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ब्रह्मज्ञान ही अमृत है प्रेम ही जीवन है प्रणाम जी
#spjin #✍मेरे पसंदीदा लेखक #😇 चाणक्य नीति #🙏गीता ज्ञान🛕 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇
spjin - Nijanandi ३० सितंबर इलम तुमहीं पट, तुमहीं कुंजी पट की।  कहे  दई तुम को, देखो उलटी या सीधी। I८I]  कल्ल अकल तुम ही पर्दा हो और तुम्हीं पर्दे को तारतम ज्ञान कहता है कि हे आत्माओं! हटाने की कुंजी भी हो। मैंने तुम्हें निजबुद्धि दे दी है। अब यह  307 तुम्हारे : है कि तुम उल्टी दिशा में देखो या सीधी दिशा में I} #SPJINLApp से शेयर SPI ।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है 0 Il ।प्रेम ही जीवन है Ia https Ilsharechat com/profilelspjin?d-n Nijanandi ३० सितंबर इलम तुमहीं पट, तुमहीं कुंजी पट की।  कहे  दई तुम को, देखो उलटी या सीधी। I८I]  कल्ल अकल तुम ही पर्दा हो और तुम्हीं पर्दे को तारतम ज्ञान कहता है कि हे आत्माओं! हटाने की कुंजी भी हो। मैंने तुम्हें निजबुद्धि दे दी है। अब यह  307 तुम्हारे : है कि तुम उल्टी दिशा में देखो या सीधी दिशा में I} #SPJINLApp से शेयर SPI ।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है 0 Il ।प्रेम ही जीवन है Ia https Ilsharechat com/profilelspjin?d-n - ShareChat
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🙏🏻आध्यात्मिकता😇 - Nijanandi ३० सितंबर जो मैं मांगों इस्क को, तो इत भी आप देखाए। ए भी खुदी देखी , जब इलमें दई समझाए।।२II यदि मैं आपसे प्रेम मांगती हूँ तो इसमें भी मैं स्वयं को ही देखती हूँ। जब तारतम ज्ञान से धाम धनी की पहचान भी हो जाती है, तो इसमें भी " मै  दिखायी पडती हैl} #SPJIN_App ম থীয় SPI ।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है0 Il ।प्रेम ही जीवन है Ia https Ilsharechat com/profilelspjin?d-n Nijanandi ३० सितंबर जो मैं मांगों इस्क को, तो इत भी आप देखाए। ए भी खुदी देखी , जब इलमें दई समझाए।।२II यदि मैं आपसे प्रेम मांगती हूँ तो इसमें भी मैं स्वयं को ही देखती हूँ। जब तारतम ज्ञान से धाम धनी की पहचान भी हो जाती है, तो इसमें भी " मै  दिखायी पडती हैl} #SPJIN_App ম থীয় SPI ।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है0 Il ।प्रेम ही जीवन है Ia https Ilsharechat com/profilelspjin?d-n - ShareChat
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spjin - Nijanandi ३० सितंबर दूसरा कौन केहेलाए। हक पेहेचान किनको  3, इत ऐसी काढी बारीकी खुदियां, हक भी पेहेचान कराए।।३]] तारतम वाणी से श्री राज जी की पहचान होती है तो जब और दूसरा किसे होती है? हक की " मैं" के अतिरिक्त यहां कौन है ही जो धाम धनी की पहचान कर सकें? धाम धनी के अतिरिक्त और कोई भी नहीं है, जो मैं खुदी की सूक्ष्म बातों को निकाले (प्रकट करे) } #SPJIN_App #alu SPJIN ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन है Il https:llsharechat com profilelspjin?d=n Nijanandi ३० सितंबर दूसरा कौन केहेलाए। हक पेहेचान किनको  3, इत ऐसी काढी बारीकी खुदियां, हक भी पेहेचान कराए।।३]] तारतम वाणी से श्री राज जी की पहचान होती है तो जब और दूसरा किसे होती है? हक की " मैं" के अतिरिक्त यहां कौन है ही जो धाम धनी की पहचान कर सकें? धाम धनी के अतिरिक्त और कोई भी नहीं है, जो मैं खुदी की सूक्ष्म बातों को निकाले (प्रकट करे) } #SPJIN_App #alu SPJIN ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन है Il https:llsharechat com profilelspjin?d=n - ShareChat
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spjin - Nijanandi २९ सितंबर देख अपनी आँख सों , सब' पुकारेगी आम। परदा मुँह मुसाफ से , सबों खोले अल्ला कलाम। | २३| | 6[ हे बादशाह! तुम अपने अन्दर की आँखों से सत्य को देखो! परमधाम की आत्मायें इस संसार में आ चुकी हैं , इस बात को सारी दुनियां भी पुकार - पुकार कर कह रही है। कुरान के मुख से पर्दा उठ चुका है। সম্লমুনি तारतम ज्ञान के प्रकाश में कुरान के गुह्य भेदों को ` (मोमिन ) सबके लिये उजागर कर रहे हैं। } #SPJIN_App ম থক 8P}J01 ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन 1.ಡ https:Ilsharechat com/profilels_| Nijanandi २९ सितंबर देख अपनी आँख सों , सब' पुकारेगी आम। परदा मुँह मुसाफ से , सबों खोले अल्ला कलाम। | २३| | 6[ हे बादशाह! तुम अपने अन्दर की आँखों से सत्य को देखो! परमधाम की आत्मायें इस संसार में आ चुकी हैं , इस बात को सारी दुनियां भी पुकार - पुकार कर कह रही है। कुरान के मुख से पर्दा उठ चुका है। সম্লমুনি तारतम ज्ञान के प्रकाश में कुरान के गुह्य भेदों को ` (मोमिन ) सबके लिये उजागर कर रहे हैं। } #SPJIN_App ম থক 8P}J01 ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन 1.ಡ https:Ilsharechat com/profilels_| - ShareChat
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✍मेरे पसंदीदा लेखक - Nijanandi २९ सितंबर पातसाही जिमी आसमान की॰ है उनको सजावार। जैसा चाहे तैसा करे, कोई न बरजन हार।।३३१| धरती और आकाश में एकमात्र उसी में स्वामित्व की योग्यता है। उसकी जो इच्छा हो, वही कर सकता है, उसे रोकने वाला कोई नहीं आयत- 'व मा लकुम् मिन् दूनिल्लहि मिंव्वलिय्यिव ला नसीर। ' (कुरआन १/२ / १०७ ) और परब्रह्म के अतिरिक्त कोई भी तुम्हारा मित्र या सहायक नहीं है। } #SPJINLApp से शेयर gQJu ही अमृत है I।ब्रम्म ह्ीनहवन https:llsharechatcomlprofilelspjin?d=n Nijanandi २९ सितंबर पातसाही जिमी आसमान की॰ है उनको सजावार। जैसा चाहे तैसा करे, कोई न बरजन हार।।३३१| धरती और आकाश में एकमात्र उसी में स्वामित्व की योग्यता है। उसकी जो इच्छा हो, वही कर सकता है, उसे रोकने वाला कोई नहीं आयत- 'व मा लकुम् मिन् दूनिल्लहि मिंव्वलिय्यिव ला नसीर। ' (कुरआन १/२ / १०७ ) और परब्रह्म के अतिरिक्त कोई भी तुम्हारा मित्र या सहायक नहीं है। } #SPJINLApp से शेयर gQJu ही अमृत है I।ब्रम्म ह्ीनहवन https:llsharechatcomlprofilelspjin?d=n - ShareChat
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🙏🏻आध्यात्मिकता😇 - Nijanandi 28 িনন২ निसबत हककी जात है निसबद ओें इस्का BRraKaub s3piஎojll शयILI जौ तथ सखियांथ्री रज जीकी अंगरूपा हैंl इगके अव्दर ह्वैे इश्क है दथ इगके लिये ही ३स ससIN में यह सशेय रहित खINतLम ज्ञIन अवदरित हुआा है। शIवदार्थ - निसबत के स्वरूप केवला श्यIभI[ जीे ह्यै नहीं  बल्कि सखियाां भी है। यह शृुंगार २३३ के इस कथन से सिद्ध है - और तो कोई है नहीं , बिना एक हक जात। जात माहें हक वाहेदत हक हादी गिरो केहेलाता| } ಖ331 ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है 0 Il  ।।प्रेम ही जीवन है Il https:llsharechat comlprofilelspjin?d-n Nijanandi 28 িনন২ निसबत हककी जात है निसबद ओें इस्का BRraKaub s3piஎojll शयILI जौ तथ सखियांथ्री रज जीकी अंगरूपा हैंl इगके अव्दर ह्वैे इश्क है दथ इगके लिये ही ३स ससIN में यह सशेय रहित खINतLम ज्ञIन अवदरित हुआा है। शIवदार्थ - निसबत के स्वरूप केवला श्यIभI[ जीे ह्यै नहीं  बल्कि सखियाां भी है। यह शृुंगार २३३ के इस कथन से सिद्ध है - और तो कोई है नहीं , बिना एक हक जात। जात माहें हक वाहेदत हक हादी गिरो केहेलाता| } ಖ331 ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है 0 Il  ।।प्रेम ही जीवन है Il https:llsharechat comlprofilelspjin?d-n - ShareChat
#🙏गीता ज्ञान🛕 #✍मेरे पसंदीदा लेखक #spjin #📚कविता-कहानी संग्रह #🙏🏻आध्यात्मिकता😇
🙏गीता ज्ञान🛕 - Nijanandi २८ सितंबर हकीकत। खूबी क्यों कहूं निसबत की, वास्ते निसबत  खुली तो पाई हक मारफत, जो थी हक निसबत।।३१।  सम्बन्ध के सागर की विशेषताओं का वर्णन कैसे मैं इस मूल " करू? मूल सम्बन्ध के कारण ही परमधाम की हकीकत के रहस्यों का स्पष्टीकरण हुआ तथा धाम धनी के मारिफत स्वरूप दिल के भेदों का पता चला। } #SPJIN_App ম থীফ 8P2001 अमृत है ।।ब्रह्मज्ञान ही ।।प्रेम ही जीवन है Il https:llsharechat com profilelspjin?d=n Nijanandi २८ सितंबर हकीकत। खूबी क्यों कहूं निसबत की, वास्ते निसबत  खुली तो पाई हक मारफत, जो थी हक निसबत।।३१।  सम्बन्ध के सागर की विशेषताओं का वर्णन कैसे मैं इस मूल " करू? मूल सम्बन्ध के कारण ही परमधाम की हकीकत के रहस्यों का स्पष्टीकरण हुआ तथा धाम धनी के मारिफत स्वरूप दिल के भेदों का पता चला। } #SPJIN_App ম থীফ 8P2001 अमृत है ।।ब्रह्मज्ञान ही ।।प्रेम ही जीवन है Il https:llsharechat com profilelspjin?d=n - ShareChat
#spjin #📚कविता-कहानी संग्रह #✍मेरे पसंदीदा लेखक #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏गीता ज्ञान🛕
spjin - Nijanandi २७ सितंबर केतेक साहेब सों बैठे फिर , केतेक कयामत से मुनकर | बाजों को दुनियां हैयात , बाजे सक ल्यावें इन बात। १६१ M| कुछ लोगों ने तो परब्रह्म का ही अस्तित्व मानने से मना कर दिया, तो कुछ ने कियामत आने की बात स्वीकार नहीं की। कुछ लोगों को यह संसार ही अखण्ड लगता है, कुछ कुर्आन , कियामत एवं बहिश्त के सम्बन्ध में संशय करते हैं। } App #SPJIN से शेयर SPJIM ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन  [** https Ilsharechat com/profilelspjin?d-n Nijanandi २७ सितंबर केतेक साहेब सों बैठे फिर , केतेक कयामत से मुनकर | बाजों को दुनियां हैयात , बाजे सक ल्यावें इन बात। १६१ M| कुछ लोगों ने तो परब्रह्म का ही अस्तित्व मानने से मना कर दिया, तो कुछ ने कियामत आने की बात स्वीकार नहीं की। कुछ लोगों को यह संसार ही अखण्ड लगता है, कुछ कुर्आन , कियामत एवं बहिश्त के सम्बन्ध में संशय करते हैं। } App #SPJIN से शेयर SPJIM ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन  [** https Ilsharechat com/profilelspjin?d-n - ShareChat
#spjin #📚कविता-कहानी संग्रह #✍मेरे पसंदीदा लेखक #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏गीता ज्ञान🛕
spjin - Nijanandi २७ सितंबर कुरान चीज ऐसी बुजरक, फेर तिनमें ल्यावें सक। रसूल को नाम धरें काफर किवता झूठा जादूगर। । 3ll कुर्आन सत्य ज्ञान देने वाला महयान ग्रन्थ है फिर भी नास्तिक लोग उसमें संशय करते थे। वे द्वेष के वशीभूत हयोकर मुहम्मद स. को कवितायें बनाने मिथ्यवादी एवं जादू से सम्मोहित करने वाला वाला कह्या करते थे।} #SPJIN_App शेयर 77 P0 ही अमृत है I।ब्रम्म ह्ीनहवन https:llsharechatcomlprofilelspjin?d=n Nijanandi २७ सितंबर कुरान चीज ऐसी बुजरक, फेर तिनमें ल्यावें सक। रसूल को नाम धरें काफर किवता झूठा जादूगर। । 3ll कुर्आन सत्य ज्ञान देने वाला महयान ग्रन्थ है फिर भी नास्तिक लोग उसमें संशय करते थे। वे द्वेष के वशीभूत हयोकर मुहम्मद स. को कवितायें बनाने मिथ्यवादी एवं जादू से सम्मोहित करने वाला वाला कह्या करते थे।} #SPJIN_App शेयर 77 P0 ही अमृत है I।ब्रम्म ह्ीनहवन https:llsharechatcomlprofilelspjin?d=n - ShareChat
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🙏गीता ज्ञान🛕 - Nijanandi २६ सितंबर जाहेरी कहें अजूं न आइया, हक सेती गजब। आकीन बिना देखे नहीं, जो छीन लिया मता rali?o| कुरआन पाक का बाह्य अर्थ करने वाले कहते हैं कि अब तक कि्यामत के निशान के रूप में खुदाई अजाब क्यों नहीं आया? वस्तुतः कुरआन ज्ञान इनसे छिन गया है और विश्वास न होने से ये गहन चिन्तन भी नहीं कर पाते हैंl } #SPJN App से शेयर SPJIN ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन है https:llsharechat com profilelspjin?d=n Nijanandi २६ सितंबर जाहेरी कहें अजूं न आइया, हक सेती गजब। आकीन बिना देखे नहीं, जो छीन लिया मता rali?o| कुरआन पाक का बाह्य अर्थ करने वाले कहते हैं कि अब तक कि्यामत के निशान के रूप में खुदाई अजाब क्यों नहीं आया? वस्तुतः कुरआन ज्ञान इनसे छिन गया है और विश्वास न होने से ये गहन चिन्तन भी नहीं कर पाते हैंl } #SPJN App से शेयर SPJIN ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन है https:llsharechat com profilelspjin?d=n - ShareChat