी तेरे दर पे आया, खाली कभी ना जाता है।। किसका बनूं और किसे बनाऊँ, सच्चा कहाँ पर नाता है। "रूप" तेरे बिन इस दुनिया में, झूठा ही सब नाता है।। 449[: - ShareChat
#🪔देवी चंद्रघंटा🙏 #🙏नवरात्रि Status🙏 #🙏जय माता दी📿 #🌞 Good Morning🌞 #शुभ बुधवार
🪔देवी चंद्रघंटा🙏 - : 35 तृतीया आश्विन शुक्ल पक्ष 3]97 वि.सं. २०८२ प्रभात बुधवार २४ सितम्बर २०२५ श्री रामचरितमानस पञ्चम सोपान "सुंदरकाण्ड" (गतांक सं॰ १६९ से आगे) दोहा सं॰ २६ ।। || (n ।l चौपाई सं॰ ०२ ११ Opuahkahna कहेहु तात अस मोर प्रनामा। सब प्रकार प्रभु पूरनकामाI| दीन दयाल बिरिदु संभारी। ^ हरहु नाथ मम संकट भारी।l भावार्थः (जानकीजी ने कहा ) हे तात! मेरा प्रणाम निवेदन करना प्रकार से पूर्ण काम और इस प्रकार कहना- हे प्रभु! यद्यपि आप सब हैं (आपको किसी प्रकार की कामना नहीं है), तथापि दीनों (दुःखियों) है (और मैं दीन हूँ) अतः उस विरद को पर दया करना आपका विरद ಹಕ್ಣ' याद करके, हे नाथ! मेरे भारी संकट कीजिए। বূমথ: 777 : 35 तृतीया आश्विन शुक्ल पक्ष 3]97 वि.सं. २०८२ प्रभात बुधवार २४ सितम्बर २०२५ श्री रामचरितमानस पञ्चम सोपान "सुंदरकाण्ड" (गतांक सं॰ १६९ से आगे) दोहा सं॰ २६ ।। || (n ।l चौपाई सं॰ ०२ ११ Opuahkahna कहेहु तात अस मोर प्रनामा। सब प्रकार प्रभु पूरनकामाI| दीन दयाल बिरिदु संभारी। ^ हरहु नाथ मम संकट भारी।l भावार्थः (जानकीजी ने कहा ) हे तात! मेरा प्रणाम निवेदन करना प्रकार से पूर्ण काम और इस प्रकार कहना- हे प्रभु! यद्यपि आप सब हैं (आपको किसी प्रकार की कामना नहीं है), तथापि दीनों (दुःखियों) है (और मैं दीन हूँ) अतः उस विरद को पर दया करना आपका विरद ಹಕ್ಣ' याद करके, हे नाथ! मेरे भारी संकट कीजिए। বূমথ: 777 - ShareChat
#🙏देवी ब्रम्हचारिणी🪔 #🌞 Good Morning🌞 #🙏जय माता दी📿 #🙏नवरात्रि Status🙏 #शुभ मंगलवार
🙏देवी ब्रम्हचारिणी🪔 - 35 ।। जय माता दी।। नवरात्रि द्वितीय दिवस शुभ मंगलवार 23/09|2025 का द्वितीय स्वरूप माँ नवदुर्गा ब्रह्मचारिणी आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करें। माँ ब्रह्मचारिणी। | "देवी के वार" (n Uulnun "मंगलवार" "मंगल" मेहर करो मेरी दाती, जयंती मंगला काली माँ। भद्रकाली कपालिनी दुर्गे, सच्ची जोताँ वाली माँ।। तू ही माता चिंतपूर्णी, तू ही काँगड़े वाली माँ। "रूप" तेरे चरणों में आया, लेकर झोली खाली माँ।। क्रमश8ष 35 ।। जय माता दी।। नवरात्रि द्वितीय दिवस शुभ मंगलवार 23/09|2025 का द्वितीय स्वरूप माँ नवदुर्गा ब्रह्मचारिणी आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करें। माँ ब्रह्मचारिणी। | "देवी के वार" (n Uulnun "मंगलवार" "मंगल" मेहर करो मेरी दाती, जयंती मंगला काली माँ। भद्रकाली कपालिनी दुर्गे, सच्ची जोताँ वाली माँ।। तू ही माता चिंतपूर्णी, तू ही काँगड़े वाली माँ। "रूप" तेरे चरणों में आया, लेकर झोली खाली माँ।। क्रमश8ष - ShareChat
#🙏देवी ब्रम्हचारिणी🪔 #🙏जय माता दी📿 #🙏नवरात्रि Status🙏 #🌞 Good Morning🌞 #शुभ मंगलवार
🙏देवी ब्रम्हचारिणी🪔 - 39 आश्विन शुक्ल पक्ष द्वितीया शुभ प्रभात वि.सं. २०८२ मंगलवार २३ सितम्बर २०२५ श्री रामचरितमानस पञ्चम सोपान "zarchlug" (गतांक सं॰ २६८ से आगे) ।। दोहा सं॰ २६ ।। (n Hus zo 01 [I || Gpuahkahna मातु मोहि दीजे कछु चीन्हा। जैसें रघुनायक मोहि दीन्हा।। उतारि तब दयऊ। বুভামনি हरष समेत पवनसुत लयऊ।। भावार्थः (हनुमान्जी ने कहा ) हे माता! मुझे कोई चिह्न (पहचान ) दीजिए, जैसे श्री रघुनाथजी ने मुझे दिया था। तब सीताजी ने चूड़ामणि उतारकर दी। हनुमान्जी ने उसको हर्षपूर्वक ले लिया। क्रमशः 39 आश्विन शुक्ल पक्ष द्वितीया शुभ प्रभात वि.सं. २०८२ मंगलवार २३ सितम्बर २०२५ श्री रामचरितमानस पञ्चम सोपान "zarchlug" (गतांक सं॰ २६८ से आगे) ।। दोहा सं॰ २६ ।। (n Hus zo 01 [I || Gpuahkahna मातु मोहि दीजे कछु चीन्हा। जैसें रघुनायक मोहि दीन्हा।। उतारि तब दयऊ। বুভামনি हरष समेत पवनसुत लयऊ।। भावार्थः (हनुमान्जी ने कहा ) हे माता! मुझे कोई चिह्न (पहचान ) दीजिए, जैसे श्री रघुनाथजी ने मुझे दिया था। तब सीताजी ने चूड़ामणि उतारकर दी। हनुमान्जी ने उसको हर्षपूर्वक ले लिया। क्रमशः - ShareChat