🙏🙏 जय शनिदेव 🙏🙏 — क्या आप जानते हैं: शनि देव हिन्दू परंपरा में कर्मफलदाता और न्याय के रूप में पूजे जाते हैं, और यही देवता खगोलीय शनि (Saturn) से जुड़ा हुआ माना जाता है, जो लगभग 29.45 वर्षों में एक परिक्रमा करता है — इस धीमी चाल का प्रतीकात्मक मतलब है ‘देरी में बड़ा फल’ और इसलिए जीवन में अनुशासन और सब्र की अहमियत रहती है (विकिपीडिया)। आश्चर्यजनक तथ्य: खगोलशास्त्र आज शनि को 274 ज्ञात उपग्रहों वाला ग्रह बताता है — यह भारी, धीमा और स्थिर प्रकृति धार्मिक अर्थों से मेल खाती है और यही कारण है कि पुराणों में शनि को न्यायप्रिय परन्तु कठोर कहा गया है। उद्धरण: "जो ईमानदारी से कर्म करता है, शनि उसकी परीक्षा नहीं, उसका सम्मान बनता है" — और वैज्ञानिक तर्क यह है कि ग्रह की धीमी कक्षा और दीर्घकालिक प्रभाव ज्योतिष में Sade-Sati जैसे 7½ साल के चरणों से मिलते हैं, जो चुनौती के साथ-साथ परिश्रम पर इनाम भी देते हैं। धार्मिक-सहज सच भी बताना चाहिए: लूट-झूठ या दूसरे पर अंधविश्वास की वजह से डर फैलाना गलत है — शास्त्र दान, आत्मनिरीक्षण और संतुलित कर्म को महत्व देते हैं; और आधुनिक समय में शनि के प्रमुख तीर्थस्थलों जैसे शनि शिंगणापुर लोग-कर्म चिंतन के बहुत बड़े केन्द्र बने हुए हैं। #जयशनि 🙏 #Shanidev #कर्म #Saturn #SadeSati #ShaniJayanti 📿🪔
@ѕυииγ👈🙏 #🙏🙏 जय शनिदेव 🙏🙏 #जय शनिदेवः #जय शनिदेव #जय शनिदेव #जय शनिदेव #