Mithlesh Kumar
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भारत के 'मिसाइल मैन' और पूर्व राष्ट्रपति, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के स्तंभ रहे, जिन्होंने अग्नि और पृथ्वी जैसी मिसाइलों को विकसित कर देश को सुरक्षित बनाने वाले डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साहब की पुण्यतिथि पर उन्हें शत-शत नमन व श्रद्धांजली अर्पित। #🌷शुभ रविवार #🌞 Good Morning🌞 #🚀SC बूस्ट के साथ Views को सुपरचार्ज करें #🇮🇳 देशभक्ति
🌷शुभ रविवार - 11=~ १५ अक्टूबर, 1९३१ २७ जुलाई, २०१५ भारत के मिसाइल मैन , पूर्व राष्ट्रपति, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के स्तंभ रहे, जिन्होंने अग्नि और पृथ्वी जैसी मिसाइलों को विकसित सुरक्षित बनाने वाले कर देश को डॉ. ए॰पी॰जे. अब्ढुल कलाम साहब की पुण्यतिथि पर उन्हेंशत शत नमन। @Mithleshkr Official Xl@Mithteshkroffic in 11=~ १५ अक्टूबर, 1९३१ २७ जुलाई, २०१५ भारत के मिसाइल मैन , पूर्व राष्ट्रपति, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के स्तंभ रहे, जिन्होंने अग्नि और पृथ्वी जैसी मिसाइलों को विकसित सुरक्षित बनाने वाले कर देश को डॉ. ए॰पी॰जे. अब्ढुल कलाम साहब की पुण्यतिथि पर उन्हेंशत शत नमन। @Mithleshkr Official Xl@Mithteshkroffic in - ShareChat
मुहर्रम एक ऐसा पर्व है जो इस्लामी इतिहास की सबसे दुखद घटना को याद करता है। यह न सिर्फ शोक का प्रतीक है, बल्कि सच्चाई, इंसाफ और बलिदान की मिसाल भी पेश करता है। मुहर्रम के अवसर पर मैदान-ए-कर्बला के शहीदों एवं हजरत इमाम हुसैन की शहादत को सलाम।! #muhharam #हज़रत_इमाम_हुसैन #❤️अस्सलामु अलैकुम #🚀SC बूस्ट के साथ Views को सुपरचार्ज करें
❤️अस्सलामु अलैकुम - मुहर्रम, 20251 9 महत्वपूर्ण और पवित्र महीना है, जिसे इस्लाम धर्म का एक मुहर्रम मुख्य रूप से इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत की याद में मनाया जाता है। यह इस्लामी कैलेंडर (हिजरी सन्) का पहला महीना होता है और इसे चार पवित्र महीनों में से एक माना जाता है मुहर्रम का सबसे प्रमुख कारण कर्बला की लड़ाई (६८० ईस्वी, ६१ हिजरी)में हुए शहादत की घटना को याद करना है। इस युद्ध में पैगंबर मुहम्मद ( सल्ल. ) के नवासे इमाम हुसैन और उनके ७२ साथियों को यजीद (उमय्यद खलीफा) की सेना ने बेरहमी से शहीद कर दिया था । इस घटना की पृष्ठभूमि यह थी कि यजीद एक अत्याचारी शासक के विरुद्ध शासन कर रहा था। इमाम हुसैन থা, তী হ্লোমী मूल्यों ने उसकी अधीनता स्वीकार करने से इनकार कर दिया और सत्य व न्याय के लिए लड़ते हुए शहादत को प्राथमिकता दी HAPP मुहर्रम एक ऐसा पर्व है जो इस्लामी इतिहास की सबसे दुखद घटना  को याद करता है। यह न सिर्फ शोक का प्रतीक है, बल्कि सच्चाई, JHARR इंसाफ और बलिदान की मिसाल भी पेश करता है। आज भी लाखों मुसलमान इसे पूरी शिद्दत से मनाते हैं और इमाम हुसैन के संदेश  mic Wew को जिंदा रखते हैं। @Mithlesh Kr Offic @Mithlesh Kr Official मुहर्रम, 20251 9 महत्वपूर्ण और पवित्र महीना है, जिसे इस्लाम धर्म का एक मुहर्रम मुख्य रूप से इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत की याद में मनाया जाता है। यह इस्लामी कैलेंडर (हिजरी सन्) का पहला महीना होता है और इसे चार पवित्र महीनों में से एक माना जाता है मुहर्रम का सबसे प्रमुख कारण कर्बला की लड़ाई (६८० ईस्वी, ६१ हिजरी)में हुए शहादत की घटना को याद करना है। इस युद्ध में पैगंबर मुहम्मद ( सल्ल. ) के नवासे इमाम हुसैन और उनके ७२ साथियों को यजीद (उमय्यद खलीफा) की सेना ने बेरहमी से शहीद कर दिया था । इस घटना की पृष्ठभूमि यह थी कि यजीद एक अत्याचारी शासक के विरुद्ध शासन कर रहा था। इमाम हुसैन থা, তী হ্লোমী मूल्यों ने उसकी अधीनता स्वीकार करने से इनकार कर दिया और सत्य व न्याय के लिए लड़ते हुए शहादत को प्राथमिकता दी HAPP मुहर्रम एक ऐसा पर्व है जो इस्लामी इतिहास की सबसे दुखद घटना  को याद करता है। यह न सिर्फ शोक का प्रतीक है, बल्कि सच्चाई, JHARR इंसाफ और बलिदान की मिसाल भी पेश करता है। आज भी लाखों मुसलमान इसे पूरी शिद्दत से मनाते हैं और इमाम हुसैन के संदेश  mic Wew को जिंदा रखते हैं। @Mithlesh Kr Offic @Mithlesh Kr Official - ShareChat
अद्भुत ज्ञान, अटूट साहस और मानवता के प्रति समर्पण,विश्व को भारतीय अध्यात्म और वेदांत का सार समझाने वाले इस महान आत्मा स्वामी विवेकानंद जी की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन! 🙏 #swamivivekananda #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏गीता ज्ञान🛕 #🙏कर्म क्या है❓ #🚀SC बूस्ट के साथ Views को सुपरचार्ज करें #🥰मोटिवेशन वीडियो
🙏🏻आध्यात्मिकता😇 - 11=~ १२ जनवरी १८६३ ०४ जुलाई, १९०२ विश्व में भारतीय संस्कृति को गौरवान्वित करने वाले युग प्रवर्तक एवं युवाओं के विवकाजंढु जी स्वामी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत नमन। @MithleshKr Official Xl@Mithteshkroffic in 11=~ १२ जनवरी १८६३ ०४ जुलाई, १९०२ विश्व में भारतीय संस्कृति को गौरवान्वित करने वाले युग प्रवर्तक एवं युवाओं के विवकाजंढु जी स्वामी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत नमन। @MithleshKr Official Xl@Mithteshkroffic in - ShareChat
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🚀SC बूस्ट के साथ Views को सुपरचार्ज करें - राजर्षि छत्रपति शाहू जी महाराज जयंती एक महान समाज सुधारक, न्यायप्रिय शासक और शिक्षा क्रांति के नायक की जीवन यात्रा को याद करते हैं। २६ जून १८७४ को कोल्हापुर जिले के कागल में जन्मे यशवंतराव (शाहू महाराज ) ने अपने २८ वर्षों के शासनकाल में समानता, शिक्षा और सामाजिक किए। न्याय के नए आदर्श स्थापित  लिए नया रूप देने के शाहू महाराज ने समाज को अनेक क्रांतिकारी कदम उठाएः को निःशुल्क और अनिवार्य T9TgTT T9TgTT क्रांतिः प्राथमिक बनाया , महिला शिक्षा को बढ़ावा दिया। लिए Vआरक्षण के जनकः १९०२ में पिछड़े वर्गों के 50% आरक्षण लागू किया   भारत में यह पहली आरक्षण व्यवस्था थी।  / विधवा पुनर्विवाह कानून (१९१७): विधवाओं को पुनर्विवाह कानूनी अधिकार दिया। का / जातिगत भेदभाव खत्म करनाः छुआछूत को समाप्त करने के लिए  लिए सवर्ण अस्पृश्यों के अलग-्अलग स्कूल बंद करवाए। @Mithlesh Kr. Offic @Mithlesh Kr Official राजर्षि छत्रपति शाहू जी महाराज जयंती एक महान समाज सुधारक, न्यायप्रिय शासक और शिक्षा क्रांति के नायक की जीवन यात्रा को याद करते हैं। २६ जून १८७४ को कोल्हापुर जिले के कागल में जन्मे यशवंतराव (शाहू महाराज ) ने अपने २८ वर्षों के शासनकाल में समानता, शिक्षा और सामाजिक किए। न्याय के नए आदर्श स्थापित  लिए नया रूप देने के शाहू महाराज ने समाज को अनेक क्रांतिकारी कदम उठाएः को निःशुल्क और अनिवार्य T9TgTT T9TgTT क्रांतिः प्राथमिक बनाया , महिला शिक्षा को बढ़ावा दिया। लिए Vआरक्षण के जनकः १९०२ में पिछड़े वर्गों के 50% आरक्षण लागू किया   भारत में यह पहली आरक्षण व्यवस्था थी।  / विधवा पुनर्विवाह कानून (१९१७): विधवाओं को पुनर्विवाह कानूनी अधिकार दिया। का / जातिगत भेदभाव खत्म करनाः छुआछूत को समाप्त करने के लिए  लिए सवर्ण अस्पृश्यों के अलग-्अलग स्कूल बंद करवाए। @Mithlesh Kr. Offic @Mithlesh Kr Official - ShareChat
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🚀SC बूस्ट के साथ Views को सुपरचार्ज करें - ८८ बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय जी की जयंती साहित्य के सम्राट, 'वंदे मातरम्' के रचयिता और राष्ट्रगीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रेरणास्रोत   महान साहित्यकार बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय जी की जयंती पर शतनशत नमन! २७ जून १८३८ को पश्चिम बंगाल के नैहाटी में जन्मे बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय बांग्ला साहित्य के स्तंभ थे। उन्होंने प्रेसीडेंसी कॉलेज से बी॰ए॰ किया और सरकारी सेवा में डिप्टी मजिस्ट्रेट बने। उनकी लेखनी ने न सिर्फ साहित्य को समृद्ध किया बल्कि राष्ट्रवाद की अलख भी जगाई। ' बंकिमचंद्र जी की कलम से निकली रचनाओं ने भारतीय समाज को नई दिशा दीः दुर्गेशनंदिनी ( १८६५ ): बांग्ला का पहला उपन्यास।  आनंदमठ ( १८८२ ): इसमें 'वंदे मातरम् ' गीत समाहित है, जो स्वतंत्रता सेनानियों का प्रेरणास्रोत बना। कपालकुंडला, देवी चौधुरानीः समाज और राष्ट्रवाद को केंद्र में रखते हुए लिखे गए उपन्यास। बंगदर्शन पत्रिका (१८७२)ः बंगाली पुनर्जागरण का प्रमुख माध्यम। @Mithlesh Kr Offic @Mithlesh Kr Official ८८ बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय जी की जयंती साहित्य के सम्राट, 'वंदे मातरम्' के रचयिता और राष्ट्रगीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रेरणास्रोत   महान साहित्यकार बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय जी की जयंती पर शतनशत नमन! २७ जून १८३८ को पश्चिम बंगाल के नैहाटी में जन्मे बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय बांग्ला साहित्य के स्तंभ थे। उन्होंने प्रेसीडेंसी कॉलेज से बी॰ए॰ किया और सरकारी सेवा में डिप्टी मजिस्ट्रेट बने। उनकी लेखनी ने न सिर्फ साहित्य को समृद्ध किया बल्कि राष्ट्रवाद की अलख भी जगाई। ' बंकिमचंद्र जी की कलम से निकली रचनाओं ने भारतीय समाज को नई दिशा दीः दुर्गेशनंदिनी ( १८६५ ): बांग्ला का पहला उपन्यास।  आनंदमठ ( १८८२ ): इसमें 'वंदे मातरम् ' गीत समाहित है, जो स्वतंत्रता सेनानियों का प्रेरणास्रोत बना। कपालकुंडला, देवी चौधुरानीः समाज और राष्ट्रवाद को केंद्र में रखते हुए लिखे गए उपन्यास। बंगदर्शन पत्रिका (१८७२)ः बंगाली पुनर्जागरण का प्रमुख माध्यम। @Mithlesh Kr Offic @Mithlesh Kr Official - ShareChat
देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर आदिवासी नेता एवं जननायक भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि। #भगवान_बिरसा_मुंडा #birsamunda #🚀SC बूस्ट के साथ Views को सुपरचार्ज करें
🚀SC बूस्ट के साथ Views को सुपरचार्ज करें - 11=~ १५ नवम्बर, १८७५ ०९ जून १९०० देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर आदिवासी नेता एवं जननायक अगवान बिरसा झुंडा की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि @MithleshKr Official Xl@Mithteshkroffic in 11=~ १५ नवम्बर, १८७५ ०९ जून १९०० देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर आदिवासी नेता एवं जननायक अगवान बिरसा झुंडा की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि @MithleshKr Official Xl@Mithteshkroffic in - ShareChat
अल्लाह आपको ईद के मुकद्दस मौके पर तमाम खुशियाँ अता फरमाए और आपकी ईबादत कबुल करे। बकरी ईद आपको और आपके पुरे परिवार को दिलसे बकरी ईद की हार्दिक शुभकामनाएँ। #🤝बकरीद मुबारक🫂 #🤲ईद-उल-अजहा नमाज🤲 #📝ईद कोट्स📚 #🎶ईद स्पेशल सांग्स🎼 #🌙ईद का जश्न🫂
🤝बकरीद मुबारक🫂 - ShareChat
#महाराणा प्रताप #महाराणा #महाराणा प्रताप #महाराणा प्रताप 🚩 #महाराणा प्रताप 🚩 #महाराणा #महाराणा प्रताप #महाराणा रणवीर सिंह जयंती #🚀SC बूस्ट के साथ Views को सुपरचार्ज करें
महाराणा प्रताप 🚩 - 11=~ राष्ट्रभक्ति, साहस और आत्मसम्मान की जीवंत मिसाल, मातृभूमिकी रक्षा के लिए, अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले वीर सिरोमणि महाराणा प्रनाप जयंती की हार्दिक शुभकामनाए @MithleshKr Official Xl@Mithteshkroffic in 11=~ राष्ट्रभक्ति, साहस और आत्मसम्मान की जीवंत मिसाल, मातृभूमिकी रक्षा के लिए, अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले वीर सिरोमणि महाराणा प्रनाप जयंती की हार्दिक शुभकामनाए @MithleshKr Official Xl@Mithteshkroffic in - ShareChat
राष्ट्रभक्ति, साहस और आत्मसम्मान की जीवंत मिसाल, मातृभूमि की रक्षा के लिए, अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले वीर सिरोमणि महाराणा प्रताप जयंती की हार्दिक शुभकामनाए। #महाराणा रणवीर सिंह जयंती #महाराणा प्रताप #महाराणा #महाराणा प्रताप #महाराणा प्रताप 🚩 प्रताप सिंह
महाराणा रणवीर सिंह जयंती - 11=~ राष्ट्रभक्ति, साहस और आत्मसम्मान की जीवंत मिसाल, मातृभूमिकी रक्षा के लिए, अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले वीर सिरोमणि महाराणा प्रनाप जयंती की हार्दिक शुभकामनाए @MithleshKr Official Xl@Mithteshkroffic in 11=~ राष्ट्रभक्ति, साहस और आत्मसम्मान की जीवंत मिसाल, मातृभूमिकी रक्षा के लिए, अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले वीर सिरोमणि महाराणा प्रनाप जयंती की हार्दिक शुभकामनाए @MithleshKr Official Xl@Mithteshkroffic in - ShareChat
किसानों की आवाज बुलंद करने वाले प्रखर नेता तथा अपना सम्पूर्ण जीवन भारतीयता और ग्रामीण परिवेश की मर्यादा में जीने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि । #😎मोटिवेशनल गुरु🤘 #👍 सफलता के मंत्र ✔️ #🇮🇳 देशभक्ति स्टेटस #🥰मोटिवेशन वीडियो #🚀SC बूस्ट के साथ Views को सुपरचार्ज करें #chaudharycharansingh
😎मोटिवेशनल गुरु🤘 - 11=~ २३ दिसम्बर, १९०२- २९ मई, १९८७ किसानों की आवाज बुलंद करने वाले प्रखर नेता तथा सम्पूर्ण जीवन भारतीयता और ग्रामीण परिवेश अपना मर्यादा में जीने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की पुण्य तिथि पर उन्हें शत-शत नमन। @MithleshKr Official Xl@Mithteshkroffic in 11=~ २३ दिसम्बर, १९०२- २९ मई, १९८७ किसानों की आवाज बुलंद करने वाले प्रखर नेता तथा सम्पूर्ण जीवन भारतीयता और ग्रामीण परिवेश अपना मर्यादा में जीने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की पुण्य तिथि पर उन्हें शत-शत नमन। @MithleshKr Official Xl@Mithteshkroffic in - ShareChat