Moin Khan
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@moin_khan_0011
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Moin Khan
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Alhamdulillah for everythi (мσм+Dad❤️My world💝)
#assalam alaikum my all friends dua me yad rakhna
assalam alaikum my all friends dua me yad rakhna - Surat No. 4 Ayat NO. 1O1 और जब तुम ज़मीन में सफ़र करो तो तुम पर कोई गुनाह नहीं कि तुम नमाज़ में क़स्र करो अगर तुमको डर हो कि काफ़िर तुमको सताएंगे , बेशक काफ़िर लोग तुम्हारे खुले हुए दुश्मन हैं। Surat No. 4 Ayat NO. 1O1 और जब तुम ज़मीन में सफ़र करो तो तुम पर कोई गुनाह नहीं कि तुम नमाज़ में क़स्र करो अगर तुमको डर हो कि काफ़िर तुमको सताएंगे , बेशक काफ़िर लोग तुम्हारे खुले हुए दुश्मन हैं। - ShareChat
#🌞 Good Morning🌞
🌞 Good Morning🌞 - Surat No. ३५ Ayat NO. ११ अल्लाहा२३] ने तुमको मिटटी से पैदा किया, फिर नुत्फ़े से, (२५ ) फिर तुम्हारे जोड़े बना दिये (यानी मर्द और औरता| कोई औरत हामिला नहीं होती और न बच्चा जनती है, मगर ये सब कुछ अल्लाह के इल्म में होता है। कोई उम्र पानेवाला उम्र नहीं पाता और न किसी की उम्र में कुछ कमी होती है, मगर ये सब कुछ एक किताब में लिखा 81 কীনা (२५] अल्लाह के लिये ये बहुत आसान काम हैI[२६) Surat No. ३५ Ayat NO. ११ अल्लाहा२३] ने तुमको मिटटी से पैदा किया, फिर नुत्फ़े से, (२५ ) फिर तुम्हारे जोड़े बना दिये (यानी मर्द और औरता| कोई औरत हामिला नहीं होती और न बच्चा जनती है, मगर ये सब कुछ अल्लाह के इल्म में होता है। कोई उम्र पानेवाला उम्र नहीं पाता और न किसी की उम्र में कुछ कमी होती है, मगर ये सब कुछ एक किताब में लिखा 81 কীনা (२५] अल्लाह के लिये ये बहुत आसान काम हैI[२६) - ShareChat
##jumm mobarak ho 🕋🕋🕋🕋🤲🤲🤲doau me yaad Rakhna
#jumm mobarak ho 🕋🕋🕋🕋🤲🤲🤲doau me yaad Rakhna - Surat No. ३५ Ayat NO. 8 (भला(१५) कुछ ठिकाना है उस आदमी की गुमराही का) जिसके लिये उसका बुरा अमल (काम) लुभावना बना दिया गया हो और वो उसे अच्छा समझ रहा हो?(१६) हक़ीक़त ये है कि अल्लाह जिसे चाहता है गुमराही में डाल देता है और जिसे चाहता है सीधा रास्ता दिखा देता है। तो (ऐ नबी) ख़ाह मख़ाह तुम्हारी जान इन लोगों की ख़ातिर ग़म और अफ़सोस में न घुले।(१७) जो कुछ ये कर रहे हैं अल्लाह उसको ख़ूब जानता है।(१8) Surat No. ३५ Ayat NO. 8 (भला(१५) कुछ ठिकाना है उस आदमी की गुमराही का) जिसके लिये उसका बुरा अमल (काम) लुभावना बना दिया गया हो और वो उसे अच्छा समझ रहा हो?(१६) हक़ीक़त ये है कि अल्लाह जिसे चाहता है गुमराही में डाल देता है और जिसे चाहता है सीधा रास्ता दिखा देता है। तो (ऐ नबी) ख़ाह मख़ाह तुम्हारी जान इन लोगों की ख़ातिर ग़म और अफ़सोस में न घुले।(१७) जो कुछ ये कर रहे हैं अल्लाह उसको ख़ूब जानता है।(१8) - ShareChat