Mohammad Ibraheem Sultan Mirza
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ISLAMIC POST
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - आज़माइश ओर फ़ितना बाक़ी हैं रसूलुल्लाह   ने फ़रमाया  दुनिया में सिर्फ़ आज़माइश और फ़ितना ही बाक़ी रह गया है। ( सुनन इब्ने माजा , हदीस नं 4035) आज़माइश ओर फ़ितना बाक़ी हैं रसूलुल्लाह   ने फ़रमाया  दुनिया में सिर्फ़ आज़माइश और फ़ितना ही बाक़ी रह गया है। ( सुनन इब्ने माजा , हदीस नं 4035) - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - अलैहिवसल्लम ने एक नबी करीम सल्लल्लाहु ऊँट बतौर क़र्ज़ लिया क़र्ज़ देने वाला तक़ाज़ा और ना-ज़ेबा गुफ्तगू की ) तो करने आया आप सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फ़रमाया हक़ वाले को कहने का हक़ होता है फिर अलैहिवसल्लम ने उसे आप सल्लल्लाहु अच्छी उम्र का ऊँट दिला दिया और फ़रमाया तुम में अफ़ज़ल वह है जो अदा करने में सबसे बेहतर हो ।" सहीह बुखारी २६०१ अलैहिवसल्लम ने एक नबी करीम सल्लल्लाहु ऊँट बतौर क़र्ज़ लिया क़र्ज़ देने वाला तक़ाज़ा और ना-ज़ेबा गुफ्तगू की ) तो करने आया आप सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फ़रमाया हक़ वाले को कहने का हक़ होता है फिर अलैहिवसल्लम ने उसे आप सल्लल्लाहु अच्छी उम्र का ऊँट दिला दिया और फ़रमाया तुम में अफ़ज़ल वह है जो अदा करने में सबसे बेहतर हो ।" सहीह बुखारी २६०१ - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - ںویتشک حرطیک وڑاهپ چنوا چنوارپ لوردنمسنیب یلاعتدللا ~z d cis 110 _0371005_ Allah Taala hi ne samandaron par oonche oonche pahaadon ki tarah kashtiyon ko chalaaya. DURAAI ٢٤ ٧ ؟٢ ٧٥٧ ٥٥٥٣ ٥٢ ٧٧، .1 अल्लाह तआला हीने समंदरों पर ऊँचे ऊँचे पहाड़ों की तरह कश्तियों को चलाया ক্তুঙ্জালি মু-ে-Tমেন;  अल्लाट तआला कीआखरी किताव - 27 OCTOBER {EUULr_u =_4|4_423( Pnlantl Nanliz Iiill i (n: SB.1 SIu 5.151 /st:ಗ 3) (LL*17 1) (4: SNf 41 IILIT] % 12| (WAiIf:13) ( 1544 ! 11 | fawkudiLusv' IIRI 4.1 EE4]1E ںویتشک حرطیک وڑاهپ چنوا چنوارپ لوردنمسنیب یلاعتدللا ~z d cis 110 _0371005_ Allah Taala hi ne samandaron par oonche oonche pahaadon ki tarah kashtiyon ko chalaaya. DURAAI ٢٤ ٧ ؟٢ ٧٥٧ ٥٥٥٣ ٥٢ ٧٧، .1 अल्लाह तआला हीने समंदरों पर ऊँचे ऊँचे पहाड़ों की तरह कश्तियों को चलाया ক্তুঙ্জালি মু-ে-Tমেন;  अल्लाट तआला कीआखरी किताव - 27 OCTOBER {EUULr_u =_4|4_423( Pnlantl Nanliz Iiill i (n: SB.1 SIu 5.151 /st:ಗ 3) (LL*17 1) (4: SNf 41 IILIT] % 12| (WAiIf:13) ( 1544 ! 11 | fawkudiLusv' IIRI 4.1 EE4]1E - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - सब ख़िफ़्ना है मेरै लहजै सै औैरै हालात सै எரீகழ கிதீஎலி ---0 मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा MOHAMMAD IBRAHEEM SULTAN MIRZA सब ख़िफ़्ना है मेरै लहजै सै औैरै हालात सै எரீகழ கிதீஎலி ---0 मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा MOHAMMAD IBRAHEEM SULTAN MIRZA - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फ़रमायाः "तुम्हारे पास रात और दिन के फ़रिश्ते एक के बाद दूसरे आते हैं और अस्र और फ़ज्र की नमाज़ों में दो वक़्त के फ़रिश्ते इकट्ठे होते हैं फिर जब वो फ़रिश्ते ऊपर जाते हैं है तो अल्लाह तआला जिन्होंने रात तुम्हारे गुज़ारी साथ उनसे पूछता है हालाँकि वो बन्दों के अहवाल का सबसे ज़्यादा जाननेवाला है कि तुमने मेरे बन्दों को किस हाल में छोड़ा? वो जवाब देते हैं कि हमने उन्हें इस हाल में छोड़़ा कि वो नमाज़ पढ रहे थे और जब हम उनके पास गए तब GI भी वो नमाज़ पढ रहे थे। सहोह बुखारी 7486 रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फ़रमायाः "तुम्हारे पास रात और दिन के फ़रिश्ते एक के बाद दूसरे आते हैं और अस्र और फ़ज्र की नमाज़ों में दो वक़्त के फ़रिश्ते इकट्ठे होते हैं फिर जब वो फ़रिश्ते ऊपर जाते हैं है तो अल्लाह तआला जिन्होंने रात तुम्हारे गुज़ारी साथ उनसे पूछता है हालाँकि वो बन्दों के अहवाल का सबसे ज़्यादा जाननेवाला है कि तुमने मेरे बन्दों को किस हाल में छोड़ा? वो जवाब देते हैं कि हमने उन्हें इस हाल में छोड़़ा कि वो नमाज़ पढ रहे थे और जब हम उनके पास गए तब GI भी वो नमाज़ पढ रहे थे। सहोह बुखारी 7486 - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - अबुज़र रज़ि अल्लाह अन्हु कहते है कि मैं रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम के पास आया आप काबा के साये  में बैठे थे, आप ने मुझे आता देखा तो फ़रमाया : रब्बे काबा की क़सम ! क़यामत के दिन यही लोग खसारे ( घाटे ) में होँगे; मैं लने अपने जी में कहा : शायद कोई चीज़ मेरे बारे में नाज़िल की गई हो मैँने कहा : कौन लोग ? मेरे माँ बाप आप पर क़ुरबान   हों ? तो रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु लोग जो बहुत माल वाले हैं सिवाए अलैहिवसल्लम ने फ़रमाया : यही उन लोगों के जो ऐसा ऐसा करे आप ने अपने दोनों हाथ से लप भर कर अपने सामने और अपने दाएँ और अपने बाएँ तरफ़ इशारा   किया क़सम है उस ज़ात की जिसके हाथ में मेरी जान है जो फिर फ़रमाया भी आदमी ऊँट और गाय छोड़ कर मरा और उस ने उसकी ज़कात अदा नहीं की तो क़यामत के दिन वो उस से ज़्यादा भारी और मोटे हो आएँगे जितना वो थे और उसे अपनी खुरों से रौँदेंगे और अपनी कर सींगों से मारेंगे जब उन का आख़िरी जानवर भी गुज़र चुकेगा तो फिर पहला लौटा दिया जाएगा; यहाँ तक कि लोगों के बीच फ़ैसला कर दिया जाए। जाम ए तिर्मिज़ी ६१७ सहीह अबुज़र रज़ि अल्लाह अन्हु कहते है कि मैं रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम के पास आया आप काबा के साये  में बैठे थे, आप ने मुझे आता देखा तो फ़रमाया : रब्बे काबा की क़सम ! क़यामत के दिन यही लोग खसारे ( घाटे ) में होँगे; मैं लने अपने जी में कहा : शायद कोई चीज़ मेरे बारे में नाज़िल की गई हो मैँने कहा : कौन लोग ? मेरे माँ बाप आप पर क़ुरबान   हों ? तो रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु लोग जो बहुत माल वाले हैं सिवाए अलैहिवसल्लम ने फ़रमाया : यही उन लोगों के जो ऐसा ऐसा करे आप ने अपने दोनों हाथ से लप भर कर अपने सामने और अपने दाएँ और अपने बाएँ तरफ़ इशारा   किया क़सम है उस ज़ात की जिसके हाथ में मेरी जान है जो फिर फ़रमाया भी आदमी ऊँट और गाय छोड़ कर मरा और उस ने उसकी ज़कात अदा नहीं की तो क़यामत के दिन वो उस से ज़्यादा भारी और मोटे हो आएँगे जितना वो थे और उसे अपनी खुरों से रौँदेंगे और अपनी कर सींगों से मारेंगे जब उन का आख़िरी जानवर भी गुज़र चुकेगा तो फिर पहला लौटा दिया जाएगा; यहाँ तक कि लोगों के बीच फ़ैसला कर दिया जाए। जाम ए तिर्मिज़ी ६१७ सहीह - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
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##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
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##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - ಹೆಕನಾೊ[ ಹಐಕ इस्। दौर ऐ मुफ़लिसी #ैं हालात ऐसै हैँ ক্রিলীস ক্রষী ख़ुदा याद नहीं >8 T॰ मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा MOHAMMAD IBRAHEEM SULTAN MIRZA ಹೆಕನಾೊ[ ಹಐಕ इस्। दौर ऐ मुफ़लिसी #ैं हालात ऐसै हैँ ক্রিলীস ক্রষী ख़ुदा याद नहीं >8 T॰ मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा MOHAMMAD IBRAHEEM SULTAN MIRZA - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फ़रमायाः "तुम्हारे पास रात और दिन के फ़रिश्ते एक के बाद दूसरे आते हैं और अस्र और फ़ज्र की नमाज़ों में दो वक़्त के फ़रिश्ते इकट्ठे होते हैं फिर जब वो फ़रिश्ते ऊपर जाते हैं है तो अल्लाह तआला जिन्होंने रात तुम्हारे गुज़ारी साथ उनसे पूछता है हालाँकि वो बन्दों के अहवाल का सबसे ज़्यादा जाननेवाला है कि तुमने मेरे बन्दों को किस हाल में छोड़ा? वो जवाब देते हैं कि हमने उन्हें इस हाल में छोड़़ा कि वो नमाज़ पढ रहे थे और जब हम उनके पास गए तब GI भी वो नमाज़ पढ रहे थे। सहोह बुखारी 7486 रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फ़रमायाः "तुम्हारे पास रात और दिन के फ़रिश्ते एक के बाद दूसरे आते हैं और अस्र और फ़ज्र की नमाज़ों में दो वक़्त के फ़रिश्ते इकट्ठे होते हैं फिर जब वो फ़रिश्ते ऊपर जाते हैं है तो अल्लाह तआला जिन्होंने रात तुम्हारे गुज़ारी साथ उनसे पूछता है हालाँकि वो बन्दों के अहवाल का सबसे ज़्यादा जाननेवाला है कि तुमने मेरे बन्दों को किस हाल में छोड़ा? वो जवाब देते हैं कि हमने उन्हें इस हाल में छोड़़ा कि वो नमाज़ पढ रहे थे और जब हम उनके पास गए तब GI भी वो नमाज़ पढ रहे थे। सहोह बुखारी 7486 - ShareChat