Mohammad Ibraheem Sultan Mirza
ShareChat
click to see wallet page
@mohammad_ibraheem_sultan_mirza
mohammad_ibraheem_sultan_mirza
Mohammad Ibraheem Sultan Mirza
@mohammad_ibraheem_sultan_mirza
ISLAMIC POST
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फ़रमायाः "तुम्हारे पास रात और दिन के फ़रिश्ते एक के बाद दूसरे आते हैं और अस्र और फ़ज्र की नमाज़ों में दो वक़्त के फ़रिश्ते इकट्ठे होते हैं फिर जब वो फ़रिश्ते ऊपर जाते हैं है तो अल्लाह तआला जिन्होंने रात तुम्हारे गुज़ारी साथ उनसे पूछता है हालाँकि वो बन्दों के अहवाल का सबसे ज़्यादा जाननेवाला है कि तुमने मेरे बन्दों को किस हाल में छोड़ा? वो जवाब देते हैं कि हमने उन्हें इस हाल में छोड़़ा कि वो नमाज़ पढ रहे थे और जब हम उनके पास गए तब GI भी वो नमाज़ पढ रहे थे। सहोह बुखारी 7486 रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फ़रमायाः "तुम्हारे पास रात और दिन के फ़रिश्ते एक के बाद दूसरे आते हैं और अस्र और फ़ज्र की नमाज़ों में दो वक़्त के फ़रिश्ते इकट्ठे होते हैं फिर जब वो फ़रिश्ते ऊपर जाते हैं है तो अल्लाह तआला जिन्होंने रात तुम्हारे गुज़ारी साथ उनसे पूछता है हालाँकि वो बन्दों के अहवाल का सबसे ज़्यादा जाननेवाला है कि तुमने मेरे बन्दों को किस हाल में छोड़ा? वो जवाब देते हैं कि हमने उन्हें इस हाल में छोड़़ा कि वो नमाज़ पढ रहे थे और जब हम उनके पास गए तब GI भी वो नमाज़ पढ रहे थे। सहोह बुखारी 7486 - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - अबुज़र रज़ि अल्लाह अन्हु कहते है कि मैं रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम के पास आया आप काबा के साये  में बैठे थे, आप ने मुझे आता देखा तो फ़रमाया : रब्बे काबा की क़सम ! क़यामत के दिन यही लोग खसारे ( घाटे ) में होँगे; मैं लने अपने जी में कहा : शायद कोई चीज़ मेरे बारे में नाज़िल की गई हो मैँने कहा : कौन लोग ? मेरे माँ बाप आप पर क़ुरबान   हों ? तो रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु लोग जो बहुत माल वाले हैं सिवाए अलैहिवसल्लम ने फ़रमाया : यही उन लोगों के जो ऐसा ऐसा करे आप ने अपने दोनों हाथ से लप भर कर अपने सामने और अपने दाएँ और अपने बाएँ तरफ़ इशारा   किया क़सम है उस ज़ात की जिसके हाथ में मेरी जान है जो फिर फ़रमाया भी आदमी ऊँट और गाय छोड़ कर मरा और उस ने उसकी ज़कात अदा नहीं की तो क़यामत के दिन वो उस से ज़्यादा भारी और मोटे हो आएँगे जितना वो थे और उसे अपनी खुरों से रौँदेंगे और अपनी कर सींगों से मारेंगे जब उन का आख़िरी जानवर भी गुज़र चुकेगा तो फिर पहला लौटा दिया जाएगा; यहाँ तक कि लोगों के बीच फ़ैसला कर दिया जाए। जाम ए तिर्मिज़ी ६१७ सहीह अबुज़र रज़ि अल्लाह अन्हु कहते है कि मैं रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम के पास आया आप काबा के साये  में बैठे थे, आप ने मुझे आता देखा तो फ़रमाया : रब्बे काबा की क़सम ! क़यामत के दिन यही लोग खसारे ( घाटे ) में होँगे; मैं लने अपने जी में कहा : शायद कोई चीज़ मेरे बारे में नाज़िल की गई हो मैँने कहा : कौन लोग ? मेरे माँ बाप आप पर क़ुरबान   हों ? तो रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु लोग जो बहुत माल वाले हैं सिवाए अलैहिवसल्लम ने फ़रमाया : यही उन लोगों के जो ऐसा ऐसा करे आप ने अपने दोनों हाथ से लप भर कर अपने सामने और अपने दाएँ और अपने बाएँ तरफ़ इशारा   किया क़सम है उस ज़ात की जिसके हाथ में मेरी जान है जो फिर फ़रमाया भी आदमी ऊँट और गाय छोड़ कर मरा और उस ने उसकी ज़कात अदा नहीं की तो क़यामत के दिन वो उस से ज़्यादा भारी और मोटे हो आएँगे जितना वो थे और उसे अपनी खुरों से रौँदेंगे और अपनी कर सींगों से मारेंगे जब उन का आख़िरी जानवर भी गुज़र चुकेगा तो फिर पहला लौटा दिया जाएगा; यहाँ तक कि लोगों के बीच फ़ैसला कर दिया जाए। जाम ए तिर्मिज़ी ६१७ सहीह - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - ಹೆಕನಾೊ[ ಹಐಕ इस्। दौर ऐ मुफ़लिसी #ैं हालात ऐसै हैँ ক্রিলীস ক্রষী ख़ुदा याद नहीं >8 T॰ मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा MOHAMMAD IBRAHEEM SULTAN MIRZA ಹೆಕನಾೊ[ ಹಐಕ इस्। दौर ऐ मुफ़लिसी #ैं हालात ऐसै हैँ ক্রিলীস ক্রষী ख़ुदा याद नहीं >8 T॰ मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा MOHAMMAD IBRAHEEM SULTAN MIRZA - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फ़रमायाः "तुम्हारे पास रात और दिन के फ़रिश्ते एक के बाद दूसरे आते हैं और अस्र और फ़ज्र की नमाज़ों में दो वक़्त के फ़रिश्ते इकट्ठे होते हैं फिर जब वो फ़रिश्ते ऊपर जाते हैं है तो अल्लाह तआला जिन्होंने रात तुम्हारे गुज़ारी साथ उनसे पूछता है हालाँकि वो बन्दों के अहवाल का सबसे ज़्यादा जाननेवाला है कि तुमने मेरे बन्दों को किस हाल में छोड़ा? वो जवाब देते हैं कि हमने उन्हें इस हाल में छोड़़ा कि वो नमाज़ पढ रहे थे और जब हम उनके पास गए तब GI भी वो नमाज़ पढ रहे थे। सहोह बुखारी 7486 रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फ़रमायाः "तुम्हारे पास रात और दिन के फ़रिश्ते एक के बाद दूसरे आते हैं और अस्र और फ़ज्र की नमाज़ों में दो वक़्त के फ़रिश्ते इकट्ठे होते हैं फिर जब वो फ़रिश्ते ऊपर जाते हैं है तो अल्लाह तआला जिन्होंने रात तुम्हारे गुज़ारी साथ उनसे पूछता है हालाँकि वो बन्दों के अहवाल का सबसे ज़्यादा जाननेवाला है कि तुमने मेरे बन्दों को किस हाल में छोड़ा? वो जवाब देते हैं कि हमने उन्हें इस हाल में छोड़़ा कि वो नमाज़ पढ रहे थे और जब हम उनके पास गए तब GI भी वो नमाज़ पढ रहे थे। सहोह बुखारी 7486 - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - अलैहिवसल्लम ने रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु फ़रमायाः " हमारा रब तबारकन्व-्तआला हर पर आता है उस वक़्त 3TTT दुनिया  रात जब रात का आख़िरी तिहाई हिस्सा बाक़ी रह जाता है और कहता है कि मुझे कौन बुलाता है कि मैँ उसे जवाब दूँ ! कौन माँगता है कि मुझसे  मैँ उसे अता करूँ ! कौन मग़फ़िरत तलब मुझसे  करता है मैँ उसकी मग़फ़िरत करूँ !" सहीह बुखारी ७४९४ अलैहिवसल्लम ने रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु फ़रमायाः " हमारा रब तबारकन्व-्तआला हर पर आता है उस वक़्त 3TTT दुनिया  रात जब रात का आख़िरी तिहाई हिस्सा बाक़ी रह जाता है और कहता है कि मुझे कौन बुलाता है कि मैँ उसे जवाब दूँ ! कौन माँगता है कि मुझसे  मैँ उसे अता करूँ ! कौन मग़फ़िरत तलब मुझसे  करता है मैँ उसकी मग़फ़िरत करूँ !" सहीह बुखारी ७४९४ - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - करुछ लोगा ऐतबार से छ्यादा उहृतियात के relfdkd &aj 8 मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा MOHAMMAD IBRAHEEM SULTAN MIRZA करुछ लोगा ऐतबार से छ्यादा उहृतियात के relfdkd &aj 8 मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा MOHAMMAD IBRAHEEM SULTAN MIRZA - ShareChat
##mohammad_ibraheem_sultan_mirza #🕌नमाज़ फ़र्ज़ है आओ नमाज़ कायम करे 🕋 ##क़ुरआन_और_हदीस_की_रौशनी_में ##Molana_Tariq_jameel_Bayan #❤#Dil_Se_Dil_Ki_Baat❤ ❤#दिल_से_दिल_की_बात❤
#mohammad_ibraheem_sultan_mirza - नबी सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फ़रमायाः "तीन - आदमी ऐसे हैं जिनसे अल्लाह क़यामत के दिन बात नहीं करेगा और उनकी तरफ़ रहमत से देखेगा एक वो जिसने किसी सामान के बारे में क़सम खाई कि उसे उसने इतने में ख़रीदा है हालाँकि वो झूठा है  शख़्स जिसने बाद झूठी क़सम दूसरा वो अस्र के इसलिये खाई कि किसी मुसलमान का माल नाहक़ मार ले और तीसरा वो शख़्स जिसने ज़रूरत से फ़ालतू पानी माँगनेवाले को नहीं दिया तो अल्लाह क़यामत के दिन उससे कहेगा कि जिस तरह तू ने इस ज़रूरत से ज़्यादा फ़ालतू चीज़ से दूसरे को रोका जिसे तेरे हाथों ने बनाया भी नहीं था मैं भी तुझे अपना फ़ज़्ल नहीं दूँगा | सहीह बुखारी 7446 नबी सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम ने फ़रमायाः "तीन - आदमी ऐसे हैं जिनसे अल्लाह क़यामत के दिन बात नहीं करेगा और उनकी तरफ़ रहमत से देखेगा एक वो जिसने किसी सामान के बारे में क़सम खाई कि उसे उसने इतने में ख़रीदा है हालाँकि वो झूठा है  शख़्स जिसने बाद झूठी क़सम दूसरा वो अस्र के इसलिये खाई कि किसी मुसलमान का माल नाहक़ मार ले और तीसरा वो शख़्स जिसने ज़रूरत से फ़ालतू पानी माँगनेवाले को नहीं दिया तो अल्लाह क़यामत के दिन उससे कहेगा कि जिस तरह तू ने इस ज़रूरत से ज़्यादा फ़ालतू चीज़ से दूसरे को रोका जिसे तेरे हाथों ने बनाया भी नहीं था मैं भी तुझे अपना फ़ज़्ल नहीं दूँगा | सहीह बुखारी 7446 - ShareChat