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ब्रह्मज्ञान ही अमृत है प्रेम ही जीवन है प्रणाम जी
दशहरा#spjin #✍मेरे पसंदीदा लेखक #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #😇 चाणक्य नीति #दशहरा
spjin - Nijanandi ०२ अक्ट्ूबर 00 গঁর ্ভিক্্ ত্ক্রক্রত্ত্রানীনত্ত্রী रवणुका यै खदेश ड्डै किड्र बुराडु दुर आटकार्ईुँ தினித इस् दुशहरा आपके जौचन से भौ सारी नकारात्मकता दूर हो और नई शुरुआत हो खुशियों को| शुभ विजयादशमी ४२०० ही अमृत है 0 Il [[বন ব্লীনীন ন Ia https:llsharechatcomlprofilelspjin?d=n Nijanandi ०२ अक्ट्ूबर 00 গঁর ্ভিক্্ ত্ক্রক্রত্ত্রানীনত্ত্রী रवणुका यै खदेश ड्डै किड्र बुराडु दुर आटकार्ईुँ தினித इस् दुशहरा आपके जौचन से भौ सारी नकारात्मकता दूर हो और नई शुरुआत हो खुशियों को| शुभ विजयादशमी ४२०० ही अमृत है 0 Il [[বন ব্লীনীন ন Ia https:llsharechatcomlprofilelspjin?d=n - ShareChat
#😇 चाणक्य नीति #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏गीता ज्ञान🛕 #✍मेरे पसंदीदा लेखक #spjin
😇 चाणक्य नीति - Nijanandi ०२ अक्टूबर कुलिए छकाए रे दिलड़े जुदे किए, मोह अहं के मद माते। असुर माते रे असुराई करें, तो भी न मिले रे धरम जाते।।३१ |  कलियूग ने सबको  ٩٤ और अहंकार में मस्त कर रखा है, कारण सभी के दिलों में खटास हो गयी है। सभी हिन्दू নিমক राजा लड़ झगड़कर अलग हो गये हैं। उधर मुसलमान अपनी शक्ति के मद में हिन्दुओं पर जुल्म ढा रहे हैं, फिर भी हिन्दू अपनी धर्म रक्षा के लिये मिल नहीं पा रहे हैं } #SPUIN App से शेयर SPJIN ।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है 0 Il ।प्रेम ही जीवन है II https Isharechat comlprofilelspjin?d-n Nijanandi ०२ अक्टूबर कुलिए छकाए रे दिलड़े जुदे किए, मोह अहं के मद माते। असुर माते रे असुराई करें, तो भी न मिले रे धरम जाते।।३१ |  कलियूग ने सबको  ٩٤ और अहंकार में मस्त कर रखा है, कारण सभी के दिलों में खटास हो गयी है। सभी हिन्दू নিমক राजा लड़ झगड़कर अलग हो गये हैं। उधर मुसलमान अपनी शक्ति के मद में हिन्दुओं पर जुल्म ढा रहे हैं, फिर भी हिन्दू अपनी धर्म रक्षा के लिये मिल नहीं पा रहे हैं } #SPUIN App से शेयर SPJIN ।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है 0 Il ।प्रेम ही जीवन है II https Isharechat comlprofilelspjin?d-n - ShareChat
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✍मेरे पसंदीदा लेखक - Nijanandi ०२ अक्ट्ूबर राजाने मलोरे राणें राए तणों , धरम जाता  कोई दौड़ो। जागो ने जोधा रे उठ खड़े रहो, नींद निगोड़ी रे छोड़ो।।१। | g भारतवर्ष के हे राजा , राणा तथा राय गणों! धर्म रक्षा के सभी मिल जाओ। तूम्हारा धर्म समाप्त किया जा रहा है, इसलिये इस झूठी निद्रा इसकी रक्षा के लिये दौड़ो। हे योद्धा गणों! अपनी  को छोड़कर जागृत हो जाओ और धर्म रक्षा के लिये तैयार हो जाओI} #SPJIN-App #alu SPJIN ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है 0 Il ।प्रेम ही जीवन है Tc httpsIlsharechat com/profilelspjin?d-n Nijanandi ०२ अक्ट्ूबर राजाने मलोरे राणें राए तणों , धरम जाता  कोई दौड़ो। जागो ने जोधा रे उठ खड़े रहो, नींद निगोड़ी रे छोड़ो।।१। | g भारतवर्ष के हे राजा , राणा तथा राय गणों! धर्म रक्षा के सभी मिल जाओ। तूम्हारा धर्म समाप्त किया जा रहा है, इसलिये इस झूठी निद्रा इसकी रक्षा के लिये दौड़ो। हे योद्धा गणों! अपनी  को छोड़कर जागृत हो जाओ और धर्म रक्षा के लिये तैयार हो जाओI} #SPJIN-App #alu SPJIN ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है 0 Il ।प्रेम ही जीवन है Tc httpsIlsharechat com/profilelspjin?d-n - ShareChat
#😇 चाणक्य नीति #spjin #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏गीता ज्ञान🛕 #✍मेरे पसंदीदा लेखक
😇 चाणक्य नीति - Nijanandi ०२ अक्टूबर इन ऊपर पख है एक, सुनियो ताको कहूं विवेका उलंघ के गए॰ जाए अखंड सुख माहें रहे।। ११|| प्रकृती पुरूख इस मोह तत्व से परे भी एक पक्ष है। उसके बारे में मैं आपसे बता रही हूँ। आप विवेक दृष्टि से उसका श्रवण करें। अक्षर ब्रह्म़ की पंच (पुरूष प्रकृति) को वासनाओं ने आदिनारायण एवं कारण प्रकृति पार करके इस बेहद मण्डल की प्राप्ति की है।} #SPJIN App से शेयर SPgJX ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन |].. https Isharechat comlprofilelspjin?d-n Nijanandi ०२ अक्टूबर इन ऊपर पख है एक, सुनियो ताको कहूं विवेका उलंघ के गए॰ जाए अखंड सुख माहें रहे।। ११|| प्रकृती पुरूख इस मोह तत्व से परे भी एक पक्ष है। उसके बारे में मैं आपसे बता रही हूँ। आप विवेक दृष्टि से उसका श्रवण करें। अक्षर ब्रह्म़ की पंच (पुरूष प्रकृति) को वासनाओं ने आदिनारायण एवं कारण प्रकृति पार करके इस बेहद मण्डल की प्राप्ति की है।} #SPJIN App से शेयर SPgJX ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन |].. https Isharechat comlprofilelspjin?d-n - ShareChat
#🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #✍मेरे पसंदीदा लेखक #🙏गीता ज्ञान🛕 #spjin #😇 चाणक्य नीति
🙏🏻आध्यात्मिकता😇 - Nijanandi ०२ अक्ट्ूबर ग्याना अनेक कथें बहु ग्यान, ध्यानी कई बिध धरें ध्यान। पर ए सबही सुन्य के दरम्यान, छूट्या न काहूँ संसे उनमान।I ९।I  बहुत से ज्ञानी जन हुए हैं जो अपनी विद्वता  ক নল প খসংাস্সী के ज्ञान की गहन चर्चा करते रहे हैं। योगाभ्यास की राह पर चलने वाले अनेक प्रकार से ध्यान करते रहे हैं॰ किन्तु ये सभी शून्य - निराकार में ही रह गये। उससे न तो ये बाहर निकल सके और न दृढ़ता से सत्य को पारिभाषित ही कर सके। परब्रह्म के प्रवृत्ति बनी ही रही। } विषय में अनुमान से कहने की इनमें #SPJIN_App ম হীয় SdJx ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन |].. https:llsharechat com profilelspjin?d=n Nijanandi ०२ अक्ट्ूबर ग्याना अनेक कथें बहु ग्यान, ध्यानी कई बिध धरें ध्यान। पर ए सबही सुन्य के दरम्यान, छूट्या न काहूँ संसे उनमान।I ९।I  बहुत से ज्ञानी जन हुए हैं जो अपनी विद्वता  ক নল প খসংাস্সী के ज्ञान की गहन चर्चा करते रहे हैं। योगाभ्यास की राह पर चलने वाले अनेक प्रकार से ध्यान करते रहे हैं॰ किन्तु ये सभी शून्य - निराकार में ही रह गये। उससे न तो ये बाहर निकल सके और न दृढ़ता से सत्य को पारिभाषित ही कर सके। परब्रह्म के प्रवृत्ति बनी ही रही। } विषय में अनुमान से कहने की इनमें #SPJIN_App ম হীয় SdJx ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन |].. https:llsharechat com profilelspjin?d=n - ShareChat
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spjin - Nijanandi ३० सितंबर इलम तुमहीं पट, तुमहीं कुंजी पट की।  कहे  दई तुम को, देखो उलटी या सीधी। I८I]  कल्ल अकल तुम ही पर्दा हो और तुम्हीं पर्दे को तारतम ज्ञान कहता है कि हे आत्माओं! हटाने की कुंजी भी हो। मैंने तुम्हें निजबुद्धि दे दी है। अब यह  307 तुम्हारे : है कि तुम उल्टी दिशा में देखो या सीधी दिशा में I} #SPJINLApp से शेयर SPI ।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है 0 Il ।प्रेम ही जीवन है Ia https Ilsharechat com/profilelspjin?d-n Nijanandi ३० सितंबर इलम तुमहीं पट, तुमहीं कुंजी पट की।  कहे  दई तुम को, देखो उलटी या सीधी। I८I]  कल्ल अकल तुम ही पर्दा हो और तुम्हीं पर्दे को तारतम ज्ञान कहता है कि हे आत्माओं! हटाने की कुंजी भी हो। मैंने तुम्हें निजबुद्धि दे दी है। अब यह  307 तुम्हारे : है कि तुम उल्टी दिशा में देखो या सीधी दिशा में I} #SPJINLApp से शेयर SPI ।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है 0 Il ।प्रेम ही जीवन है Ia https Ilsharechat com/profilelspjin?d-n - ShareChat
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🙏🏻आध्यात्मिकता😇 - Nijanandi ३० सितंबर जो मैं मांगों इस्क को, तो इत भी आप देखाए। ए भी खुदी देखी , जब इलमें दई समझाए।।२II यदि मैं आपसे प्रेम मांगती हूँ तो इसमें भी मैं स्वयं को ही देखती हूँ। जब तारतम ज्ञान से धाम धनी की पहचान भी हो जाती है, तो इसमें भी " मै  दिखायी पडती हैl} #SPJIN_App ম থীয় SPI ।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है0 Il ।प्रेम ही जीवन है Ia https Ilsharechat com/profilelspjin?d-n Nijanandi ३० सितंबर जो मैं मांगों इस्क को, तो इत भी आप देखाए। ए भी खुदी देखी , जब इलमें दई समझाए।।२II यदि मैं आपसे प्रेम मांगती हूँ तो इसमें भी मैं स्वयं को ही देखती हूँ। जब तारतम ज्ञान से धाम धनी की पहचान भी हो जाती है, तो इसमें भी " मै  दिखायी पडती हैl} #SPJIN_App ম থীয় SPI ।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है0 Il ।प्रेम ही जीवन है Ia https Ilsharechat com/profilelspjin?d-n - ShareChat
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spjin - Nijanandi ३० सितंबर दूसरा कौन केहेलाए। हक पेहेचान किनको  3, इत ऐसी काढी बारीकी खुदियां, हक भी पेहेचान कराए।।३]] तारतम वाणी से श्री राज जी की पहचान होती है तो जब और दूसरा किसे होती है? हक की " मैं" के अतिरिक्त यहां कौन है ही जो धाम धनी की पहचान कर सकें? धाम धनी के अतिरिक्त और कोई भी नहीं है, जो मैं खुदी की सूक्ष्म बातों को निकाले (प्रकट करे) } #SPJIN_App #alu SPJIN ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन है Il https:llsharechat com profilelspjin?d=n Nijanandi ३० सितंबर दूसरा कौन केहेलाए। हक पेहेचान किनको  3, इत ऐसी काढी बारीकी खुदियां, हक भी पेहेचान कराए।।३]] तारतम वाणी से श्री राज जी की पहचान होती है तो जब और दूसरा किसे होती है? हक की " मैं" के अतिरिक्त यहां कौन है ही जो धाम धनी की पहचान कर सकें? धाम धनी के अतिरिक्त और कोई भी नहीं है, जो मैं खुदी की सूक्ष्म बातों को निकाले (प्रकट करे) } #SPJIN_App #alu SPJIN ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन है Il https:llsharechat com profilelspjin?d=n - ShareChat
#spjin #✍मेरे पसंदीदा लेखक #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #😇 चाणक्य नीति #🙏गीता ज्ञान🛕
spjin - Nijanandi २९ सितंबर देख अपनी आँख सों , सब' पुकारेगी आम। परदा मुँह मुसाफ से , सबों खोले अल्ला कलाम। | २३| | 6[ हे बादशाह! तुम अपने अन्दर की आँखों से सत्य को देखो! परमधाम की आत्मायें इस संसार में आ चुकी हैं , इस बात को सारी दुनियां भी पुकार - पुकार कर कह रही है। कुरान के मुख से पर्दा उठ चुका है। সম্লমুনি तारतम ज्ञान के प्रकाश में कुरान के गुह्य भेदों को ` (मोमिन ) सबके लिये उजागर कर रहे हैं। } #SPJIN_App ম থক 8P}J01 ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन 1.ಡ https:Ilsharechat com/profilels_| Nijanandi २९ सितंबर देख अपनी आँख सों , सब' पुकारेगी आम। परदा मुँह मुसाफ से , सबों खोले अल्ला कलाम। | २३| | 6[ हे बादशाह! तुम अपने अन्दर की आँखों से सत्य को देखो! परमधाम की आत्मायें इस संसार में आ चुकी हैं , इस बात को सारी दुनियां भी पुकार - पुकार कर कह रही है। कुरान के मुख से पर्दा उठ चुका है। সম্লমুনি तारतम ज्ञान के प्रकाश में कुरान के गुह्य भेदों को ` (मोमिन ) सबके लिये उजागर कर रहे हैं। } #SPJIN_App ম থক 8P}J01 ।।ब्रह्मज्ञान ही अमृत है ।।प्रेम ही जीवन 1.ಡ https:Ilsharechat com/profilels_| - ShareChat
#✍मेरे पसंदीदा लेखक #🙏गीता ज्ञान🛕 #spjin #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #😇 चाणक्य नीति
✍मेरे पसंदीदा लेखक - Nijanandi २९ सितंबर पातसाही जिमी आसमान की॰ है उनको सजावार। जैसा चाहे तैसा करे, कोई न बरजन हार।।३३१| धरती और आकाश में एकमात्र उसी में स्वामित्व की योग्यता है। उसकी जो इच्छा हो, वही कर सकता है, उसे रोकने वाला कोई नहीं आयत- 'व मा लकुम् मिन् दूनिल्लहि मिंव्वलिय्यिव ला नसीर। ' (कुरआन १/२ / १०७ ) और परब्रह्म के अतिरिक्त कोई भी तुम्हारा मित्र या सहायक नहीं है। } #SPJINLApp से शेयर gQJu ही अमृत है I।ब्रम्म ह्ीनहवन https:llsharechatcomlprofilelspjin?d=n Nijanandi २९ सितंबर पातसाही जिमी आसमान की॰ है उनको सजावार। जैसा चाहे तैसा करे, कोई न बरजन हार।।३३१| धरती और आकाश में एकमात्र उसी में स्वामित्व की योग्यता है। उसकी जो इच्छा हो, वही कर सकता है, उसे रोकने वाला कोई नहीं आयत- 'व मा लकुम् मिन् दूनिल्लहि मिंव्वलिय्यिव ला नसीर। ' (कुरआन १/२ / १०७ ) और परब्रह्म के अतिरिक्त कोई भी तुम्हारा मित्र या सहायक नहीं है। } #SPJINLApp से शेयर gQJu ही अमृत है I।ब्रम्म ह्ीनहवन https:llsharechatcomlprofilelspjin?d=n - ShareChat