writer manoj.
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@manoj161150143
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पिंगल साहित्यिक संस्था ✍️
#✍️ साहित्य एवं शायरी #💓 दिल के अल्फ़ाज़
✍️ साहित्य एवं शायरी - उम्र से कोई  लेना देना नहीं होता जहाँ विचार मिलते हैं वही सच्ची मोहब्बत होती हैं उम्र से कोई  लेना देना नहीं होता जहाँ विचार मिलते हैं वही सच्ची मोहब्बत होती हैं - ShareChat
#✍️ साहित्य एवं शायरी #💓 दिल के अल्फ़ाज़
✍️ साहित्य एवं शायरी - हर उम्र में होती है, मोहब्ब्त जरूरत , স की 3##, बोलो किस दिल-्दिल नही रहता. rh9i" asa हर उम्र में होती है, मोहब्ब्त जरूरत , স की 3##, बोलो किस दिल-्दिल नही रहता. rh9i" asa - ShareChat
#💓 दिल के अल्फ़ाज़ #✍️ साहित्य एवं शायरी
💓 दिल के अल्फ़ाज़ - तुम कहीं भी रहो, ही कहीं ! रहोगे तो 3s/# TextAr तुम कहीं भी रहो, ही कहीं ! रहोगे तो 3s/# TextAr - ShareChat
#✍️ साहित्य एवं शायरी #💓 दिल के अल्फ़ाज़
✍️ साहित्य एवं शायरी - P ೆ ೩Yee 1 पंख भी गिरवी रख देती है मोहब्बत में होती हैं तितलियां जब P ೆ ೩Yee 1 पंख भी गिरवी रख देती है मोहब्बत में होती हैं तितलियां जब - ShareChat
#📖 कविता और कोट्स✒️ #✍️ साहित्य एवं शायरी
📖 कविता और कोट्स✒️ - समझ पाओगे क्या? ! एक सवाल था मेरा तुमसे. तुम साथ मेरा निभा पाओगे क्या? ख़्वाहिश केवल ज़रा सी है, पूरी उसे तुम कर पाओगे क्या? है लगती मुझे प्यारी हर शाम, इस ढलते सूरज की तरह तुम मुझे अपना बना पाओगे क्या? बता नहीं पाऊंगी जब खुद से मैं तब आँखें मेरी पढ कर हाल मेरा जान पाओगे क्या? है मुझे रोज़ चाँद को निहारना पसंद थोड़ा वक्त निकाल कर, तुम साथ मेरे बैठ पाओगे क्या? मेरा, जो टूटा अगर दिल कभी गले मुझे लगाकर उसे भी तुम जोड़ पाओगे क्या? और चाहिए नहीं मुझे कुछ ज़्यादा कि तुम मुझे समझ पाओगे क्या? बस इतना इस बदलते हुए दौर में आख़िर, पूरी ज़िंदगी साथ मेरे गुज़ार पाओगे क्या... ? ~sh समझ पाओगे क्या? ! एक सवाल था मेरा तुमसे. तुम साथ मेरा निभा पाओगे क्या? ख़्वाहिश केवल ज़रा सी है, पूरी उसे तुम कर पाओगे क्या? है लगती मुझे प्यारी हर शाम, इस ढलते सूरज की तरह तुम मुझे अपना बना पाओगे क्या? बता नहीं पाऊंगी जब खुद से मैं तब आँखें मेरी पढ कर हाल मेरा जान पाओगे क्या? है मुझे रोज़ चाँद को निहारना पसंद थोड़ा वक्त निकाल कर, तुम साथ मेरे बैठ पाओगे क्या? मेरा, जो टूटा अगर दिल कभी गले मुझे लगाकर उसे भी तुम जोड़ पाओगे क्या? और चाहिए नहीं मुझे कुछ ज़्यादा कि तुम मुझे समझ पाओगे क्या? बस इतना इस बदलते हुए दौर में आख़िर, पूरी ज़िंदगी साथ मेरे गुज़ार पाओगे क्या... ? ~sh - ShareChat
#💓 दिल के अल्फ़ाज़ #✍️ साहित्य एवं शायरी
💓 दिल के अल्फ़ाज़ - दूरियां मायने नहीं रखती, खास हमेशा खास रहते हैं... दूरियां मायने नहीं रखती, खास हमेशा खास रहते हैं... - ShareChat
#✍️ साहित्य एवं शायरी #💓 दिल के अल्फ़ाज़
✍️ साहित्य एवं शायरी - कुछ रिश्ते जिस हाल में हैं उसी हाल में छोड़ देना बेहतर है उन्हें ज्यादा संभालने में हम खुद ही बिखरने लगते हैं ! कुछ रिश्ते जिस हाल में हैं उसी हाल में छोड़ देना बेहतर है उन्हें ज्यादा संभालने में हम खुद ही बिखरने लगते हैं ! - ShareChat
#💓 दिल के अल्फ़ाज़ #✍️ साहित्य एवं शायरी
💓 दिल के अल्फ़ाज़ - गुण ३६ नहीं , केवल चार चाहिए! अच्छा व्यवहार, साफनियत, नैकदिल और ईमानदारी.॰४ गुण ३६ नहीं , केवल चार चाहिए! अच्छा व्यवहार, साफनियत, नैकदिल और ईमानदारी.॰४ - ShareChat
#📖 कविता और कोट्स✒️
📖 कविता और कोट्स✒️ - मन की बातें मन ही जाने। बुनता रहता ताने-बाने। । सुनता बिल्कुल नहीं हमारी। इसे पडोसन लगती प्यारी।| इसको मैं कैसे समझाऊँ। राम करो कुछ समझ न पाऊँ। । तेरी भक्ति में हूँ डूबा। दिलवा दो मुझको महबूबा। | মনীত मन की बातें मन ही जाने। बुनता रहता ताने-बाने। । सुनता बिल्कुल नहीं हमारी। इसे पडोसन लगती प्यारी।| इसको मैं कैसे समझाऊँ। राम करो कुछ समझ न पाऊँ। । तेरी भक्ति में हूँ डूबा। दिलवा दो मुझको महबूबा। | মনীত - ShareChat
#🤗हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं🤝 #👌 दोहे
🤗हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं🤝 - पढ़ लिखकर मत भूलिए, हिंदी भाषा आप। यह बोली श्री राम की॰बता रहे माँ-बाप।| -मनोज समस्त देशवासियों को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं पढ़ लिखकर मत भूलिए, हिंदी भाषा आप। यह बोली श्री राम की॰बता रहे माँ-बाप।| -मनोज समस्त देशवासियों को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं - ShareChat