राहुल गांधी अपने बयानों और भाषणों में अक्सर कुछ ऐसे जुमले और बातें कहते हैं, जो काफी चर्चा में रहती हैं। उनकी "चटपटी" बातों को कई बार लोग मज़ाकिया अंदाज़ में लेते हैं, तो कई बार उन्हें गंभीर राजनीतिक व्यंग्य के तौर पर देखा जाता है।
यहाँ उनके कुछ चर्चित बयानों और जुमलों का ज़िक्र किया जा रहा है:
"सूट-बूट की सरकार"
यह जुमला उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साधने के लिए इस्तेमाल किया था। उनका कहना था कि मोदी सरकार सिर्फ़ बड़े उद्योगपतियों और अमीरों के लिए काम करती है, जिनके पास महंगे "सूट-बूट" हैं। यह जुमला इतना मशहूर हुआ कि आज भी इसका इस्तेमाल राजनीतिक बहस में किया जाता है।
"चौकीदार चोर है"
राफ़ेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर सीधा हमला बोला था। उन्होंने बार-बार यह नारा लगाया कि "चौकीदार चोर है", जो कि बहुत ज़्यादा वायरल हुआ। बाद में सुप्रीम कोर्ट में इस पर विवाद भी हुआ, जिसके बाद राहुल गांधी ने माफ़ी भी मांगी थी।
"आलू की फैक्ट्री"
एक रैली में उन्होंने कहा था कि वे ऐसी मशीन लगाना चाहते हैं, जिसमें एक तरफ़ से आलू डाला जाए और दूसरी तरफ़ से सोना निकले। इस बात को लेकर उनका काफ़ी मज़ाक उड़ाया गया था, लेकिन बाद में कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि वे दरअसल किसानों की समस्याओं को एक रूपक के तौर पर समझा रहे थे।
"हिंदुस्तान का एक्सरे"
हाल के दिनों में राहुल गांधी ने जाति जनगणना को लेकर एक नया नारा दिया। उन्होंने इसे "हिंदुस्तान का एक्सरे" कहा। उनका मानना है कि इससे देश की असली तस्वीर सामने आएगी और पता चलेगा कि किस जाति और वर्ग के पास कितनी हिस्सेदारी है।
"मोहब्बत की दुकान"
अपनी 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान उन्होंने एक नया नारा दिया, "नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूँ"। यह जुमला लोगों के बीच काफ़ी पसंद किया गया और इसे उनकी यात्रा के मुख्य संदेश के तौर पर देखा गया।
ये कुछ ऐसे उदाहरण हैं जो दिखाते हैं कि राहुल गांधी किस तरह अपनी बातों को अनोखे अंदाज़ में पेश करते हैं, जो अक्सर सुर्ख़ियाँ बटोरता है।
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