इस मरीज़ को अस्पताल आए 23 दिन हो गए हैं, इन 23 दिनों में उसके परिवार का कोई भी सदस्य उससे मिलने नहीं आया। लेकिन एक कबूतर था जो हर दो दिन में आता और उसके बिस्तर पर बैठ जाता। कबूतर कुछ देर रुकता, फिर उड़ जाता। बाद में हमें पता चला कि यह मरीज़ रोज़ाना अस्पताल के पास वाले पार्क में एक बेंच पर बैठकर कबूतरों को दाना डालता था। इससे हमें एक बार फिर पता चला कि कभी-कभी जानवरों का दिल इंसानों से ज़्यादा दयालु हो सकता है।
कृष्णा कर्णावत #doctor #medical student #❤️सैड व्हाट्सएप स्टेटस #🚀SC बूस्ट के साथ Views को सुपरचार्ज करें #🏥घायलों को अस्पताल पहुंचाने पर मिलेंगे 25000🤕