एक वो जमाना था गली मोहल्ले थे सब एक दूसरे को जानते थे सभी धर्म के लोगों मे साथ मे रहते थे किसी की दिल मे गिला शिक़वा नहीं था आज का जमाना देखो इतनी मंजीले होती है उपर कौन नीचे कोन रहता मालुम नहीं होता हर किसी को शक के निगाह से देखते हैं #मेरा स्टेटस#Firoz dadu
पैसौ कि लालच मे लोग किस हद तक जा रहे हैं लोगों कि जिंदगी किमत कुछ नहीं माॅ बाप से ज्यादा कुत्ते, बिल्ली को जान से ज्यादा संभाल रहे हैं #Firoz dadu#मेरा स्टेटस