सोचिए, ₹100 के झूठे आरोप में 39 साल बर्बाद! जागेश्वर जी आज निर्दोष हैं, पर 89 की उम्र में हैं और सब कुछ खो चुके हैं।
यह कहानी कितनी निराशाजनक है। जब न्याय मिलने में ही पूरा जीवन बीत जाए, तो फिर क्या बचा?
अगर आप सिस्टम की जगह होते, तो इस गलती को सुधारने के लिए क्या करते? 💬
#🙄फैक्ट्स✍ #🇮🇳मेरा भारत, मेरी शान #📚एजुकेशनल ज्ञान📝 #👩🌾खान सर मोटिवेशन💡